आज नई टीम बना सकते हैं अन्ना हजारे
सामाजिक कार्यकर्ता अन्ना हजारे ने 'एकला चलो रे' की तर्ज पर अपने नए आंदोलन की जमीन तैयार करनी शुरू कर दी है। अरविंद केजरीवाल से नाता तोड़ने के बाद पहली बार दिल्ली आए अन्ना ने अपने कार्यकर्ताओं व समर्थकों से मुलाकात कर गैर राजनीतिक आंदोलन पर बातचीत की। इस मौके पर अन्ना ने कहा कि राजनीति में बहुत गंदगी है और इससे उनका परहेज कायम रहेगा। उन्होंने संकेत दिए कि सोमवार को वह अपने अगले आंदोलन की रूपरेखा की तस्वीर साफ कर सकते हैं।
नई दिल्ली [जागरण संवाददाता]। सामाजिक कार्यकर्ता अन्ना हजारे ने 'एकला चलो रे' की तर्ज पर अपने नए आंदोलन की जमीन तैयार करनी शुरू कर दी है। अरविंद केजरीवाल से नाता तोड़ने के बाद पहली बार दिल्ली आए अन्ना ने अपने कार्यकर्ताओं व समर्थकों से मुलाकात कर गैर राजनीतिक आंदोलन पर बातचीत की। इस मौके पर अन्ना ने कहा कि राजनीति में बहुत गंदगी है और इससे उनका परहेज कायम रहेगा। उन्होंने संकेत दिए कि सोमवार को वह अपने अगले आंदोलन की रूपरेखा की तस्वीर साफ कर सकते हैं।
अपनी टीम में पड़ी फूट के बाद आगे की रणनीति तय करने के लिए रविवार को दिल्ली आए अन्ना हजारे ने अपने कुछ पुराने सहयोगियों के साथ पंडित दीनदयाल उपाध्याय मार्ग स्थित नारायण दत्त तिवारी भवन में बैठक की। इसमें कुछ खास लोगों को ही शिरकत करने के लिए आमंत्रित किया गया था। बैठक में इंडियन जस्टिस पार्टी के अध्यक्ष उदित राज, पुराने सहयोगी शमीम काजमी और अरविंद गौड़ आदि पहुंचे थे, जिनके साथ अन्ना ने करीब एक घंटे भर तक चर्चा की।
इसी कड़ी में शाम छह बजे अन्ना चंद मीटर की दूरी पर स्थित हिंदी भवन पहुंच स्वयंसेवी के रूप में अपने साथ आने के इच्छुक लोगों से मिले। आंदोलन के तहत आगे किस रूप में कहां से काम करना है, इस बारे में साथियों से कहा कि सोमवार को इस पर फैसला हो जाएगा। फिर इसके बाद जन-जन को जोड़ने के लिए अभियान शुरू किया जाएगा। अन्ना ने कहा कि बाबा रामदेव या अन्य का साथ भी वह तभी चाहेंगे, जब वह किसी पार्टी विशेष से ताल्लुक नहीं रखेंगे।
अरविंद केजरीवाल के साथ अलगाव के बारे में उठे सवालों पर हजारे का कहना था-'जब एक बेहतर राजनीतिक विकल्प देने की बात मेरे आगे रखी गई तो मैंने कहा यह अच्छा विचार है। लेकिन पहले मेरे पांच-छह सवालों के जवाब दीजिए। उन सवालों के संतोषजनक जवाब मुझे नहीं मिले।' हजारे ने केजरीवाल समेत अन्य साथियों से सवाल पूछे थे कि नई पार्टी के सदस्यों का चुनाव किस तरह होगा, धन कहां से आएगा और सदस्यों के बीच से उम्मीदवारों का चयन कैसे होगा।
राजनीति गंदगी से भरपूर है: अन्ना
नई दिल्ली। गांधीवादी समाजसेवी अन्ना हजारे ने रविवार को एक बार फिर साफ किया कि वह राजनीति में प्रवेश नहीं करने के अपने फैसले पर अडिग है। उनके मुताबिक यह क्षेत्र गंदगी से भरपूर है और इससे भ्रष्टाचार को खत्म नहीं किया जा सकता।
भ्रष्टाचार के खिलाफ मुहिम चला रहे हजारे नई रणनीति बनाने के मकसद से नई दिल्ली पहुंचे है और कार्यकर्ताओं से सलाह मशविरा कर रहे है। इस दौरान संवाददाताओं से बातचीत में उन्होंने कहा, 'राजनीति सही दिशा नहीं है। आंदोलन का मार्ग पवित्र है।'
उन्होंने कहा, 'राजनीति यदि हमें सुनहरा भविष्य देती तो कभी सोने की चिड़िया कहलाने वाले हमारे देश को सोना गिरवी नहीं रखना पड़ता।'
हजारे ने जोर देकर कहा कि वह राजनीति में प्रवेश नहीं करेगे। उन्होंने कहा कि अरविंद केजरीवाल के नेतृत्व वाले समूह से राजनीति में प्रवेश करने के बारे में उन्होंने कुछ सवाल पूछे थे, जिसका जवाब उन्हे नहीं मिला।
हजारे ने दावे के साथ कहा कि राजनीति से नहीं बल्कि बड़े आंदोलन के जरिए देश को भविष्य मिलेगा। इस देश को राजनीति से सही भविष्य नहीं मिल सकता।
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