राजस्थान के 8 जिलों में बाढ़ के हालात, बूंदी में फंसे 500 लोगों को निकाला गया; सेना ने संभाला मोर्चा
राजस्थान के आठ जिलों में भारी वर्षा के कारण बाढ़ की स्थिति बनी हुई है खासकर कोटा सवाई माधोपुर करौली और बूंदी में। कई गांव टापू बन गए हैं और जिला मुख्यालयों से संपर्क टूट गया है। सेना एनडीआरएफ और एसडीआरएफ की टीमें बचाव कार्य में जुटी हैं और लगभग 500 लोगों को सुरक्षित स्थानों पर पहुंचाया गया है।

डिजिटल डेस्क, नई दिल्ली। राजस्थान के आठ जिलों में शनिवार को लगातार दूसरे दिन भारी वर्षा का सिलसिला जारी रहा। चार जिलों कोटा, सवाई माधोपुर, करौली और बूंदी में बाढ़ की स्थिति बनी हुई है, जिससे कई गांव टापू में तब्दील हो गए हैं। इन गांवों का जिला मुख्यालयों से संपर्क कट गया है। बाढ़ में फंसे करीब 200 लोगों को सुरक्षित स्थानों पर भेजा गया है।
वहीं बूंदी में भारी बारिश के फंसे 500 लोगों को बचाने के लिए सेना को बुलाना पड़ा। सेना, एनडीआरएफ और एसडीआरएफ ने मिलकर नैनवां, केशोरायपाटन, कापरेन और रायथल इलाकों के जलमग्न गांवों में फंसे लगभग 500 लोगों को बचाया है और उन्हें राहत शिविरों में पहुँचाया गया है। जिले में बारिश के कारण दो मौतों की भी सूचना है।
बचाव कार्य में जुटी सेना और एनडीआरएफ
सेना, एनडीआरएफ, एसडीआरएफ और पुलिस की टीमें बचाव कार्यों में जुटी हैं। रविवार को होने वाली सूचना प्रौद्योगिकी की परीक्षा स्थगित कर दी गई है। प्रदेश के नौ जिलों में स्कूलों में अवकाश रहा। राजमार्ग पर पानी भरने से कोटा में दिल्ली-मुंबई एक्सप्रेस वे पर यातायात रोक दिया गया है, जबकि कोटा-जयपुर राजमार्ग पर भी आवाजाही बाधित रही। बूंदी में दिल्ली-मुंबई रेलवे ट्रैक के नीचे से मिट्टी खिसकने के कारण कई ट्रेनों को आसपास रोका गया है। यहां मरम्मत का काम तेजी से किया जा रहा है। बारां के रातई बांध व बाणगंगा नदी उफान पर हैं।
टोंक के बीसलपुर बांध के छह एवं कोटा बैराज के दो गेट खोलकर पानी निकाला जा रहा है। काली ¨सध नदी खतरे के निशान से ऊपर बह रही है। उधर, अलवर में एक घर गिर गया, जिसमें परिवार के सात लोग दब गए। उन्हें अस्पताल में भर्ती कराया गया है, एक बच्ची की हालत गंभीर है। दौसा में सरकारी संस्कृत स्कूल की छत की दो पट्टियां गिर गईं। जयपुर में आमेर महल से सटी दीवार गिरने की घटना भी हुई। करौली में युवक पानी में बह गया, जिसका पता नहीं चल सका है। सवाई माधोपुर में नाव पलटने से 10 लोग डूब गए थे, जिनमें नौ को बचा लिया गया, एक शव शनिवार को मिला।
कोटा कलेक्टर पीयूष समारिया ने कहा कि दीगोद तहसील में बाढ़ की स्थिति में शनिवार को सुधार हुआ है और स्थिति नियंत्रण में है। लोकसभा अध्यक्ष और कोटा-बूंदी के सांसद ओम बिरला ने बूंदी जिले के केशोरायपाटन और कापरेन में बाढ़ प्रभावित इलाकों का दौरा किया। वहीं दीगोद क्षेत्र से बचाव अभियान समाप्त हो गया है और सेना को वहाँ से हटा लिया गया है।
(न्यूज एजेंसी पीटीआई के इनपुट के साथ)
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