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    राष्‍ट्रपत‍ि के साथ वाराणसी की श‍िवांगी स‍िंह की जारी तस्‍वीर ने द‍िलाई आपरेशन सि‍ंदूर की याद

    By Abhishek sharmaEdited By: Abhishek sharma
    Updated: Wed, 29 Oct 2025 05:27 PM (IST)

    राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू ने राफेल विमान में उड़ान भरकर राफेल की मारक क्षमता का स्मरण कराया। ऑपरेशन सिंदूर के समय पाकिस्तान के दुष्प्रचार की यादें ताजा हो गईं, जिसमें राफेल को मार गिराने का दावा किया गया था। राष्ट्रपति ने राफेल उड़ाने वाली पहली भारतीय महिला शिवांगी सिंह के साथ तस्वीर साझा की। उन्होंने इस उड़ान को अविस्मरणीय बताया और वायुसेना को बधाई दी।

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    राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू के आधिकारिक एक्स हैंडल से शिवांगी सिंह के साथ एक तस्वीर साझा की गई है।

    जागरण संवाददाता, वाराणसी। राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू ने बुधवार को राफेल विमान में उड़ान भरी, जिससे राफेल की मारक क्षमता का स्मरण एक बार फिर लोगों के मन में जागृत हुआ।

    आपरेशन स‍िंंदूर के दौरान पाक मीडिया द्वारा फैलाए गए दुष्प्रचार की भी याद आई, जिसमें दावा किया गया था कि पाकिस्तान ने राफेल को मार गिराया है और वाराणसी निवासी राफेल फाइटर पायलट शिवांगी सिंह उसके कब्जे में हैं।

    हालांकि उस समय वाराणसी में शिवांगी के परिवार ने इसे पाकिस्तान का दुष्प्रचार बताया था। अब राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू के आधिकारिक एक्स हैंडल से शिवांगी सिंह के साथ एक तस्वीर साझा की गई है, जिसमें शिवांगी उनके साथ खड़ी नजर आ रही हैं।

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    शिवांगी सिंह बीएचयू से पढ़ाई करने के बाद 2017 में भारतीय वायुसेना में शामिल हुईं। वह राफेल फाइटर उड़ाने वाली पहली भारतीय महिला हैं और उनके पति भी फाइटर पायलट हैं। फ्रांस द्वारा निर्मित सिंगल सीटर राफेल लड़ाकू विमान उड़ाने के कारण शिवांगी सिंह चर्चा में रही थीं।

    बुधवार को राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू ने लगभग आधे घंटे तक राफेल में उड़ान भरी, जिसमें राफेल ने करीब 200 किलोमीटर का सफर तय किया। उनके विमान को ग्रुप कैप्टन अमित गेहानी ने उड़ाया, जो 17वीं स्क्वॉड्रन के कमांडिंग ऑफिसर भी हैं। राफेल फाइटर जेट ने समुद्र तल से 15 हजार फीट की ऊंचाई पर उड़ान भरी, और इस दौरान इसकी स्पीड लगभग 700 किलोमीटर प्रति घंटा रही।

    राष्ट्रपति ने इस अनुभव को साझा करते हुए लिखा, "राफेल पर उड़ान मेरे लिए एक अविस्मरणीय अनुभव है। शक्तिशाली राफेल विमान पर इस पहली उड़ान ने मुझमें राष्ट्र की रक्षा क्षमताओं के प्रति गर्व की एक नई भावना भर दी है। मैं इस उड़ान के सफल आयोजन के लिए भारतीय वायु सेना और अंबाला वायु सेना स्टेशन की पूरी टीम को बधाई देती हूँ।"

    इस उड़ान ने न केवल भारतीय वायुसेना की क्षमताओं को प्रदर्शित किया, बल्कि देशवासियों में सुरक्षा और गर्व की भावना को भी जागृत किया।