सिंगर जुबीन गर्ग को राहुल गांधी ने दी श्रद्धांजलि, परिवार के सदस्यों से की मुलाकात
लोकप्रिय सिंगरजुबीनगर्ग की मौत के मामले की गुत्थी अभी भी अनसुलझी है। इस अमले में अब तक दो आरोपियों को गिरफ्तार कर न्यायिक हिरासत में भेज दिया गया है। इस बीच लोकसभा में विपक्ष के नेता राहुल गांधी ने गुवाहाटी पहुंच कर सिंगर को श्रद्धांजलि अर्पित की।

सिंगर जुबीन गर्ग को राहुल गांधी ने दी श्रद्धांजलि
डिजिटल डेस्क, नई दिल्ली। लोकप्रिय सिंगर जुबीन गर्ग की मौत की गुत्थी अभी भी अनसुलझी है। इस मामले में दो आरोपियों को गिरफ्तार कर न्यायिक हिरासत में भेज दिया गया है। जुबीन की मौत की जांच और इंसाफ मांगने के लिए फैंस लगातार मुहीम चल रहे हैं। इस बीच लोकसभा में विपक्ष के नेता राहुल गांधी ने गुवाहाटी पहुंच कर सिंगर को श्रद्धांजलि अर्पित की।
राहुल गांधी ने आज उस स्थान पर कंचनजंगा पर्वत को देखा था, जहां सिंगर के परिवार ने जुबीन का अंतिम संस्कार किया था। जुबीन अक्सर अपनी बातों में 'कंचनजंगा' का नाम लेते थे। राहुल गांधी ने कहा कि उन्होंने कंचनजंगा पर्वत को पहली बार तब देखा था जब वह 17 साल के थे। उस दौरान उन्हें पर्वत की "पारदर्शी और अविचल" आभा बहुत पसंद आई थी।
राहुल गांधी ने सुनाया अपना किस्सा
राहुल गांधी ने आगे कहा कि जब मैं 17 साल का था, तो मैं सिक्किम में पर्वतारोहण का कोर्स करने गया था। हर दिन जब हम ट्रेनिंग के लिए जाते थे, तो मैं अपने सामने कंचनजंगा पर्वत को देखता था। और मुझे इस पर्वत के बारे में जो बात पसंद आई, वह यह थी कि यह ईमानदार, पारदर्शी, अडिग और सुंदर है।'' राहुल गांधी ने जुबीनगर्ग को याद करते हुए कहा , "आज, जब मैं आ रहा था, गौरव [गोगोई ने कहा कि जुबीन जी खुद को कंचनजंगा कहते हैं, और तुरंत ही मुझे समझ आ गया कि वह कंचनजंगा हैं, क्योंकि उनमें कंचनजंगा के गुण थे। गांधीजी ने गर्ग के अंतिम संस्कार के स्थान पर पारंपरिक असमिया दुपट्टा 'गमोसा' और पुष्पमाला अर्पित की। इसके बाद उन्होंने श्मशान घाट पर सिंगर का प्रिय 'नाहोर' (भारतीय गुलाब शाहबलूत) का एक पौधा लगाया।
जांच में लग सकता है तीन महीने का समय
सिंगापुर पुलिस ने शुक्रवार को कहा कि गायक जुबीन गर्ग की मौत मामले की जांच में तीन महीने का समय लग सकता है। जुबीन का 19 सितंबर को सिंगापुर में समुद्र में तैरते समय डूबने से निधन हो गया था। सिंगापुर पुलिस बल (एसपीएफ) ने कहा, जुबीन मामले की जांच में लगभग तीन महीने का समय लग सकता है। एसपीएफ की जांच पूरी होने पर निर्धारित किया जाएगा कि कोरोनर जांच (सीआइ) हो या नहीं। कोरोनर जांच न्यायिक अधिकारी द्वारा की जाने वाली जांच है, जिसके तहत मृत्यु के कारण और परिस्थितियों का पता लगाया जाता है, तथा रिपोर्ट को सार्वजनिक किया जाता है।
एसपीएफ ने कहा कि जांच जारी रहने के बावजूद, उसने भारतीय उच्चायोग के अनुरोध पर जुबीन की पोस्टमार्टम रिपोर्ट और प्रारंभिक निष्कर्षों की प्रति उनके साथ साझा की है। एसपीएफ ने दोहराया कि प्रारंभिक जांच में जुबीन की मौत में किसी भी प्रकार की गड़बड़ी का संकेत नहीं मिला है। इस बीच, जुबीन की मौत के मामले में एक अक्टूबर से असम पुलिस की विशेष जांच टीम (एसआइटी) द्वारा अब तक सात लोगों को गिरफ्तार किया गया है और सभी को न्यायिक हिरासत में भेज दिया गया है।
जुबीन को जल्द न्याय दिलाने के लिए अभियान चलाएगी भाजपा
असम के मुख्यमंत्री हिमंत बिस्वा सरमा ने शुक्रवार को कहा कि भाजपा जुबीन की मौत मामले की जांच में तेजी लाने और भावी पीढि़यों के लिए उनकी स्मृति को संरक्षित करने को लेकर अभियान शुरू करेगी। 23 अक्टूबर से 'मोइउ जुबीन, अमिउ जुबीन' (मैं भी जुबीन हूं, हम भी जुबीन हैं) अभियान शुरू किया जाएगा।मुख्यमंत्री ने कहा, लोग जल्द न्याय चाहते हैं। भाजपा इस मामले की सुनवाई के लिए फास्ट ट्रैक अदालत, विशेष सरकारी अभियोजक की नियुक्ति और आरोप-पत्र के लिए अभियान चलाएगी। यह अभियान 23 अक्टूबर को 10 सूत्री एजेंडे के साथ शुरू किया जाएगा, जिसमें जुबीन की प्रतिमा स्थापित करना और भाजपा द्वारा प्रतिनिधित्व किए जाने वाले प्रत्येक विधानसभा क्षेत्र में जुबीन और भूपेन हजारिका के नाम पर दो संगीत विद्यालय स्थापित करना शामिल है।
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