मैदान से लेकर पहाड़ों तक बारिश और हिमपात का अलर्ट, मौसम विभाग ने जारी की चेतावनी; दिल्ली में तेज वर्षा की संभावना
बीबीएमबी प्रबंधन की ओर से रणजीत सागर बांध और पौंग बांध से रविवार को रावी व दरिया में पानी छोड़ने का क्रम जारी रखा। वहीं बिहार के 34 जिलों में बादल छाए रहने के साथ कुछ स्थानों पर वर्षा के आसार है। सुपौल अररिया एवं किशनगंज में भारी से बहुत भारी वर्षा का यलो अलर्ट जारी किया गया है।

डिजिटल डेस्क, नई दिल्ली। मानसून के चले जाने के बाद भी वर्षा का दौर अगले दो दिन जारी रहेगा। मैदानी और पर्वतीय राज्यों में हल्की से भारी वर्षा होने का मौसम विभाग का पूर्वानुमान है। वही हिमाचल, उत्तराखंड और जम्मू-कश्मीर के उच्च पर्वतीय क्षेत्रों में हिमपात और वर्षा होने से तापमान में भी तेजी से गिरावट आई है।
दिल्ली और आसपास के क्षेत्रों में सोमवार को तेज वर्षा होने के आसार हैं। इसे लेकर यलो अलर्ट भी जारी किया गया है। मंगलवार को भी वर्षा हो कसती है। स्काईमेट वेदर के उपाध्यक्ष (मौसम विज्ञान एवं जलवायु परिवर्तन) महेश पलावत ने बताया कि मौसम में इस बदलाव की मुख्य रूप से दो वजह हैं।
चल रही हैं नमी भरी हवाएं
पहला- अरब सागर और बंगाल की खाड़ी से नमी भरी हवाएं चल रही हैं। इनके टकराने से वर्षा होने की संभावना बन रही है। दूसरा- सेंट्रल पाकिस्तान और पंजाब की ओर एक पश्चिमी विक्षोभ सक्रिय हुआ है। पंजाब में रविवार सुबह कई जिलों में तेज हवाओं के साथ वर्षा हुई। मौसम विभाग ने राज्य में अगले दो दिन भारी वर्षा और ओलावृष्टि की संभावना जताई है।
उधर, बीबीएमबी प्रबंधन की ओर से रणजीत सागर बांध और पौंग बांध से रविवार को रावी व दरिया में पानी छोड़ने का क्रम जारी रखा। वहीं बिहार के 34 जिलों में बादल छाए रहने के साथ कुछ स्थानों पर वर्षा के आसार है। सुपौल, अररिया एवं किशनगंज में भारी से बहुत भारी वर्षा का यलो अलर्ट जारी किया गया है।
मौसम विज्ञान केंद्र पटना के निदेशक आशीष कुमार ने बताया की आठ अक्टूबर से वर्षा में कमी आने के साथ मौसम शुष्क रहने की संभावना है। पर्वतीय राज्यों में भारी वर्षा और हिमपात की चेतावनी : उत्तराखंड में मौसम विज्ञान केंद्र देहरादून के अनुसार, 48 घंटों तक उत्तराखंड में तेज हवाओं, गर्जन और बिजली चमकने के साथ वर्षा का दौर बना रहेगा।
कैसा रहेगा उत्तराखंड और हिमाचल का मौसम?
मौसम विभाग ने देहरादून, उत्तरकाशी, रुद्रप्रयाग, चमोली समेत कई जिलों में तीव्र वर्षा, आकाशीय बिजली गिरने, ओलावृष्टि और तेज हवाओं की संभावना को देखते हुए आरेंज अलर्ट जारी किया है। उधर, हिमाचल में रविवार सुबह कई जगह तेज तूफान के साथ वर्षा व चोटियों पर हिमपात के कारण तापमान में गिरावट दर्ज की गई है।
रविवार सुबह धर्मशाला सहित कुछ स्थानों पर जहां वर्षा हुई, वहीं धौलाधार, रोहतांग, शिंकुला, कुंजुम, बारालाचा, पांगी, किन्नौर और मनाली के ऊंचाई वाले क्षेत्रों में हिमपात हुआ। इस कारण राज्य में अधिकतम तापमान में 13 डिग्री सेल्सियस तक की गिरावट आई है।
मौसम विभाग ने छह व सात अक्टूबर को हिमाचल में हिमपात, वर्षा और ओलावृष्टि की संभावना जताई है। रोहतांग दर्रा बंद, वैष्णो देवी यात्रा भी तीन दिन स्थगित : हिमाचल के उच्च पर्वतीय क्षेत्रों में लगातार हिमपात के कारण रोहतांग दर्रा को वाहनों के लिए बंद कर दिया गया है। वहीं, जम्मू,कश्मीर के कई भागों में रविवार तड़के तेज वर्षा हुई।
हुई पहली बर्फबारी
हालांकि मौसम को देख पहले से ही श्री माता वैष्णो देवी की यात्रा के अलावा रियासी में शिवखोड़ी और किश्तवाड़ में मचैल माता की यात्राओं को तीन दिन के लिए बंद रखा है। लद्दाख के कारगिल के जोजि ला पास में मौसम की पहली बर्फबारी हुई। राज्य में मौसम विभाग की भारी वर्षा की चेतावनी का देखते हुए स्कूल शिक्षा निदेशालय जम्मू ने जम्मू संभाग में सभी सरकारी और निजी स्कूलों को दो दिनों के लिए बंद करने का आदेश दिया है।
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