'चलो जीते हैं', बच्चों को प्रेरित करेगी PM मोदी के बचपन की फिल्म, स्कूलों में दिखाई जाएगी
शिक्षा मंत्रालय ने प्रेरणा कार्यक्रम के अंतर्गत स्कूलों में पीएम मोदी के बचपन पर आधारित प्रेरणादायक लघु फिल्म चलो जीते हैं दिखाने का निर्देश दिया है। स्वामी विवेकानंद के विचारों से प्रेरित यह फिल्म बच्चों को मानव मूल्यों सेवा और जिम्मेदारी के महत्व को समझने में मदद करेगी। मंत्रालय ने सभी राज्यों और केंद्र शासित प्रदेशों को 2 अक्टूबर तक फिल्म दिखाने का निर्देश दिया है।

जागरण ब्यूरो, नई दिल्ली। बच्चों में शुरुआत से मानव मूल्य, संस्कार व नेतृत्व क्षमता जैसे बीजों को रोपने के लिए शिक्षा मंत्रालय की ओर से शुरू किए गए प्रेरणा कार्यक्रम के तहत अब देश भर के स्कूलों में पढ़ने वाले बच्चों को पीएम मोदी के बाल्यावस्था पर आधारित प्रेरणादायी लघु फिल्म 'चलो जीते हैं' दिखाई जाएगी। जिसमें वह स्वामी विवेकानंद के विचारों से प्रेरित होकर दूसरों की सेवा में अपना जीवन लगा देते है।
शिक्षा मंत्रालय ने मोदी के जन्मदिन के मौके पर सभी राज्यों और केंद्र शासित प्रदेशों को लिखे पत्र में कहा है कि स्कूलों में पढ़ने वाले बच्चों को इस प्रेरणादायी लघु फिल्म को दो अक्टूबर तक दिखाया जाए। करीब आधे घंटे की इस लघु फिल्म को 66वें राष्ट्रीय फिल्म पुरस्कारों में पारिवारिक मूल्यों पर आधारित सर्वश्रेष्ठ गैर-फीचर फिल्म का राष्ट्रीय पुरस्कार मिला था।
सच्ची घटनाओं से प्रेरित है फिल्म
जुलाई 2018 में रिलीज हुई इस हिंदी फिल्म का निर्देशन और लेखक मंगेश हदावले है। खास बात यह है कि शिक्षा मंत्रालय ने प्रधानमंत्री का कोई जिक्र किए बगैर जारी किए निर्देश में कहा है कि यह फिल्म सच्ची घटनाओं से प्रेरित है और स्वामी विवेकानंद के विचारों पर आधारित है।
यह छात्रों को चरित्र, सेवा और उत्तरदायित्व जैसे विषयों पर चिंतन करने में मदद करेगी। मंत्रालय के इसके बाद स्कूलों में प्रेरणा उत्सव भी आयोजित करने का सुझाव दिया है। जिसमें बच्चों के अच्छे विचारों व कार्यों को एक-दूसरे के साथ साझा किया जाएगा।
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