70 वर्षीय नन दुष्कर्म कांड का सरगना हत्थे चढ़ा
नदिया जिले के राणाघाट में मिशनरी स्कूल में 70 वर्षीय नन से सामूहिक दुष्कर्म व लूट के मुख्य आरोपी मिलन सरकार उर्फ रहमान को सीआइडी ने आखिरकार सियालदाह स्टेशन से दबोच लिया। पिछले तीन माह से खुफिया एजेंसियों की आंखों में धूल झोंक कर मिलन सरकार अपने गुर्गे अहिदुल इस्लाम
कोलकाता, राज्य ब्यूरो। नदिया जिले के राणाघाट में मिशनरी स्कूल में 70 वर्षीय नन से सामूहिक दुष्कर्म व लूट के मुख्य आरोपी मिलन सरकार उर्फ रहमान को सीआइडी ने आखिरकार सियालदाह स्टेशन से दबोच लिया। पिछले तीन माह से खुफिया एजेंसियों की आंखों में धूल झोंक कर मिलन सरकार अपने गुर्गे अहिदुल इस्लाम उर्फ बाबू के साथ भूमिगत था। बृहस्पतिवार देर रात सियालदह स्टेशन से सीआइडी ने दोनों को गिरफ्तार कर शुक्रवार को राणाघाट कोर्ट में पेश कर रिमांड पर लिया है।
सीआइडी के डीआइजी (आपरेशन) दिलीप अदक ने शुक्रवार को बताया कि बृहस्पतिवार देर रात सूचना मिली की नन दुष्कर्म कांड का मास्टमाइंड मिलन सरकार को सियालदह स्टेशन के निकट देखा गया है। इसके बाद सीआइडी की विशेष टीम ने तलाशी शुरू कर दी और देर रात दोनों को दबोच लिया गया। सीसीटीवी फुटेज व तैयार स्केच के माध्यम से दोनों की शिनाख्त की गई।
ज्ञात हो कि 14 मार्च की देर रात नदिया जिले के राणाघाट स्थित मिशनरी स्कूल में सात-आठ अपराधियों के गिरोह ने धावा बोल कर 12 लाख रुपये लूटने के साथ-साथ वहां की 70 वर्षीय नन के साथ सामूहिक दुष्कर्म किया था। इस घटना को लेकर पहले तो सियासी बयानबाजी हुई। इसके बाद विरोध प्रदर्शन शुरू हो गया। यहां तक कि मुख्यमंत्री ममता बनर्जी को भी घेराव का सामना करना पड़ा था।
कौन है सरगना
राणाघाट कांड की साजिश में तो वैसे कई लोग शामिल थे। परंतु, मुख्य सूत्रधार मिलन सरकार था। मिलन का असली नाम रहमान है और यह बांग्लादेश का रहने वाला है। यह इस पूरी वारदात का मास्टरमाइंड भी है। सीआइडी ने जब इस मामले के आरोपी गोपाल सरकार को पकड़ा तब उसने मिलन का नाम बताया था। मिलन गोपाल का ही रिश्तेदार है। गोपाल की पत्नी अनीता ने पुलिस से पूछताछ में बताया था कि मिलन भाग गया है। उसने बताया कि वारदात के पहले तक मिलन उसी के घर पर रहता था। लेकिन पुलिस ने सीसीटीवी फुटेज में मिलन को देखा। बस फिर क्या था, सीआइडी ने जाल बिछाया और एक महीने की कड़ी मशक्कत के बाद मिलन को धर दबोचा।
सीआइडी के अनुसार मिलन भारत में ही नहीं बांग्लादेश में भी वॉन्टेड है। इसने दोनों देशों में कई सारी लूटपाट की वारदातों को अंजाम दिया था।
पहले हो चुकी है तीन गिरफ्तारी
दुष्कर्म की वारदात के बाद करीब एक माह तक अपराधियों के बारे में पुलिस व सीआइडी को कुछ सुराग नहीं मिल पा रहा था। इसके बाद सीआइडी के शेख सलीम को मुंबई से गिरफ्तार करने के बाद परत खुलने लगी और जिसके घर पर बैठ कर इस कुकृत्य की पूरी साजिश रची गई उस बांग्लादेशी घुसपैठिये गोपाल सरकार को बनगांव और मिथुन शेख को गिरफ्तार कर लिया।
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