पुणे : एनसीपी नेता अनिल भोसले समेत तीन गिरफ्तार, बैंक में धोखाधड़ी करने का आरोप
महाराष्ट्र पुणे पुलिस ने एनसीपी नेता अनिल भोसले और अन्य तीन लोगों को शिवाजी राव बैंक में कथित रुप से घोटाला करने के आरोप में गिरफ्तार कर लिया है।
पुणे, एएनआइ। महाराष्ट्र पुणे पुलिस ने मंगलवार शिवाजीराव भोसले सहकारी बैंक में कथित रूप से 71.78 करोड़ रुपये की धोखाधड़ी के मामले में राष्ट्रवादी कांग्रेस पार्टी और विधान परिषद के सदस्य अनिल भोसले को गिरफ्तार किया। बता दें कि पुलिस ने उनके साथ तीन और लोगों को इसी मामले में हिरासत में लिया है।
जानकारी के लिए बता दें कि अनिल भोसले इस बैंक के निदेशक भी हैं। भोसले के अलावा बैंक के सीईओ तन्हाजी पड़वल और बैंक के मुख्य लेखाकार शैलेष भोसले को भी पुलिस ने गिरफ्तार किया है। दरअसल, पुणे पुलिस ने इस साल जनवरी में भोसले. उनकी पत्नी और निदेशक बोर्ड समेत करीब 15 अन्य लोगों को खिलाफ कथित हेराफेरी, धोखाधड़ी और जालसाजी का मामला दर्ज किया था।
पुलिस ने कहा कि भारतीय रिजर्व बैंक के निर्देश पर, शिकायतकर्ता, जो एक लेखा परीक्षक है, ने वर्ष 2018-19 का वित्तीय लेखा परीक्षण किया था और 'कैश इन हैंड' सेगमेंट में 71,78,87,723 रुपये कम पाया। पुलिस ने कहा कि सभी आरोपियों ने एक-दूसरे के साथ मिलीभगत कर और बैंक को धोखा देकर रिकॉर्ड बनाया। पिछले साल अक्टूबर में, महाराष्ट्र सरकार के सहकारिता विभाग ने बैंक के निदेशक मंडल को बर्खास्त कर दिया और एक प्रशासक नियुक्त किया। सहयोग आयुक्त के कार्यालय ने अपने बयान में कहा कि अप्रैल 2019 में भारतीय रिजर्व बैंक (आरबीआइ) द्वारा आयोजित विशेष जांच में बैंक के कामकाज में कई प्रतिकूल विशेषताओं और गंभीर अनियमितताओं का पता चला है।
इस घटना का खुलासा होने के बाद आरबीआइ ने बैंक के बार्ड को सस्पेंड कर दिया था। अनिल भोसले राष्ट्रवादी कांग्रेस पार्टी से विधान परिषद के सदस्य है। करीब तीन साल पहले निगम चुनावों के दौरान वह राकांपा का दामन छोड़ भाजपा के साथ हो गए थे। हालांकि, वह ज्यादा दिन तक भाजपा में शामिल नहीं रहे कुछ ही दिन बाद उन्होंने फिर से राकांपा ज्वाइन कर ली।