Trending

    Move to Jagran APP
    pixelcheck
    विज्ञापन हटाएं सिर्फ खबर पढ़ें

    नमामि गंगे के शुभंकर होंगे लोकप्रिय कामिक्स कैरेक्टर 'चाचा चौधरी'

    By Monika MinalEdited By:
    Updated: Sat, 02 Oct 2021 12:40 AM (IST)

    स्वच्छ गंगा के लिए राष्ट्रीय मिशन (एनएमसीजी) ने आम लोगों तक अपनी पहुंच बढ़ाने के लिए बच्चों पर विशेष ध्यान दिया है। इसके लिए उसने कामिक्स ई-कामिक्स और एनिमेटेड वीडियो तैयार करने और इनका वितरण करने को डायमंड टून्स के साथ करार किया है।

    Hero Image
    नमामि गंगे के शुभंकर होंगे लोकप्रिय कामिक्स कैरेक्टर 'चाचा चौधरी'

    नई दिल्ली, आइएएनएस। लोकप्रिय भारतीय कामिक्स चरित्र चाचा चौधरी को सरकार के नमामि गंगे कार्यक्रम का शुभंकर घोषित किया गया है। इसका उद्देश्य बच्चों में गंगा और अन्य नदियों के प्रति जागरूकता लाना और उनका व्यवहार में बदलाव लाना है। स्वच्छ गंगा के लिए राष्ट्रीय मिशन (एनएमसीजी), ने आम लोगों तक अपनी पहुंच बढ़ाने के लिए बच्चों पर विशेष ध्यान दिया है। इसके लिए उसने कामिक्स, ई-कामिक्स और एनिमेटेड वीडियो तैयार करने और इनका वितरण करने को डायमंड टून्स के साथ करार किया है।

    विज्ञापन हटाएं सिर्फ खबर पढ़ें

    एक आधिकारिक बयान के अनुसार इस सामग्री को गंगा और अन्य नदियों के प्रति बच्चों के व्यवहार में बदलाव लाने के उद्देश्य से तैयार कराया जाएगा। जल शक्ति मंत्रालय की ओर से दी गई जानकारी के अनुसार NMCG's के 37वें एक्जीक्यूटीव कमिटी की बैठक में यह फैसला लिया गया। इस बैठक की अध्यक्षता NMCG के डायरेक्टर जनरल राजीव रंजन मिश्रा ने की। इस प्रोजेक्ट के लिए करीब 2.26 करोड़ रुपये का खर्च आएगा।

    मिशन के जनरल सेक्रेटरी राजीव रंजन मिश्रा ने बताया, 'इन परियोजनाओं का बड़ा हिस्सा परिचालन एवं रखरखाव से संबंधित है जिसके लिए 15 साल का अनुबंध है। ऐसे में रखरखाव का कार्य 15 साल तक चलेगा। उन्होंने कहा कि इसमें जलमल संबंधी आधारभूत ढांचे के तहत 24 हजार करोड़ रुपये की परियोजनाएं शामिल हैं जिसमें एक बड़ा हिस्सा रखरखाव से संबंधित है।

    भारत सरकार ने गंगा नदी और उसकी सहायक नदियों के प्रदूषण को कम करने, उनके संरक्षण के लिए 20,000 करोड़ रुपये के कुल बजटीय परिव्यय के साथ जून, 2014 में नमामि गंगे कार्यक्रम की शुरुआत की थी। इस कार्यक्रम के तहत गंगा नदी की स्वच्छता के लिए विभिन्न प्रकार के कार्यों की शुरुआत की गई है। इसमें घरेलू सीवेज, औद्योगिक अपशिष्ट, ठोस अपशिष्ट सहित प्रदूषण कम करने, नदी तट प्रबंधन, अविरल धारा, ग्रामीण स्वच्छता, जैव विविधता संरक्षण आदि जैसी गतिविधियां शामिल हैं। 

    कार्यकारिणी बैठक में  उत्तर प्रदेश एवं बिहार की अहम परियोजनाओं पर चर्चा हुई । एक्जीक्यूटीव डायरेक्टर अशोक कुमार सिंह (Ashok Kumar Singh) ने प्रोजेक्ट के डिटेल्स को पेश किया और बताया कि शुभंकर के तौर पर चाचा चौधरी (Chacha Chaudhary) काफी मददगार साबित होगा। शुरुआत में यह कामिक्स हिंदी, अंग्रेजी और बंगाली में लान्च किया गया था। बिहार में पर्यावरण, वन और जलवायु परिवर्तन के मुख्य सचिव दीपक कुमार सिंह ने बिहार में गंगा से सटे इलाकों के संरक्षण और प्रबंधन के लिए प्रस्ताव पर चर्चा की।