केरल में मंदिर में आई फेमस मुस्लिम व्लागर, तालाब में पैर धोकर चली गई; वीडियो वायरल होने के बाद हुआ शुद्धिकरण
केरल के गुरुवायूर स्थित प्रसिद्ध श्रीकृष्ण मंदिर में मंगलवार को एक शुद्धिकरण अनुष्ठान किया गया। यह अनुष्ठान एक गैर ¨हदू व्लागर द्वारा मंदिर के पवित्र तालाब पर हाल ही में बनाए गए वीडियो के बाद किया गया। कहा गया है कि उसने पवित्र तालाब का वीडियो बनाते समय अपने पैर धोये थे। मंदिर सूत्रों के अनुसार शुद्धिकरण अनुष्ठान के मद्देनजर मंदिर में दर्शन दोपहर 1.30 बजे तक प्रतिबंधित था।
पीटीआई, त्रिशूर। केरल के गुरुवायूर स्थित प्रसिद्ध श्रीकृष्ण मंदिर में मंगलवार को एक ''शुद्धिकरण अनुष्ठान'' किया गया। यह अनुष्ठान एक गैर ¨हदू व्लागर द्वारा मंदिर के पवित्र तालाब पर हाल ही में बनाए गए वीडियो के बाद किया गया।
कहा गया है कि उसने पवित्र तालाब का वीडियो बनाते समय अपने पैर धोये थे। मंदिर सूत्रों के अनुसार, शुद्धिकरण अनुष्ठान के मद्देनजर मंदिर में दर्शन दोपहर 1.30 बजे तक प्रतिबंधित था।
उन्होंने बताया कि शुद्धिकरण अनुष्ठान के तहत ''शीवेली'' नामक एक जुलूस निकाला गया और अन्य पूजा भी आयोजित की गई। श्रीकृष्ण मंदिर का प्रबंधन करने वाले गुरुवायूर देवस्वोम ने सोमवार को शुद्धिकरण अनुष्ठान की घोषणा की थी।
एक पोस्ट में देवस्वोम ने कहा था कि एक गैर-हिंदू महिला ने पवित्र तालाब में प्रवेश कर वीडियो बनाया था। यह धार्मिक रूप से सही नहीं था। इस मामले के तूल पकड़ने के बाद महिला ने इंटरनेट मीडिया से अपनी इस पोस्ट को हटा लिया है। इसके लिए उसने माफी भी मांगी है।
मंदिर धर्मनिरपेक्ष स्थान नहीं, बल्कि पवित्र स्थल: केंद्रीय मंत्री
कर्नाटक सरकार द्वारा मैसूर में दशहरा उत्सव के उद्घाटन के लिए बुकर पुरस्कार विजेता लेखिका और कार्यकर्ता बानू मुश्ताक को दिया गया आमंत्रण कांग्रेस बनाम भाजपा की लड़ाई में तब्दील होता जा रहा है। आज केंद्रीय मंत्री शोभा करंदलाजे ने कर्नाटक के उपमुख्यमंत्री डी.के. शिवकुमार द्वारा आमंत्रण का समर्थन करने वाली टिप्पणी पर आपत्ति जताई।
करंदलाजे ने एक्स (जिसे पहले ट्विटर कहा जाता था) पर एक पोस्ट में लिखा कि उपमुख्यमंत्री डी.के. शिवकुमार की यह टिप्पणी कि चामुंडेश्वरी मंदिर हिंदुओं का नहीं है, अत्यंत निंदनीय है।
आगे कहा कि ऐसा लगता है कि वह कांग्रेस आलाकमान को खुश करने की कोशिश कर रहे हैं, जिसने उन्हें कर्नाटक विधानसभा में आरएसएस की प्रार्थना पढ़ने के लिए पहले ही फटकार लगा दी थी। कांग्रेस पार्टी का लहजा, तेवर और रुख हमेशा से हिंदू विरोधी और हिंदू हितों के खिलाफ रहा है।
मंदिर पवित्र स्थान है
उन्होंने आगे कहा कि जो लोग धर्मनिरपेक्षता का उपदेश देते रहते हैं, उन्हें यह समझना चाहिए कि मंदिर "धर्मनिरपेक्ष स्थान" नहीं हैं, बल्कि वे पवित्र संस्थान हैं जिनका अधिकार हिंदुओं का है।
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