'शर्म से सिर झुका...', नवजात के चूहे काटने से मौत पर राहुल गांधी ने सरकार को घेरा
Rahul Gandhi on Indore hospital deaths राहुल गांधी ने इंदौर के सरकारी अस्पताल में चूहों द्वारा दो नवजात शिशुओं की मौत पर मध्य प्रदेश और केंद्र सरकार पर हमला बोला। राहुल गांधी ने उन्होंने इसे दुर्घटना नहीं हत्या करार देते हुए पीएम मोदी और मुख्यमंत्री पर लापरवाही का आरोप लगाया और जवाब मांगा।

जागरण ब्यूरो, नई दिल्ली। लोकसभा में नेता विपक्ष राहुल गांधी ने मध्यप्रदेश के इंदौर के बड़े सरकारी अस्पताल में चूहों के काटने से दो नवजात शिशुओं की हुई मौत की घटना पर मध्यप्रदेश सरकार के साथ-साथ केंद्र सरकार पर भी बेहद करारा हमला किया है।
कांग्रेस नेता ने पीएम मोदी और मध्यप्रदेश के मुख्यमंत्री पर निशाना साधते हुए आरोप लगाया कि सरकार अभी तक लोगों के स्वास्थ्य का अधिकार छीन रही थी, मगर अब मां की गोद से उनके बच्चे भी छीन रही है। साथ ही कहा कि इंदौर में नवजात शिशुओं की मौत दुर्घटना नहीं बल्कि हत्या है।
नवजात शिशुओं के चूहा काटने से हुई हृदयविदारक खबर पर राहुल गांधी ने एक्स पोस्ट के जरिए अपना आक्रोश जाहिर करते हुए कहा इंदौर में मध्यप्रदेश के सबसे बड़े सरकारी अस्पताल में दो नवजात शिशुओं की चूहों के काटने से मौत कोई दुर्घटना नहीं, सीधी-सीधी हत्या है।
यह घटना इतनी भयावह, अमानवीय और असंवेदनशील है कि इसे सुनकर भी रूह कांप जाए। एक मां की गोद से उसका बच्चा छिन गया, सिर्फ इसलिए क्योंकि सरकार ने अपनी सबसे बुनियादी जिम्मेदारी नहीं निभाई।
नेता विपक्ष ने कहा कि हेल्थ सेक्टर को जानबूझकर प्राइवेट हाथों में सौंपा गया जहां इलाज अब सिर्फ अमीरों के लिए रह गया है और गरीबों के लिए सरकारी अस्पताल अब जीवनदायी नहीं मौत के अड्डे बन चुके हैं। प्रशासन हर बार की तरह कहता है जांच होगी लेकिन सवाल यह है जब आप नवजात बच्चों की सुरक्षा तक नहीं कर सकते तो सरकार चलाने का क्या हक है?
सरकार के शीर्ष नेतृत्व पर निशाना साधते हुए राहुल गांधी ने कहा,
'पीएम मोदी और मध्यप्रदेश के मुख्यमंत्री को शर्म से सिर झुका लेना चाहिए। आपकी सरकार ने देश के करोड़ों गरीबों से स्वास्थ्य का अधिकार छीन लिया है और अब मां की गोद से बच्चे तक छिनने लगा है। मोदी जी यह आवाज उन लाखों मां-बाप की तरफ से उठ रही है जो आज सरकारी लापरवाही का शिकार हो रहे हैं। क्या जवाब देंगे? हम चुप नहीं रहेंगे। ये लड़ाई हर गरीब, हर परिवार, हर बच्चे के हक की है।'
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