राजस्थान के 10 शहरों में सांस लेना मुश्किल, सीकर में सांस लेने में समस्या के चलते 22 लोग अस्पताल में भर्ती
राजस्थान के दस शहरों में वायु प्रदूषण का स्तर खतरनाक हो गया है, जिससे लोगों का सांस लेना मुश्किल हो गया है। सीकर में सांस लेने की समस्या के चलते 22 लोगों को अस्पताल में भर्ती कराया गया है। वायु गुणवत्ता में गिरावट के कारण स्वास्थ्य संबंधी चिंताएं बढ़ गई हैं।

राजस्थान के 10 शहरों में सांस लेना मुश्किल। (फाइल)
जागरण संवाददाता, जयपुर : राजस्थान के दस शहरों में दो दिन से लोगों का सांस लेना मुश्किल हो रहा है। धुंध का प्रभाव बढ़ने से लोगों को काफी परेशानी हो रही है। उत्तर-पश्चिम से आ रही हवाओं के कारण प्रदेश के कई जिलों में सुबह सात बजे तक दृश्यता क्षमता कम हो रही है। इसके असर से राज्य के दस शहरों में वायु गुणवत्ता सूचकांक (एक्यूआइ)का स्तर बिगड़ गया है।
एनसीआर में शामिल प्रदेश के भिवाड़ी में 383, जयपुर के सितापुरा क्षेत्र में 343 और टोंक में 311 तक पहुंच गया। साथ ही कोटा, सीकर, अलवर, चूरू, जैसलमेर, जोधपुर, करौली, नागौर, सवाईमाधोपुर, श्रीगंगानगर में एक्यूआई का स्तर 200 से अधिक दर्ज किया गया है।
उधर सीकर जिले के औद्योगिक क्षेत्र में शनिवार रात को लोगों को सांस लेने में परेशानी के साथ ही सीने में दर्द होने लगा। स्वास्थ्य बिगड़े पर 22 लोगों को अस्पताल में भर्ती करवाया गया, जिन्हें उपचार के बाद रविवार को घर भेज दिया गया। अस्पताल में भर्ती लोगों ने बताया कि अचानक सांस लेने में परेशानी होने के साथ ही सीने में दर्द होने लगा।
पहले तो अधिकांश लोगों ने घरों में ही प्राथमिक उपचार करने का प्रयास किया, लेकिन सुधार नहीं होने पर सरकारी एस.के.अस्पताल में भर्ती करवाया गया। चिकित्सकों का कहना है कि सभी मरीज अब स्वस्थ हैं। फैक्ट्री से निकलने वाले धुंए के कारण उन्हे तकलीफ हुई थी।
वहीं स्थानीय लोगों का कहना है कि जिस फैक्ट्री से ज्यादा धुआं निकला वहां पुराने कपड़े जलाकर उनमें से तांबा निकालने का काम होता है। शनिवार रात को भी यही काम हो रहा था। जानकारी के अनुसार वायु प्रदूषण एवं मौसम के कारण अस्थमा रोगियों को सांस लेने में काफी मुश्किल हो रही है। मौसम विभाग ने प्रदेश में अगले कुछ दिनों तक मौसम शुष्क और इसी तरह की हवाओं का प्रभाव रहने का अनुमान जताया है।

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