राष्ट्रपति मुर्मु का दक्षिण भारत दौरा आज से, कई कार्यक्रमों में लेंगी हिस्सा; छात्रों से भी करेंगी बातचीत
भारत की राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू 26 से 30 दिसंबर 2022 तक राष्ट्रपति निलयम में शीतकालीन प्रवास के लिए तेलंगाना के सिकंदराबाद का दौरा करेंगी। इस दौरान राष्ट्रपति मुर्मु 26 दिसंबर 2022 को आंध्र प्रदेश के श्रीशैलम मंदिर जाएंगी।
नई दिल्ली, एजेंसी। राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मु आज (सोमवार) से पांच दिवसीय दक्षिण भारत के दौरे पर रहेंगी। राष्ट्रपति मुर्मु सबसे पहले हैदराबाद पहुंचेंगी। राष्ट्रपति मुर्मु हैदराबाद के सिकंदराबाद के बोलारम में निलयम में रुकेंगी। राष्ट्रपति सचिवालय के मुताबिक, राष्ट्रपति मुर्मु 26 दिसंबर को आंध्र प्रदेश के श्रीशैलम मंदिर जाएंगी और केंद्रीय पर्यटन मंत्रालय की प्रसाद योजना के तहत श्रीशैलम मंदिर के विकास से जुड़ी परियोजनाओं का उद्घाटन करेंगी।
पांच दिवसीय दौरे पर रहेंगी राष्ट्रपति मुर्मु
बता दें कि जुलाई 2022 में राष्ट्रपति पद के लिए चुने जाने के बाद से मुर्मु की हैदराबाद की यह पहली यात्रा होगी। अपने पांच दिवसीय प्रवास के दौरान वह रामप्पा और भद्राचलम मंदिरों के दर्शन करेंगी, इसके अलावा राष्ट्रपति मुर्मु शहर में स्थानीय रूप से आयोजित कार्यक्रमों में भाग लेंगी।
राष्ट्रपति की सुरक्षा को लेकर किए पुख्ता इंतजाम
तेलंगाना सरकार ने राष्ट्रपति के ठहरने के लिए व्यापक इंतजाम किए हैं। पुख्ता सुरक्षा के लिए सुरक्षा एजेंसियों ने राष्ट्रपति निलयम को अपने नियंत्रण में ले लिया है। सेना, पुलिस, राजस्व और अन्य विभागों ने राष्ट्रपति के यहां आने और उनके ठहरने की व्यवस्था की है।
मुख्य सचिव सोमेश कुमार ने की तैयारियों की समीक्षा
मुख्य सचिव सोमेश कुमार ने राष्ट्रपति के दौरे की तैयारियों की समीक्षा के लिए विभिन्न विभागों के अधिकारियों के साथ बैठक की। उन्होंने ग्रेटर हैदराबाद नगर निगम (जीएचएमसी) और छावनी को सड़क मरम्मत कार्य और बैरिकेडिंग करने का निर्देश दिया है, ताकि राष्ट्रपति निलयम में यातायात सुचारु रूप से चल सके। उन्होंने बिजली विभाग को 24 घंटे बिजली आपूर्ति सुनिश्चित करने, चिकित्सा विभाग को मेडिकल टीम तैनात करने और अन्य विभागों को प्रोटोकॉल के अनुसार राष्ट्रपति निलयम में व्यवस्था करने के निर्देश भी दिए।
छात्रों से बातचीत करेंगी राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मु
बता दें कि राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मु 27 दिसंबर को शहर के केशव मेमोरियल स्कूल जाएंगी और छात्रों से बातचीत करेंगी। वह रंगारेड्डी जिले के काना शांति वनम में श्री रामचंद्र मिशन द्वारा फतेहपुर के श्री रामचंद्रजी महाराज के 100 वर्ष पूरे होने के उपलक्ष्य में आयोजित 'हर दिल ध्यान, हर दिन ध्यान' अभियान की पट्टिका के अनावरण में भी भाग लेंगी। वह हैदराबाद में मिश्रा धातु निगम लिमिटेड (मिधानी) की वाइड प्लेट मिल का भी उद्घाटन करेंगी।
स्टैच्यू ऑफ इक्वैलिटी का भी दौरा करेंगी राष्ट्रपति
राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मु 28 दिसंबर को श्री सीताराम चंद्र स्वामीवरी देवस्थानम, भद्राचलम का दौरा करेंगी। इसके अलावा 29 दिसंबर को राष्ट्रपति हैदराबाद में जी नारायणम्मा इंस्टीट्यूट ऑफ टेक्नोलॉजी एंड साइंस के छात्रों के साथ बातचीत करेंगी। उसी दिन वह श्रीरामनगरम, शमशाबाद में स्टैच्यू ऑफ इक्वैलिटी का भी दौरा करेंगी। 30 दिसंबर को राष्ट्रपति मुर्मु दिल्ली वापस लौटेंगी।
क्यों महत्वपूर्ण है राष्ट्रपति निलयम
उल्लेखनीय है कि राष्ट्रपति साल में कम से कम एक बार राष्ट्रपति निलयम में रुकते हैं और यहीं से आधिकारिक कामकाज करते हैं। इसका निर्माण 1860 में सिकंदराबाद में ब्रिटिश रेजिडेंट के कंट्री हाउस के रूप में किया गया था। 1948 में हैदराबाद राज्य के भारत में विलय के बाद यह राष्ट्रपति का आवास बन गया। हैदराबाद के तत्कालीन राज प्रमुख मीर उस्मान अली खान ने 14 अगस्त, 1955 को आधिकारिक रूप से राष्ट्रपति निलयम को सरकार को सौंप दिया था। इस प्रकार यह दिल्ली में राष्ट्रपति भवन और शिमला में राष्ट्रपति निवास के बाद राष्ट्रपति का तीसरा आधिकारिक निवास बन गया है।