राजस्थान में अब नहीं चलेंगी मोडिफाइड बसें, सरकार ने लगाई रोक; क्या है वजह?
राजस्थान सरकार ने मोडिफाइड बसों पर रोक लगाने की तैयारी कर ली है। जैसलमेर में हुए बस हादसे के बाद यह फैसला लिया गया है। परिवहन विभाग ने जांच में पाया कि कई बसों में आपातकालीन दरवाजों को बंद कर दिया गया है। नियमों का उल्लंघन करने वाली बसों पर कार्रवाई की जा रही है। एसआईटी और सीआईआरटी की टीमें हादसे की जांच कर रही हैं।

मुख्यमंत्री भजनलाल शर्मा । फाइल फोटो
जागरण संवाददाता, जयपुर। राजस्थान में अब मोडिफाइड बसें बनाने और उनके संचालन पर रोक लग सकती है। तीन दिन पहले जैसलमेर में निजी एसी स्लीपर बस में आग लगने से 22 लोगों की मौत के बाद राज्य सरकार इसे लेकर तैयारी कर रही है।
इस बारे में शीघ्र आदेश जारी होंगे। मुख्यमंत्री भजनलाल शर्मा के निर्देश पर परिवहन विभाग ने दो दिन में अभियान चलाकर निजी एसी बसों की जांच शुरू की है।
मोडिफाइड बसों पर राजस्थान सरकार की रोक
परिवहन विभाग के रिकार्ड के अनुसार प्रदेश में 3,200 निजी एसी बस हैं, जिन्हें मोडिफाइड कर के संचालित किया जा रहा है। अब तक दो हजार बसों की जांच की जा चुकी है। इनमें से दो सौ बसों को नियमों का उल्लंघन करने पर जब्त करने के साथ ही तीन सौ से अधिक बसों का चालान किया गया है।
आपातकालीन दरवाजों से छेड़छाड़ उजागर
राज्य परिवहन विभाग के संयुक्त आयुक्त ओपी बुनकर के नेतृत्व में चल रही जांच में सामने आया कि अधिकांश निजी एसी बसों में आपातकालीन दरवाजों को पूरी तरह से बंद कर दिया गया। दरवाजों के निकट यात्रियों के बैठने के लिए सीट बना दी गई। ऐसे में किसी आपात स्थिति में यात्रियों के निकलने के लिए मात्र एक ही दरवाजा रह गया। हादसे की जांच को लेकर राज्य सरकार द्वारा गठित एसआईटी दो दिन से जैसलमेर में है। वहीं सेंट्रल इंस्टीट्यूट आफ रोड़ ट्रांसपोर्ट की टीम भी शुक्रवार को जैसलमेर पहुंची।
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