'लंदन से महंगी प्रयागराज की फ्लाइट' राज्यसभा में कांग्रेस ने उठाया सवाल, धनखड़ बोले- सनातन के लिए पाचन शक्ति बढ़ाइए
प्रयागराज में चल रहे महाकुंभ में शामिल होने के लिए दुनियाभर से लोग पहुंच रहे हैं। इस कारण कई जगहों पर जाम की स्थिति भी बन गई है। ट्रेन में टिकटें नहीं हैं और बसों को जाम में फंसना पड़ रहा है। लिहाजा लोग फ्लाइट से सफर करना चाह रहे हैं। लेकिन इसका किराया भी कई गुना महंगा हो गया है। सोमवार को राज्यसभा में कांग्रेस ने ये मुद्दा उठाया।

जागरण ब्यूरो, नई दिल्ली। कुंभ महापर्व में सम्मिलित होने के उत्साह के कारण विमान किरायों में अभूतपूर्व वृद्धि का मामला सोमवार को राज्यसभा में उठा और सदस्यों ने इसकी तुलना सामान्य दिनों में लंदन तक के किराये से की।
उन्होंने कहा कि आज तक घरेलू यात्रा में लोगों को इतना भुगतान नहीं करना पड़ा। कांग्रेस सांसद प्रमोद तिवारी ने प्रश्नकाल में एक पूरक सवाल में कहा कि लंदन की टिकट 24,000 रुपये में मिल जाती है, लेकिन चेन्नई से प्रयागराज के लिए टिकट 53000 रुपये से अधिक और बेंगलुरु से 51,000 रुपये है।
धनखड़ बोले- 144 साल बाद मौका
उन्होंने पूछा कि सरकार इसे रोकने के लिए क्या कर रही है। सभापति जगदीप धनखड़ ने नागरिक उड्डयन मंत्री राममोहन नायडू के उत्तर देने से पहले हस्तक्षेप किया कि यह प्रयागराज का महत्व दर्शाता है। कुंभ का मौजूदा संयोग 144 साल बाद आया है, हर कोई प्रयाग जाना चाहता है।
नायडू ने कांग्रेस सदस्य को उत्तर दिया कि सरकार विमान किराये निर्धारित नहीं करती। किराये मांग और महत्व के आधार पर तय होते हैं। यह नीति दशकों पुरानी है।
प्रयागराज को लंदन से महत्वपूर्ण बताया
- उन्होंने कहा कि सरकार ने अपने स्तर पर विमान संचालन के बुनियादी ढांचे को मजबूत करने के लिए कई कदम उठाए हैं, जिनमें प्रयागराज हवाई अड्डे का विस्तार, गंतव्यों की संख्या आठ से 18 और दैनिक उड़ानों की संख्या 46 तक ले जाना शामिल है।
- सभापति ने सवाल-जवाब के सिलसिले का समापन इस टिप्पणी के साथ किया- सनातन के लिए पाचन शक्ति थोड़ी बढ़ाइए। प्रयागराज लंदन से ज्यादा महत्वपूर्ण है।
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