क्वाड देशों का साफ संदेश, दिल्ली ब्लास्ट के दोषियों के खिलाफ की सजा की मांग; आतंकवाद पर दिया साझा बयान
क्वाड देशों ने दिल्ली के लाल किले में हुए धमाके के दोषियों को न्याय के कठघरे में लाने की मांग की है। क्वाड काउंटर टेररिज्म वर्किंग ग्रुप की बैठक में आ ...और पढ़ें
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लालकिला धमाके के दोषियों को सजा सुनिश्चित हो- क्वाड (फाइल फोटो)
जागरण ब्यूरो, नई दिल्ली। अमेरिका, भारत, जापान और ऑस्ट्रेलिया की सदस्यता वाले क्वाड ने लालकिले धमाके में शामिल दोषियों, साजिशकर्ताओं और फंडिंग करने वले न्याय के कठघरे में लाने की जरूरत पर बल दिया है। इसके लिए संयुक्त राष्ट्र सभी सदस्य देशों से इसमें सहयोग करने का आग्रह किया।
क्वाड काउंटर टेररिज्म वर्किंग ग्रुप की बैठक में भारत ने साफ किया कि आतंकवाद के खतरे से निपटने के लिए क्वाड के भीतर साझा संकल्प हो। 2023 में इस वर्किंग ग्रुप का गठन किया गया था यह इसकी तीसरी बैठक है। बैठक में सभी क्वाड देशों ने एक स्वर में आतंकवाद और सीमापार आतंकवाद की कड़े शब्दों में निंदा की।
दिल्ली ब्लास्ट पर शोक व्यक्त किया गया
बैठक में 10 नवंबर दिल्ली के लाल किले के पास हुए जघन्य आतंकवादी हमले पर शोक व्यक्त किया गया। क्वाड देशों ने आतंकवाद से जुड़े खतरों पर अपने-अपने आंकलन को एक-दूसरे से साझा किया। इसमें खासतौर पर हिंद प्रशांत क्षेत्र में आतंकवाद के खतरों पर विशेष जोर था और सभी देशों ने हिंद प्रशांत क्षेत्र को आतंकवाद के खतरों से मुक्त रखने के लिए साक्षा रणनीति के काम करने पर सहमति दी।
बैठक में आतंकवाद के खिलाफ लड़ाई में आपसी सहयोग के साथ-साथ मौजूदा तथा उभरती चुनौतियों से निपटने के उपायों पर चर्चा हुई। बैठक के दौरान ''शहरी वातावरण में आतंकवाद-रोधी अभियानों'' पर एक टेबलटाप एक्सरसाइज भी किया गया।
क्वाड देश किस बात पर हुए सहमत?
इस अभ्यास ने विशेषज्ञों को आतंकवाद रोधी अभियान में अपनी-अपनी कार्यक्षमता का प्रदर्शन किया। इसे सर्वोत्तम प्रक्रियाएं साझा करने और भविष्य में जटिल आतंकवादी परिस्थितियों का सामना करने के लिए संयुक्त संचालनात्मक तैयारी के रूप में देखा जा रहा है। क्वाड देश इस बात पर सहमत थे कि आतंकियों, आतंकी संगठनों और उनके संरक्षकों के बारे में निरंतर सूचना का आदान-प्रदान होना जरूरी है।

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