पाकिस्तान ने जिन सांपों को पाला अब वही मचा रहे तबाही, भारत की चेतावनी सच साबित हुई
आप कितना भी सांपों को अच्छे से पाल लें लेकिन वे काटेंगे जरूर। ऐसा ही पाकिस्तान के साथ हुआ है उसने अपने देश में कट्टरपंथियों को जमकर पाला जो अब पाकिस्तान को ही काटने पर उतारू हैं। भारत ने तो इसकी घोषणा सालों पहले ही कर दी थी। विदेश मंत्री एस जयशंकर ने 2022 में संयुक्त राष्ट्र में पाकिस्तान को कड़ी चेतावनी दी थी।

पाकिस्तान ने जिन सांपों को पाला अब वही मचा रहे तबाही (फोटो- एएनआई)
डिजिटल डेस्क, नई दिल्ली। आप कितना भी सांपों को अच्छे से पाल लें लेकिन वे काटेंगे जरूर। ऐसा ही पाकिस्तान के साथ हुआ है उसने अपने देश में कट्टरपंथियों को जमकर पाला जो अब पाकिस्तान को ही काटने पर उतारू हैं। भारत ने तो इसकी घोषणा सालों पहले ही कर दी थी। विदेश मंत्री एस जयशंकर ने 2022 में संयुक्त राष्ट्र में पाकिस्तान को कड़ी चेतावनी दी थी।
पाकिस्तान अपनी हरकतों से बाज नहीं आ रहा है
पाकिस्तान अपनी हरकतों से बाज नहीं आ रहा है, और यह चेतावनी पहले से कहीं ज्यादा सच साबित होती है। तब दोनों नेताओं ने पाकिस्तान पर रणनीतिक लाभ के लिए आतंकी समूहों को बढ़ावा देने का आरोप लगाया था। अब,पाकिस्तान उस रणनीति के पूरे परिणाम भुगत रहा है।
पाकिस्तान सभी मोर्चों पर उथल-पुथल में है, और नवीनतम संकट के केंद्र में मुरीदके है - वही शहर जिस पर भारत ने ऑपरेशन सिंदूर के दौरान हमला किया था जिसमें लश्कर-ए-तैयबा के मुख्यालय मरकज तैयबा सहित आतंकवादी केंद्रों को निशाना बनाया गया था।
इस हफ्ते, मुरीदके फिर से सुर्खियों में है क्योंकि पाकिस्तान की कानून प्रवर्तन एजेंसियों द्वारा तहरीक-ए-लब्बैक पाकिस्तान (टीएलपी) द्वारा आयोजित एक विरोध शिविर पर कार्रवाई के बाद यह हिंसात्मक हो गया है। सरकारी कार्रवाई के कारण पूरे क्षेत्र में हिंसक झड़पें, गिरफ्तारियों और अस्थिरता बढ़ रही है।
पाकिस्तान में कई धार्मिक समूहों ने मिलकर बनाया गठबंधन
तहरीक-ए-लब्बैक पाकिस्तान (टीएलपी) सहित पाकिस्तान के कई धार्मिक समूहों ने एक साथ मिलकर अहल-ए-सुन्नाह पाकिस्तान नामक नया गठजोड़ तैयार किया है। मुरीदके नरसंहार को लेकर इस गठजोड़ में शामिल संगठन काफी उग्र हो गए हैं। इसने सरकार से कई मांगे की हैं। मांगे न माने जाने पर गंभीर परिणाम भुगतने की धमकी दी है। मुरीदके में एक विरोध प्रदर्शन के दौरान सुरक्षा बलों द्वारा अपने कार्यकर्ताओं की हत्या के बाद से टीएलपी चर्चा में है।
अधिकारियों का कहना है कि टीएलपी के नेतृत्व वाले गठबंधन द्वारा घोषित विरोध प्रदर्शन पाकिस्तान में सुरक्षा प्रतिष्ठान के लिए बड़ा खतरा बन सकता है। इस गठबंधन के पास कई राजनीतिक संगठनों का समर्थन है। इसके अलावा इसे देश के विभिन्न धार्मिक नेताओं का भी समर्थन प्राप्त है, जो इस गठबंधन को और भी घातक बनाता है।
भारत ने मुरीदके में मचा दी थी तबाही
पहलगाम आतंकी हमले के बाद मई में ऑपरेशन सिंदूर के दौरान मुरीदके उन नौ प्रमुख ठिकानों में से एक था, जिन्हें निशाना बनाया गया था। इस हमले में 26 नागरिक मारे गए थे। चार दिवसीय अभियान के दौरान, भारतीय वायु सेना ने कम से कम छह पाकिस्तानी लड़ाकू जेट, दो उच्च-मूल्य निगरानी विमान, एक सी-130 परिवहन विमान, दस से अधिक ड्रोन, कई क्रूज मिसाइलें और रडार प्रतिष्ठानों को नष्ट कर दिया।
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