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    मॉडिफाइड बस, एक दरवाजा, ज्वलनशील पदार्थ... जैसलमेर में कैसे जिंदा जल गए 20 लोग?

    Updated: Wed, 15 Oct 2025 01:50 PM (IST)

    राजस्थान के जैसलमेर-जोधपुर हाईवे पर एक चलती बस में आग लगने से 20 लोगों की मौत हो गई। बस जोधपुर जा रही थी और उसमें 57 यात्री सवार थे। प्रारंभिक जांच में पता चला है कि बस को मॉडिफाई किया गया था और उसमें ज्वलनशील पदार्थ भरा था। शॉर्ट सर्किट की आशंका जताई जा रही है। बस में आपातकालीन द्वार भी नहीं था, जिससे यात्रियों को निकलने में मुश्किल हुई।

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    (फोटो- पीटीआई)

    डिजिटल डेस्क, नई दिल्ली। राजस्थान के जैसलमेर-जोधपुर हाईवे पर एक चलती बस में आग लग गई। यह हादसा उस वक्त हुआ, जब बस 57 यात्रियों को लेकर जोधपुर की ओर जा रही थी। इस हादसे में 20 लोगों की मौत हो गई। हादसे की वजह शॉर्ट सर्किट मानी जा रही है। हालांकि, आग लगने का कारण अभी तक पता नहीं चला है।

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    जिस निजी बस में यह हादसा हुआ, वह नई बस थी। बस में आग लगने के कारणों की जांच जारी है। प्रारंभिक जांच में बता चला है कि बस को मॉडिफाई बस किया गया था और उसमें बहुत सारा ज्वलनशील पदार्थ भरा हुआ था, जिस वजह से यह हादसा हुआ। अधिकारियों के अनुसार, फोरेंसिक जाँच के बाद ही आग लगने के कारणों का पता चल सकेगा।

    खिड़कियां तोड़कर कूदे यात्री

    प्रत्यक्षदर्शियों के अनुसार, जोधपुर जा रही बस थईयात गांव के पास पहुंची थी। इसी दौरान एक जोरदार धमाका हुआ और कुछ ही मिनटों में बस आग की लपटों में घिर गई। प्रत्यक्षदर्शियों ने बताया कि जब यात्रियों ने एकमात्र दरवाजे से भागने की कोशिश की, तो वह धुआं भरने के कारण जाम हो गया था। जब तक दरवाजा तोड़ने के लिए खुदाई मशीन आई, तब तक कई लोगों की मौत हो चुकी थी। इस दौरान यात्री, जो खिड़कियां तोड़कर बाहर कूद गए, आग से बच गए।

    आपातकालीन दरवाजा भी नहीं

    एनडीटीवी की एक रिपोर्ट के अनुसार, इस घटना को लेकर स्थानीय विधायक प्रताप पुरी ने कहा कि बस में ज्वलनशील पदार्थ था और निकास द्वार "बहुत संकरा" था। उन्होंने कहा, "ऐसा लगता है कि शॉर्ट सर्किट की वजह से आग लगी और एसी से लीक हुई गैस ने भी इसमें योगदान दिया। बस को मॉडिफाई किया गया था, इसलिए बाहर निकलने का रास्ता बहुत संकरा था। बस में दूसरा दरवाजा (आपतकालीन द्वार) नहीं था।"

    पांच दिन पहले ही खरीदी गई थी बस

    गौरतलब है कि जिस बस में आग लगी, वह नई बस थी, जिसे मॉडिफाई किया गया था। यह बस महज पांच दिन पहले खरीदी गई थी। हाईवे पर बस के पिछले हिस्से से धुआं उठा और पूरी बस आग की चपेट में आ गई। बस में दूसरा दरवाजा नहीं था और जो एक रास्ता था वो भी बहुत सकरा था। वो भी धुआं भरने से अचानक से जाम हो गई। इस दौरान अंदर बैठे यात्रियों की छटपटा-छटपटाकर मौत हो गई।

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