Pune Car Accident: पुलिस ने किशोर के पिता को हिरासत में लिया, होटल के 3 अधिकारी भी गिरफ्तार; सीएम शिंदे ने दिए ये निर्देश
Pune Car Accident पुणे कार दुर्घटना में शामिल 17 वर्षीय किशोर के पिता को पुलिस ने मंगलवार को हिरासत में लिया है। इसके साथ ही किशोर को शराब परोसने के लिए दो होटल के तीन अधिकारियों को गिरफ्तार किया है। तीन आरोपितों को कोर्ट में पेश किया गया। कोर्ट ने तीनों को 24 मई तक पुलिस हिरासत में भेज दिया है।
पीटीआई, पुणे। पुणे कार दुर्घटना में शामिल 17 वर्षीय किशोर के पिता को पुलिस ने मंगलवार को हिरासत में लिया है। इसके साथ ही किशोर को शराब परोसने के लिए दो होटल के तीन अधिकारियों को गिरफ्तार किया है। तीन आरोपितों को कोर्ट में पेश किया गया। कोर्ट ने तीनों को 24 मई तक पुलिस हिरासत में भेज दिया है।
रेस्त्रां के मालिक को भी पुलिस ने किया गिरफ्तार
पुलिस आयुक्त अमितेश कुमार ने कहा कि हमने छत्रपति संभाजीनगर से किशोर के पिता को हिरासत में लिया है। उनके खिलाफ दर्ज मामले में उन्हें गिरफ्तार किया जाएगा। अतिरिक्त पुलिस आयुक्त (अपराध) शैलेश बलकवडे ने बताया कि इसके अलावा पुणे पुलिस ने कोजी रेस्त्रां के मालिक प्रल्हाद भुटाडा और प्रबंधक सचिन काटकर एवं होटल ब्लैक के प्रबंधक संदीप सांगले को किशोर को शराब परोसने के आरोप में गिरफ्तार किया है।
रियल एस्टेट कारोबारी है किशोर का पिता
पुलिस ने किशोर के पिता के खिलाफ किशोर न्याय अधिनियम की संबंधित धाराओं के तहत मामला दर्ज किया है। किशोर का पिता रियल एस्टेट कारोबारी है। एक अधिकारी ने पहले बताया था कि इन मामलों की जांच अपराध शाखा को सौंप दी गयी है। घटना के संबंध में दर्ज प्राथमिकी के अनुसार, किशोर के पिता ने यह जानते हुए भी कि उसके बेटे के पास वैध ड्राइविंग लाइसेंस नहीं है, उसे कार दे दी। उन्होंने बेटे को कार देकर उसकी जान खतरे में डाली और उसे पार्टी करने की भी अनुमति दे दी जबकि वह जानता था कि उसका बेटा शराब पीता है।
राष्ट्रीय बाल अधिकार संरक्षण आयोग ने की ये अपील
वहीं, राष्ट्रीय बाल अधिकार संरक्षण आयोग (एनसीपीसीआर) के अध्यक्ष प्रियांक कानूनगो ने मंगलवार को मीडिया कर्मियों से कार दुर्घटना मामले में नाबालिग आरोपित की पहचान उजागर न करने का आग्रह किया। उन्होंने इस बात पर जोर दिया कि ऐसा करना किशोर न्याय अधिनियम के तहत अपराध होगा, जो किशोर अपराधियों या पीड़ितों की पहचान उजागर करने पर रोक लगाता है।
किशोर न्याय बोर्ड ने जघन्य अपराध पर नरम रुख अपनाया: फडणवीस
महाराष्ट्र के उपमुख्यमंत्री देवेन्द्र फडणवीस ने मामले की समीक्षा के लिए पुणे पुलिस आयुक्त कार्यालय का औचक दौरा किया। इस दौरान उन्होंने किशोर न्याय बोर्ड द्वारा पुणे कार दुर्घटना पर नरम रुख अपनाने पर हैरानी और आश्चर्य व्यक्त किया। पुलिस आयुक्त अमितेश कुमार ने फड़नवीस को बताया कि पुलिस ने किशोर पर वयस्क के रूप में मुकदमा चलाने की अनुमति मांगने के लिए सत्र न्यायालय में अपील की है।
मुख्यमंत्री ने कड़ी कार्रवाई के निर्देश दिए
पुणे पुलिस के प्रमुख ने कहा कि मुख्यमंत्री एकनाथ शिंदे और गृह मंत्री देवेंद्र फडणवीस ने 17 वर्षीय लड़के की संलिप्तता वाले कार हादसे संबंधी मामले में कड़ी कार्रवाई के निर्देश दिए हैं। उन्होंने पुलिस द्वारा इस मामले में पर्याप्त कार्रवाई नहीं किए जाने को लेकर लोगों की चिंताओं को दूर करने की कोशिश करते हुए कहा कि सरकार और पुलिस दोनों इस घटना के लिए जिम्मेदार लोगों के खिलाफ कार्रवाई करेंगे।
संजय राउत ने पुणे पुलिस आयुक्त को हटाने की मांग
यह पूछे जाने पर कि क्या इस मामले में पुलिस पर किसी प्रकार का दबाव है, अधिकारी ने कहा कि पुलिस शुरू से ही कानून के अनुसार काम कर रही है और पुलिस पर किसी का कोई दबाव नहीं है। हमने यथासंभव कड़ी कार्रवाई की है। अगर कानूनी विशेषज्ञों का मानना है कि और भी कड़े प्रविधान उपलब्ध हैं, तो उन्हें इस पर सार्वजनिक चर्चा के लिए आगे आना चाहिए। वहीं, शिवसेना (यूबीटी) नेता संजय राउत ने पुणे पुलिस आयुक्त को कार दुर्घटना के मामले में हटाने की मांग की है।
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