महाकुंभ से प्रेरित है पुरी रथयात्रा मेगा किचन, लाखों श्रद्धालुओं को मिल रही मुफ्त भोजन
प्रयागराज महाकुंभ के अनुभवों ने पुरी रथयात्रा में श्रद्धालुओं की सेवा को सुगम बनाया। यहां इस्कॉन और अदाणी समूह द्वारा संचालित मेगा किचन श्रद्धालुओं के आकर्षण का केंद्र है जहां प्रतिदिन एक लाख लोगों को मुफ्त भोजन मिलता है। इस किचन में आईआईटी इंजीनियर और पूर्व कॉर्पोरेट पेशेवर शामिल हैं जो गुणवत्ता और शुद्धता का ध्यान रखते हुए भगवान जगन्नाथ के प्रसाद जैसा भोजन तैयार करते हैं।

संजय मिश्र, पुरी। प्रयागराज महाकुंभ के अनुभवों ने धार्मिक नगरी पुरी में भगवान जगन्नाथ की प्रसिद्ध पवित्र रथयात्रा के दौरान श्रद्धालुओं की सेवा और सुविधाओं को सहज बनाने की राह दिखाई दी है। इसका विशिष्ट पहलू यह है कि करीब दो हफ्ते तक रोजाना लाखों की संख्या में देश-प्रदेश से आने वाले श्रद्धालुओं को भोजन प्रसाद उपलब्ध कराया जा रहा है।
रथयात्रा के दौरान पुरी में इस समय सबसे चर्चित ''मेगा किचन'' श्रद्धालुओं के आकर्षण का केंद्र बना हुआ है जहां करीब एक लाख लोगों को प्रति दिन निशुल्क भोजन प्रसाद सेवा प्रदान की जा रही है।
महाकुंभ में भोजन सेवा का सफल प्रयोग करने वाले सांस्कृतिक संगठन इस्कॉन यहां भी इस मेगा किचन को अदाणी समूह के संपूर्ण सहयोग से संचालित कर रहा है। मेगा किचन का यह प्रसाद केवल श्रद्धालुओं को ही नहीं प्रति दिन करीब सात हजार पुलिस कर्मियों को तीनों वक्त का नाश्ता-भोजन यहीं से उपलब्ध कराया जा रहा है।
आइआइटी इंजीनियर्स कर रहे मेगा किचन का संचालन
खास बात यह है कि इस मेगा किचन का संचालन सांसारिक जीवन छोड़ इस्कॉन के जरिए भक्ति मार्ग का रास्ता चुनने वाले आइआइटी इंजीनियर से लेकर बहुराष्ट्रीय कंपनी में काम कर चुके कई युवा पेशेवरों के हाथ में है।
इसमें आइआइटी से पास आउट बलि मुरारी दास से लेकर टीसीएस में इंजीनियर के तौर पर मर्सिडीज बेंज जैसी कंपनी को सेवा दे चुके शांत गोपीनाथ दास जैसे कई लोग शामिल हैं। करीब एक दशक तक कॉर्पोरेट की दुनिया में रहने के बाद अब धार्मिक सेवा के रास्ते पर चल चुके बलि मुरारी दास कहते हैं कि मेगा किचन ने रथयात्रा में बड़ी संख्या में आए श्रद्धालुओं की भोजन चिंता का निवारण किया है।
मेगा किचन में काम कर रहे कई लोग प्रयाग के महाकुंभ में ऐसी व्यवस्था में शामिल थे। वहां का अनुभव पुरी में काम आया। भगवान जगन्नाथ के प्रसिद्ध मंदिर से महज चंद किलोमीटर दूर इस्कॉन के इस मेगा किचन की शुरुआत करने अदाणी समूह के प्रमुख गौतम अदाणी खुद आए थे।
भोजन प्रसाद बनाने से लेकर वितरण में करीब 5000 लोग लगे हुए हैं। रथयात्रा के दौरान करीब 40 लाख लोगों को भोजन प्रसाद तथा जूस उपलब्ध कराया गया है। खास बात यह है कि भोजन में पूरी तरह गुणवत्ता और शुद्धता का ख्याल रखा जाता है और यह कुछ वैसा ही बनाया जाता है जैसा भगवान जगन्नाथ का प्रसाद तैयार होता है।
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