हर समय हत्यारों को लोकेशन भेजती सोनम... शिलांग में किस तरह रची गई मर्डर की साजिश? पढ़ें राजा हत्याकांड की पूरी कहानी
Raja Raghuvanshi Murder Case इंदौर के ट्रांसपोर्ट कारोबारी राजा रघुवंशी की हत्या का मामला तब सामने आया जब उनकी पत्नी सोनम जिनसे उन्होंने 13 दिन पहले शादी की थी ने अपने प्रेमी के साथ मिलकर उनकी हत्या कर दी। सोनम ने हनीमून पर शिलांग में अपने पति को मारने की योजना बनाई। उसने अपने प्रेमी और उसके दोस्तों को बुलाया।

जेएनएन, इंदौर : हनीमून पर शिलांग गए इंदौर के ट्रांसपोर्ट कारोबारी राजा रघुवंशी की हत्या और पत्नी सोनम के लापता होने के मामले ने सोमवार को स्तब्ध कर देने वाला मोड़ लिया।
जिस सोनम की तलाश के लिए सीबीआई जांच की मांग की जा रही थी, उसी ने विवाह के महज 13 दिनों बाद प्रेमी से मिलकर पति की हत्या करा दी।
पुलिस के अनुसार पूरे षड्यंत्र की सूत्रधार सोनम ही है। रविवार रात उत्तर प्रदेश के गाजीपुर में एक ढाबे पर बदहवास हालत में पहुंची सोनम ने ढाबा मालिक के फोन से अपने भाई गोविंद से बात की। गोविंद ने ढाबा मालिक को पुलिस बुलाने को कहा। इसके बाद पुलिस ने पहुंचकर उसे हिरासत में ले लिया।
सोनम रघुवंशी को सोमवार देर रात सीजेएम गाजीपुर की कोर्ट में पेश किया गया था। अदालत ने तीन दिन की ट्रांजिट रिमांड पर उसे मेघालय ले जाने की मंजूरी दे दी है।
सोनम ने राज के दोस्तों को बुलाया शिलांग
राजा और सोनम उर्फ बिट्टी रघुवंशी की शादी 11 मई को हुई थी। मेघालय पुलिस के अनुसार, सोनम ने अपने प्रेमी राज कुशवाहा के साथ रहने के लिए शादी के छह दिन बाद ही राजा को रास्ते से हटाने की योजना बना ली।
20 मई को पति को हनीमून के लिए मेघालय ले जाने के बाद उसने राज के तीन दोस्तों को वहां बुला लिया। सोनम ही हत्यारों को अपनी लोकेशन लगातार दे रही थी।
23 मई को शिलांग के ईस्ट खासी हिल्स क्षेत्र में आरोपितों ने सोनम के सामने ही राजा के सिर के पिछले हिस्से पर डाव (पूर्वोत्तर में इस्तेमाल होने वाला चाकूनुमा हथियार) से वार किए। राजा गिर गया तो उसकी चेन, अंगूठी, ब्रेसलेट निकालने के बाद सोनम और तीनों हत्यारोपितों ने उसे खाई में फेंक दिया।
पुलिस ने पांच लोगों को किया गिरफ्तार
मेघालय और इंदौर पुलिस ने सोनम, प्रेमी राज सहित पांच आरोपियों को गिरफ्तार किया है। बता दें कि 23 मई से जब स्वजन का संपर्क राजा-सोनम से नहीं हो पाया तो तलाश होने लगी। दो जून को राजा का शव मिला था। दोनों परिवार सोनम के लौटने का इंतजार कर रहे थे।
रविवार देर रात गाजीपुर के ढाबे से सोनम को हिरासत में लेने से पहले शिलांग पुलिस और क्राइम ब्रांच की टीम ने राज, उसके दोस्त विशाल उर्फ विक्की, आकाश और आनंद को पकड़कर पूरे मामले की कड़ियां जोड़ चुकी थीं।
सोनम लोकेशन बताती रही, साए की तरह पीछे-पीछे चलते रहे हत्यारे
राज सोनम के पिता के प्लाईवुड कारोबार में ही बिलींग का काम करता था। पुलिस के अनुसार सोनम से पांच वर्ष छोटे राज का उससे तीन साल से प्रेम प्रसंग चल रहा था। दोनों शादी करना चाहते थे। पिता को हृदय संबंधी बीमारी की वजह से सोनम यह परिवार को बताने का साहस नहीं जुटा सकी। उधर, माता-पिता ने मैट्रिमोनियल साइट पर राजा का बायोडाटा देखा और रिश्ता पक्का कर दिया।
सोनम ने शादी तो कर ली, मगर वह इससे खुश नहीं थी। 17 मई को उसने राज से बात कर तय कर लिया कि राजा को रास्ते से हटाना पड़ेगा। राज ने अपने दोस्त विशाल, आकाश और आनंद को इसके लिए तैयार किया और उन्हें 21 मई को ट्रेन से गुवाहाटी भेजा। जैसे ही राजा-सोनम शिलांग पहुंचे, वे तीनों भी शिलांग आ गए।
सोनम लगातार उन्हें लोकेशन भेज रही थी। आरोपियों ने ईस्ट खासी हिल्स क्षेत्र से 400 रुपये में डाव खरीदा। घूमने के दौरान तीनों ने हिंदी भाषी और मध्य प्रदेश का बताकर राजा से दोस्ती भी कर ली। पास ही में घूमने लायक स्थान बताकर राजा का स्कूटर डबल डेकर ब्रिज क्षेत्र में रखवाया और राजा को पहाड़ी इलाके में ले जाकर मार डाला।
पुलिस जांच में पाया गया कि राजा से मिलने के बाद आरोपियों ने हत्या न करने का मन भी बना लिया था। मगर, सोनम हत्या के लिए उन पर लगातार दबाव बनाती रही।
राज का पेटीएम सोनम के पास, इसी से मिला हत्यारों का सुराग
शिलांग पुलिस ने राजा का शव बरामद कर हत्या, लूट और डकैती का केस दर्ज किया था। एसपी (शिलांग) विवेक सिम ने एसआइटी गठित की। साइबर एक्सपर्ट ने सोनम के बैंक खातों की जानकारी निकाली तो ई-वालेट (पेटीएम) का ब्योरा मिला, जो राज के नाम था।
कॉल डिटेल निकालने पर राज और सोनम के सैकड़ों इनकमिंग और आउटगोइंग काल्स मिलीं। इसी से विशाल, आनंद और आकाश की जानकारी भी मिली। इससे पुलिस का शक पुख्ता हुआ और रविवार शाम शिलांग क्राइम ब्रांच के डीएसपी विपुल दास दल लेकर सीधे इंदौर पहुंचे।
राज ने 50 हजार रुपये और एक फोन देकर भेजा था हत्यारों को
आरोपितों से पूछताछ में सामने आया कि राज ने दोस्तों को मेघालय भेजने के पहले उनके फोन बंद करा दिए थे। सभी को सार्वजनिक स्थल पर लगे वाई-फाई की मदद से नेट कॉलिंग करने के लिए कहा था। उसने एक फोन और नया सिम कार्ड देने के साथ 50 हजार रुपये भी दिए थे।
पुलिस ने जब सोनम व राजा के नंबरों की पड़ताल की तो उनके आसपास मध्य प्रदेश के नंबर की लोकेशन भी मिली। इस नंबर की काल डिटेल निकाली गई तो सोनम के नंबर पर कई बार बात होने की जानकारी मिली और इससे जांच की दिशा बदल गई।
भाई को सोनम से नहीं मिलने दिया गयारविवार रात करीब एक बजे गाजीपुर पुलिस ने काशी चाय जायका ढाबे से सोनम को हिरासत में लिया और उसे राजकीय मेडिकल कालेज अस्पताल ले गई। प्राथमिक उपचार के बाद उसे वन स्टाप सेंटर में रखा गया है।
सोमवार देर शाम इंदौर से पहुंचे उसके भाई गोविंद को भी उससे मिलने नहीं दिया गया। शाम सात बजे मेघालय पुलिस के चार अधिकारी गाजीपुर पहुंचे और वन स्टाप सेंटर पहुंचे।
मेघालय के एसआइटी प्रमुख व एसपी (सिटी) हर्बर्ट पिनियाड खारकोंगोर ने कहा कि चार लोगों को गिरफ्तार किया गया है। उन्हें अदालत में पेश कर शिलांग लाने के लिए ट्रांजिट रिमांड लेंगे। टीम सोनम को भी औपचारिक रूप से गिरफ्तार कर ट्रांजिट रिमांड लेगी।
गाजीपुर के पुलिस अधीक्षक, डॉ. ईरज राजा ने बताया कि मामला मेघालय का होने के कारण सोनम से कोई पूछताछ नहीं की गई है। मेघालय पुलिस आ गई है और उससे पूछताछ कर रही है।
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