Trending

    Move to Jagran APP
    pixelcheck
    विज्ञापन हटाएं सिर्फ खबर पढ़ें

    राजस्थान में पकड़ा गया 'ओसामा', जिहाद के लिए युवाओं को बरगलाता था; TTP से जुड़े होने का आरोप

    Updated: Thu, 06 Nov 2025 05:35 PM (IST)

    राजस्थान एटीएस ने तहरीक-ए-तालिबान पाकिस्तान (TTP) से जुड़े मौलाना ओसामा उमर को गिरफ्तार किया है। उस पर UAPA के तहत मामला दर्ज किया गया है। एटीएस का आरोप है कि वह युवाओं पर आतंकी संगठन में शामिल होने का दबाव बना रहा था। शुरुआती जांच में फंडिंग के सबूत नहीं मिले हैं, लेकिन वह अफगानिस्तान भागने की योजना बना रहा था। वह 'जिहादी सोच' से प्रेरित था।

    Hero Image

    राजस्थान एटीएस ने TTP आतंकी को पकड़ा

    डिजिटल डेस्क, नई दिल्ली। राजस्थान ATS ने एक मौलाना को गिरफ्तार किया है। ATS ने दावा किया है कि शख्स अफगानिस्तान के प्रतिबंधित आतंकवादी संगठन तहरीक-ए-तालिबान पाकिस्तान (TTP) का सदस्य है। ATS ने इसे गैरकानूनी गतिविधियां (रोकथाम) अधिनियम (UAPA) के तहत गिरफ्तार किया है।

    विज्ञापन हटाएं सिर्फ खबर पढ़ें

    शख्स की पहचान राजस्थान के बाड़मेर का रहने वाले मौलाना ओसामा उमर के रूप में हुई है। ATS ने दावा किया कि ये शख्स सांचोर में काम करता था। इसके साथ चार अन्य लोगों को शनिवार को हिरासत में लिया गया था। पांच दिन की पूछताछ के बाद उमर को बुधवार को गिरफ्तार किया गया।

    राजस्थान एटीएस ने TTP आतंकी को पकड़ा

    ATS का दावा है कि ओसामा चार अन्य संदिग्धों पर आतंकवादी संगठन में शामिल होने का दबाव बना रहा था। ओसामा पर आरोप है कि वह टॉप आतंकवादी कमांडरों से बात करने के लिए इंटरनेट कॉलिंग का इस्तेमाल करता था। उसके पास से दो फोन भी बरामद हुए हैं।

    ATS को शुरुआती जांच में फंडिंग या फाइनेंशियल ट्रांजैक्शन के कोई सबूत नहीं मिले है। जांच में पता चला कि उमर जल्द ही अफगानिस्तान भागने की योजना भी बना रहा था।

    युवाओं को जिहाद के लिए उकसाने का आरोप

    NDTV के अनुसार ATS के अतिरिक्त महानिदेशक एमएन दिनेश ने कहा, "मौलाना पकड़े गए अन्य लोगों को रेडिकलाइज़ करने की कोशिश कर रहा था, जो खुद किसी टेरर नेटवर्क के संपर्क में नहीं थे। मौलाना के पास दुबई के रास्ते अफगानिस्तान भागने का भी प्लान था। लेकिन समय रहते उसे पकड़ लिया गया।" ATS इंस्पेक्टर जनरल विकास कुमार ने कहा कि उमर "जिहादी सोच" से इंस्पायर्ड था।

    गिरफ्तार किए गए दूसरे लोगों में मसूद, मोहम्मद अयूब, मोहम्मद जुनैद और बसीर शामिल हैं। उमर के अलावा बाकी सभी लोग भारत के बाहर किसी भी टेरर नेटवर्क के संपर्क में नहीं थे। ATS द्वारा पूछताछ किए गए पांच लोगों में से तीन संवेदनशील बॉर्डर बाड़मेर के थे।