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    HAMMER Missile से लैस होगा राफेल, लड़ाकू विमान की मारक क्षमता में होगी और बढ़ोतरी

    By TaniskEdited By:
    Updated: Thu, 23 Jul 2020 06:17 PM (IST)

    भारतीय वायुसेना राफेल लड़ाकू विमान को फ्रांस हैमर मिसाइलों ( HAMMER Missile) से लैस करने की तैयारी में है। इससे लड़ाकू विमान की मारक क्षमता और बढ़ जाएगी।

    HAMMER Missile से लैस होगा राफेल, लड़ाकू विमान की मारक क्षमता में होगी और बढ़ोतरी

    नई दिल्ली, एएनआइ। भारत- चीन तनाव के बीच राफेल विमान की पहली खेप 29 जुलाई को भारत पहुंचने वाली है। इसी बीच खबर आई है कि भारतीय वायुसेना राफेल लड़ाकू विमान को फ्रांसीसी मिसाइल हैमर ( HAMMER Missile) से लैस करने की तैयारी में है। इससे लड़ाकू विमान की मारक क्षमता में वृद्धि होगी। मोदी सरकार द्वारा सशस्त्र बलों को दी गईं खरीदारी की आपातकालीन शक्तियों के तहत हैमर मिसाइलों के लिए ऑर्डर दिया गया है। यह मिसाइल लगभग 60-70 किलोमीटर की सीमा पर किसी भी प्रकार के लक्ष्य को साधने की क्षमता रखती है।  

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    सरकारी सूत्रों ने समाचार एजेंसी एएनआइ को बताया, 'हैमर मिसाइलों के लिए आदेश जारी किया जा रहा है। फ्रांसीसी अधिकारियों ने कम समय में राफेल लड़ाकू विमानों के लिए इसकी आपूर्ति पर सहमति व्यक्त की है। वायु सेना द्वारा इन मिसाइलों की तत्काल आवश्यकता को ध्यान में रखते हुए फ्रांसीसी अधिकारी मौजूदा स्टॉक से भारत को ये मिसाइल सिस्टम मुहैया कराएंगे, जो उन्होंने अपने कुछ अन्य ग्राहकों के लिए तैयार किए थे। 

    जानें हैमर के बारे में

    हैमर (हाइली एजाइल मॉड्यूलर म्यूनिशन एक्सटेंडेड रेंज) एक मध्यम श्रेणी का एयर-टू-ग्राउंड मिसाइल है। इसे शुरुआत में फ्रांसीसी वायुसेना और नौसेना के लिए डिजाइन किया गया था। यह भारत को पहाड़ी क्षेत्रों सहित किसी भी इलाके में किसी भी बंकर या ठिकानों पर हमले की क्षमता को बढ़ाएगा। वहीं समाचार एजेंसी एएनआइ के अनुसार वायुसेना के एक प्रवक्ता ने इस संबंध में कुछ भी कहने से  इनकार किया। 

    कोरोना के कारण राफेल की की डिलीवरी में देरी

    गौरतलब है  29 जुलाई को पांच राफेल विमान फ्रांस से भारत आने वाले हैं। विमान की डिलीवरी पहले मई के अंत तक होने वाली थी, लेकिन दोनों देशों में कोरोना वायरस की स्थिति को देखते हुए इसे दो महीने के लिए स्थगित कर दिया गया था। भारत और फ्रांस के बीच हुए समझौते के तहत 36 राफेल जेट सितंबर 2022 तक आने वाले हैं। वायुसेना के पायलट और तकनीकी अधिकारी राफेल की उड़ान से लेकर संचालन को लेकर पूरी तरह प्रशिक्षित हो चुके हैं।