उज्ज्वल निकम, सदानंदन मास्टर... समेत ये 4 हस्तियां राज्यसभा के लिए मनोनीत; पीएम मोदी ने दी बधाई
राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मु ने वरिष्ठ अधिवक्ता उज्ज्वल निकम समाजसेवी सदानंदन मास्टर पूर्व विदेश सचिव हर्षवर्धन श्रृंगला और इतिहासकार मीनाक्षी जैन को राज्यसभा के लिए मनोनीत किया है। प्रधानमंत्री मोदी ने मनोनीत सदस्यों को बधाई दी। उज्ज्वल निकम एक सफल वकील हैं और मुंबई बम ब्लास्ट मामले में उनकी भूमिका महत्वपूर्ण थी। सदानंदन मास्टर शिक्षक और सामाजिक कार्यकर्ता हैं जो हिंसा के बावजूद राष्ट्रीय विकास के लिए प्रतिबद्ध रहे।
जागरण ब्यूरो, नई दिल्ली। राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मु ने रविवार को वरिष्ठ अधिवक्ता उज्ज्वल निकम, समाजसेवी सदानंदन मास्टर, पूर्व विदेश सचिव हर्षवर्धन श्रृंगला एवं इतिहासकार मीनाक्षी जैन को राज्यसभा के लिए मनोनीत किया है।
केरल के रहने वाले सदानंदन मास्टर पहले भारतीय कम्युनिस्ट पार्टी (मार्क्सवादी) से जुडे थे। बाद में वे आरएसएस की विचारधारा के करीब आने लगे तो वामपंथी हिंसा के निशाने पर आ गए।
राष्ट्रपति ने 4 लोगों को राज्यसभा के लिए मनोनित किया
राज्यसभा में सदस्यों की कुल संख्या 245 होती है। इनमें 233 निर्वाचित होते हैं। शेष 12 को राष्ट्रपति द्वारा कला, साहित्य, विज्ञान एवं समाज सेवा जैसे क्षेत्रों में विशिष्ट कार्यों के आधार पर मनोनीत किया जाता है। चार के मनोनयन के बाद राज्यसभा में अब यह कोटा पूरा हो गया है।
मनोनित सदस्यों को पीएम मोदी ने दी शुभकामनाएं
प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने मनोनीत विशिष्ट व्यक्तियों को बधाई दी है। महाराष्ट्र के जलगांव में जन्मे उज्ज्वल देवराव निकम एक सफल वकील हैं। पद्मश्री से सम्मानित भी हैं। भाजपा ने उन्हें लोकसभा चुनाव में उत्तरी मुंबई से भी प्रत्याशी बनाया था, लेकिन कांग्रेस की वर्षा गायकवाड़ से वे चुनाव हार गए थे। मुंबई में बम ब्लास्ट के दोषियों और अजमल कसाब को फांसी की सजा दिलाने में निकम की कानूनी भूमिका अहम रही थी। उन्होंने कई अन्य महत्वपूर्ण कानूनी मामलों में बड़ी भूमिका निभाते हुए संवैधानिक मूल्यों को बनाए रखने के लिए लगातार काम किया है।
सी. सदानंदन मास्टर को भी किया गया मनोनित
केरल के कन्नूर में जन्मे सी. सदानंदन मास्टर की पहचान शिक्षक और सामाजिक कार्यकर्ता की रही है। पीएम मोदी ने मास्टर के जीवन को साहस और अन्याय के प्रतिरोध का प्रतीक बताया है। उन्होंने हिंसा एवं धमकी के बावजूद हार नहीं मानी। केरल के ग्रामीण क्षेत्रों में सेवा कार्य करते रहे हुए राष्ट्रीय विकास के लिए प्रतिबद्ध रहे।
अमेरिका समेत कई देशों में राजदूत एवं भारत के विदेश सचिव रह चुके हर्षवर्धन श्रृंगला ने बुद्धिजीवी एवं रणनीतिक विचारक के रूप में अपनी पहचान बनाई है। भारत की विदेश नीति में उनके योगदान एवं भारत की जी-20 की अध्यक्षता में उनकी प्रमुख भूमिका रही है।
कई पुस्तकों की लेखिका हैं मीनाक्षी जैन
उन्होंने संयुक्त राष्ट्र एवं यूनेस्को में भी भारत का प्रतिनिधित्व किया। इतिहासकार एवं शिक्षाविद के रूप में पहचान बना चुकी मीनाक्षी जैन कई पुस्तकों की लेखिका हैं। उन्हें वर्ष 2020 में पद्मश्री से भी सम्मानित किया जा चुका है। उन्होंने अकादमिक विमर्श को लगातार समृद्ध किया है। वह इग्नू, एनसीईआरटी के साथ शिक्षा मंत्रालय की कई समितियों से जुड़ी रही हैं।
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