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    Rajasthan News : पुलिस ने माना- सोची समझी साजिश के तहत हुए राजस्थान में दंगे, शुरुआती जांच के आधार पर दी जानकारी

    By Krishna Bihari SinghEdited By:
    Updated: Sat, 07 May 2022 11:04 PM (IST)

    राजस्थान में करौली जोधपुर और फिर भीलवाड़ा में हुए दंगों को लेकर पुलिस की अब तक की छानबीन में माना जा रहा है कि तीनों शहरों में सोची-समझी साजिश के तहत कुछ तत्वों ने दंगे करवाए थे। पढ़ें यह रिपोर्ट...

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    राजस्थान में दंगों की जांच के लिए स्पेशल इन्वेस्टिगेशन टीम का गठन किया गया है। (File Photo)

    जागरण संवाददाता, जयपुर। राजस्थान में करौली, जोधपुर और फिर भीलवाड़ा में हुए दंगों की जांच के लिए अशोक गहलोत सरकार ने स्पेशल इन्वेस्टिगेशन टीम (एसआइटी) का गठन किया है। एसआइटी तीनों शहरों में दंगों से जुड़े प्रत्येक पहलू की जांच करेगी। इसमें यह भी देखा जाएगा कि दंगे करवाने में कहीं बाहरी तत्वों का हाथ तो नहीं था। उधर, पुलिस की अब तक की जांच में माना जा रहा है कि तीनों शहरों में सोची-समझी साजिश के तहत कुछ तत्वों ने दंगे करवाए थे। इसके बारे में अधिकारिक जानकारी जांच पूरी होने के बाद ही दी जाएगी।

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    पुलिस महानिदेशक एमएल लाठर ने एसआइटी गठित करने को लेकर आदेश जारी कर दिए हैं। इसके अनुसार नवसंवत्सर पर करौली और ईद के एक दिन पहले जोधपुर में शुरू हुए दंगों के आपस में संबंध की जांच की जाएगी। जोधपुर में कफ्र्यू के दौरान ही भीलवाड़ा में दंगा फैलाने के प्रयास की भी जांच होगी। यह भी जांच की जाएगी कि तीनों मामलों में पुलिस कितने समय बाद सक्रिय हुई।

    अतिरिक्त पुलिस महानिदेशक बीजू जार्ज जोसेफ के नेतृत्व में छह सदस्यीय टीम तीनों शहरों का दौरा कर अब तक स्थानीय पुलिस द्वारा की गई जांच और पकड़े गए आरोपितों के बारे में भी जानकारी लेगी। एसआइटी में पुलिस महानिरीक्षक राजेन्द्र सिंह, एसओजी के पुलिस अधीक्षक गौरव यादव, अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक किशोर बुटोलिया, अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक चक्रवती सिंह और उप अधीक्षक रामचन्द्र को शामिल किया गया है।

    उधर, जोधपुर में शनिवार को भी कर्फ्यू जारी रहा। जोधपुर के कलेक्टर हिमांशु गुप्ता ने बताया कि शहर के दस पुलिस थाना क्षेत्रों में सुबह आठ से दोपहर बारह बजे तक कफ्र्यू में ढील दी गई। पुलिस आयुक्त नवज्योति गोगई ने बताया कि अब तक 23 एफआइआर दर्ज हो चुकी हैं। शांति भंग करने के आरोप में 227 को गिरफ्तार किया गया,जिनमें से अधिकांश को जमानत पर रिहा कर दिया गया है। अब तक 23 दंगाइयों की पहचान कर नामजद मामले दर्ज किए गए हैं।