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    खांसी के बाद अब पेट साफ करने वाली दवाओं में गड़बड़ी, जयपुर में मरीजों को दी गई सीरप में मिला फंगस

    Updated: Wed, 08 Oct 2025 11:12 PM (IST)

    राजस्थान में मुख्यमंत्री निशुल्क योजना के तहत सरकारी अस्पतालों में दी जाने वाली दवाओं में गड़बड़ी का मामला सामने आया है। जयपुर के जयपुरिया अस्पताल में पेट साफ करने वाली लैक्टुलोज सीरप में फंगस पाया गया, जिसके बाद आपूर्ति रोक दी गई है। जांच के लिए कमेटी गठित की गई है। इसके अतिरिक्त, खांसी की दवा से हुई मौतों के मामले में भी जांच जारी है।

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    जयपुर में सीरप में फंगस मिला। प्रतीकात्मक फोटो

    डिजिटल डेस्क, नई दिल्ली। राजस्थान में मुख्यमंत्री निशुल्क योजना के तहत सरकारी अस्पतालों में मरीजों को दी जाने वाली खांसी की दवा से चार बच्चों की मौत और दो दर्जन से अधिक के बीमार होने के बाद अब पेट साफ करने वाली दवा में भी गड़बड़ी का मामला सामने आया है। जयपुर के सरकारी जयपुरिया अस्पताल में मरीजों को दी गई लैक्टुलोज साल्युशन सीरप में फंगस पाया गया है।

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    इसके बाद दवा की आपूर्ति रोक दी गई है। अस्पताल प्रशासन ने संबंधित दवा के बैच को जांच के लिए भेजा है। इस मामले की जांच के लिए डा. विनोद गुप्ता और डा. राजेंद्र वर्मा की दो सदस्यीय जांच कमेटी गठित की गई है। जानकारी के अनुसार हाल ही में अस्पताल में पहुंचे लैक्टुलोज साल्युशन सीरप के स्टाक में फंगस जैसी गंदगी देखी गई।

    चिकित्सकों ने जब बोतल खोली तो उसमें से फंगस जैसी गंदगी निकली। यह दवा यूनीक्योर इंडिया लिमिटेड कंपनी द्वारा बनाई गई है। प्रदेश के सरकारी अस्पतालों में आपूर्ति की जाने वाली दो अन्य दवाओं में भी गड़बड़ी की बात सामने आई है, लेकिन उनके नाम अभी सार्वजनिक नहीं किए गए हैं।

    वहीं, खांसी की दवा डेक्सट्रोमेथाफन हाइड्रोब्रोमाइड के सेवन से चार बच्चों की मौत के मामले में कंपनी केयांस के खिलाफ जांच जारी है। मंगलवार को केंद्रीय आयुष कमेटी ने जयपुर स्थित केयांस कंपनी की फैक्ट्री पर जांच कर कई महत्वपूर्ण सबूत बरामद किए थे। राज्य सरकार के स्तर पर भी जांच जारी है।