राजस्थान में भारी बारिश से हाहाकार, कई जिलों में बाढ़; स्कूल किए गए बंद
राजस्थान में भारी वर्षा के कारण कई जिलों में बाढ़ जैसे हालात हैं। सवाई माधोपुर कोटा बूंदी टोक दौसा उदयपुर झालावाड़ और सीकर में स्थिति गंभीर है। लगभग 100 घर गिर गए हैं और कई लोग सुरक्षित स्थानों पर पहुंचाए गए हैं। सवाई माधोपुर में डैम ओवरफ्लो होने से भारी तबाही हुई है। झालावाड़ में कार बहने से दो लोगों की मौत हो गई।
जागरण संवाददाता, जयपुर। राजस्थान में पिछले चार दिनों से हो रही भारी वर्षा ने किसानों आमजन और सरकार की मुश्किलें बढ़ा दी हैं। प्रदेश के आधा दर्जन से अधिक जिलों के अधिकतर इलाके जलमग्न हो गए हैं। कई गांवों और शहरों में बाढ़ जैसे हालात बने हुए हैं।
सवाई माधोपुर, कोटा, बूंदी, टोक, दौसा, उदयपुर, झालावाड़ और सीकर में बाढ़ की स्थिति गंभीर हो गई है। सोमवार को प्रदेश के 18 जिलों में स्कूल बंद रहे। कोटा विश्वविद्यालय की परीक्षाएं स्थगित कर दी गई हैं। सवाई माधोपुर और कोटा में तीन सौ से अधिक लोगों को सुरक्षित स्थानों पर पहुंचाया गया है।
100 मकान गिरे
लगभग एक सौ कच्चे और पक्के घर गिर गए हैं और घरों में रखे सामान, जानवर और वाहन पानी के बहाव में बह गए हैं। सवाई माधोपुर के जड़ावता गांव में भारी वर्षा से सूरवाल डैम ओवरफ्लो कर गया, जिससे गांव के निकट दो किलोमीटर लंबी और 55 फीट गहरी खाई बन गई है।
इस कटाव ने गांव में भारी तबाही मचाई है। किसानों के जानवर, आधा दर्जन घर और एक मंदिर के साथ खेत की जमीन खाई में समा गई। उधर, रविवार रात झालावाड़ में एक कार पानी के बहाव में बह गई, जिसमें दो लोगों की मौत हो गई। चूरू में तालाब में नहाने गए तीन बच्चों की भी जान चली गई।
कई जगह भरा पानी
सीकर रेलवे ट्रैक एवं स्टेशन पर पानी भर गया। उदयपुर में खेरवाड़ा-झाडोल राष्ट्रीय राजमार्ग पर सोम नदी का पानी भर गया, जिससे आवाजाही बंद की गई है। उदयपुर में एक घर गिरने से एक व्यक्ति की मौत हो गई।
पानी की निकासी की गई
डूंगरपुर में सोम कमला आंबा बांध के नौ गेट खोलकर पानी की निवासी की गई है। दौसा में जयपुर-आगरा राष्ट्रीय राजमार्ग पर पानी आ जाने के कारण वाहनों का आवागमन करीब पांच घंटे तक रोका गया।
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