जुबीन गर्ग मौत मामले में आरोपियों को दूसरी जेल में शिफ्ट करने पर बवाल, नाराज फैन्स ने जमकर काटा बवाल
सिंगापुर में जुबीन गर्ग की मौत के मामले में गिरफ्तार आरोपियों को बक्सा जेल भेजने पर विवाद हो रहा है। प्रशंसक इस फैसले से नाराज हैं क्योंकि यह नई जेल है और उन्हें लगता है कि सरकार आरोपियों को बचाने की कोशिश कर रही है। जेल के बाहर प्रदर्शन हो रहे हैं और तनावपूर्ण स्थिति बनी हुई है। कोर्ट ने सुरक्षा कारणों से आरोपियों को वहां भेजने का आदेश दिया था।

मशहूर सिंगर जुबीन गर्ग। (फाइल फोटो)
डिजिटल डेस्क, नई दिल्ली। सिंगापुर में गायक जुबीन गर्ग की रहस्यमय मौत के मामले में गिरफ्तार पांच आरोपियों को असम के बक्सा जिले में भेजने को लेकर विरोध प्रदर्शन शुरू हो गया। जेल के बाहर तनावपूर्ण स्थिति हो गई। इस दौरान गर्ग के प्रशंसकों ने पत्थर और चप्पल फेंकते हुए परिसर में घुसने का प्रयास किया।
दरअसल, एनडीटीवी ने सूत्रों के हवाले से बताया कि गायक जुबीन गर्ग के प्रशंसक आरोपियों को बक्सा जेल भेजने के फैसले से नाराज हैं। क्योंकि यह एक नवनिर्मित जेल है और यहां कोई कैदी नही हैं और यहां ढेर सारी सुविधाएं हैं। प्रशंसकों का आरोप है कि राज्य सरकार आरोपियों को बचाने की कोशिश कर रही है।
दो महीने पहले ही हुआ था जेल का उद्घाटन
कोर्ट ने आरोपियों की सुरक्षा को लेकर चिंता जताते हुए आदेश दिया है कि कि उन्हें ऐसी जेल में भेजा जाए जहां कैदियों की संख्या कम हो। इसके बाद जेल अधिकारियों ने सभी पांचों आरोपियों को मुशालपुर स्थित बक्सा जेल में स्थानांतरित करने का फैसला किया। इस जेल का उद्घाटन दो महीने पहले हुआ था और जहाँ अभी भी कोई कैदी नहीं है।
19 सितंबर को हुई थी संदिग्ध परिस्थियों में मौत
गौरतलब है कि गायक जुबीन गर्ग की 19 सितंबर को रहस्यमय परिस्थितियों में सिंगापुर में तैरते समय मौत हो गई थी। वह चौथे उत्तरपूर्व भारत समारोह के चौथे संस्करण में हिस्सा लेने के लिए गए थे। असम एसोसिएशन सिंगापुर के कुछ पदाधिकारियों ने एक यॉट बुक की थी और जब गर्ग कथित तौर पर डूबे, तब वे वहां मौजूद थे।
जुबीन गर्ग की रहस्यमय मौत के मामले में नॉर्थ ईस्ट इंडिया फेस्टिवल (एनईआईएफ) के मुख्य आयोजक श्यामकानु महंत, जुबीन के प्रबंधक सिद्धार्थ शर्मा, उनके चचेरे भाई और पुलिस अधिकारी संदीपन गर्ग और उनके निजी सुरक्षा अधिकारियों (पीएसओ) नंदेश्वर बोरा और प्रबीन बैश्य को बुधवार को कामरूप मुख्य न्यायिक मजिस्ट्रेट ने न्यायिक हिरासत में भेज दिया।
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