Putin India Visit: 2021 की अधूरी डील अब होगी पूरी? ट्रंप के टैरिफ के बीच मोदी-पुतिन की प्राइवेट मीटिंग
रूसी राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन आज भारत दौरे पर हैं। इस दौरान प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के साथ रक्षा सहयोग और ऊर्जा साझेदारी पर चर्चा होगी। पिछली बार ...और पढ़ें
डिजिटल डेस्क, नई दिल्ली। रूसी राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन आज भारत आ रहे हैं। चार साल में यह उनका दूसरा भारत दौरा है। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और पुतिन के बीच इस बार भी रक्षा सहयोग, ऊर्जा साझेदारी और बदलते वैश्विक हालात पर गहरी बातचीत होने की उम्मीद है।
पुतिन पिछली बार 6 दिसंबर 2021 को भारत आए थे। उस समय महामारी के कारण उनका दौरा सिर्फ पांच घंटे का था, लेकिन इसके बावजूद उन्होंने PM मोदी के साथ रक्षा, ऊर्जा और लंबी साझेदारी के मुद्दों पर विस्तार से चर्चा की थी।
किन मुद्दों पर हुई थी बात?
दोनों देशों ने रक्षा और रणनीतिक सहयोग की समीक्षा की थी, साथ ही 2+2 वार्ता की शुरुआत का स्वागत किया था। सैन्य-तकनीकी सहयोग बढ़ाने पर भी सहमति बनी थी। पीएम मोदी और पुतिन ने निवेश बढ़ाने, INSTC और चेन्नई-व्लादिवोस्तोक समुद्री गलियारे को आगे बढ़ाने पर बात की थी। इसके अलावा अफगानिस्तान, कोविड के बाद आर्थिक सुधार और वैश्विक मंचों पर सहयोग पर चर्चा हुई थी।
उस वक्त दोनों देशों के बीच कई समझौते हुए थे, जिनमें व्यापार, ऊर्जा, विज्ञान-तकनीक, संस्कृति, शिक्षा और अंतरिक्ष शामिल थे। जाने से पहले पुतिन ने पीएम मोदी को 2022 में रूस आने का निमंत्रण भी दिया था।
अब बदली दुनिया और नई चुनौतियां
पुतिन का पिछला भारत दौरा अमेरिका में डोनल्ड ट्रंप की वापसी से पहले हुआ था। पिछले तीन सालों में भारत ने रूस से सस्ती तेल खरीद जारी रखी, जिसे पश्चिमी देशों ने काफी हद तक नजरअंदाज किया। लेकिन अब ट्रंप के बयानों और नई अमेरिकी टैरिफ नीतियों ने भारत-अमेरिका रिश्तों में तनाव बढ़ाया है।
इसी बीच रूस, जो यूक्रेन में हाल के सैन्य लाभ से उत्साहित है उसने अमेरिका समर्थित नए शांति प्रस्ताव को खारिज कर दिया है। भारत के लिए रूस अब भी एक अहम रक्षा सहयोगी बना हुआ है।
23वां भारत-रूस वार्षिक समिट
पुतिन के शाम 6 बजे तक दिल्ली पहुंचने की उम्मीद है। इसके बाद PM मोदी उनके सम्मान में निजी डिनर आयोजित करेंगे। इस दौरे में दोनों नेता रक्षा सौदों पर खास ध्यान देंगे। इसमें S-400 एयर डिफेंस सिस्टम की डिलीवरी और भारत की नई Su-57 फाइटर जेट्स में रुचि जैसे मुद्दे प्रमुख रहेंगे।
सामरिक साझेदारी को मजबूत करना, बदलते वैश्विक हालात में दोनों देशों की रणनीति को संतुलित करना और रक्षा सहयोग को आगे बढ़ानाये इस दौर की मुख्य प्राथमिकताएं होंगी।
Putin India Visit: ट्रेड, Su-57 फाइटर जेट्स पर बातचीत: पुतिन के दौरे से क्या उम्मीद?

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