मन की बात में बोले पीएम मोदी- उत्साह के साथ मनाए गांधी जयंती, लोगों से खादी उत्पाद खरीदने की अपील
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने कहा कि महात्मा गांधी के जीवन पर नजर डालें तो पता चलता है कि उनके जीवन में छोटी-छोटी चीजें कितनी महत्वपूर्ण थीं और कैसे उन्होंने छोटी-छोटी चीजों को लेकर बड़े संकल्पों को साकार किया।
नई दिल्ली, एएनआइ। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने देशवासियों से गांधी जयंती को बड़े उत्साह के साथ मनाने और खादी उत्पादों को खरीदने का आग्रह किया है। अपने मासिक रेडियो कार्यक्रम 'मन की बात' के 81वें एपिसोड को संबोधित करते हुए पीएम मोदी ने स्वच्छता आंदोलन में महात्मा गांधी के योगदान को याद करते हुए कहा कि महात्मा गांधी ने स्वतंत्रता के सपने के साथ स्वच्छता को जोड़ा था। मन की बात प्रधानमंत्री का मासिक रेडियो संबोधन है, जो हर महीने के आखिरी रविवार को प्रसारित होता है।
उन्होंने कहा, 'बापू (महात्मा गांधी) स्वच्छता के समर्थक थे, उन्होंने स्वच्छता को एक जन आंदोलन बनाया और इसे आजादी के सपने से जोड़ा।' उन्होंने कहा कि आज के युवाओं को पता होना चाहिए कि कैसे स्वच्छता अभियान ने स्वतंत्रता आंदोलन को निरंतर ऊर्जा दी थी। उन्होंने कहा, आज इतने दशकों के बाद स्वच्छता आंदोलन ने एक बार फिर देश को नए भारत के सपने से जोड़ने का काम किया है।
प्रधानमंत्री ने कहा कि महात्मा गांधी के जीवन पर नजर डालें तो पता चलता है कि उनके जीवन में छोटी-छोटी चीजें कितनी महत्वपूर्ण थीं और कैसे उन्होंने छोटी-छोटी चीजों को लेकर बड़े संकल्पों को साकार किया।
Let us buy Khadi products and mark Bapu's Jayanti with great fervour on October 2: PM Narendra Modi on Mann Ki Baat pic.twitter.com/QiMBOKOwsN
पीएम मोदी ने आजादी के अमृत महोत्सव के बारे में बात करते हुए कहा कि आज आजादी के 75 वें वर्ष में हम संतोष के साथ कह सकते हैं कि स्वतंत्रता आंदोलन में खादी को जो गर्व था, आज हमारी युवा पीढ़ी खादी को वही गौरव दे रही है। उन्होंने कहा कि आज खादी और हथकरघा का उत्पादन कई गुना बढ़ गया है और इसकी मांग भी बढ़ गई है।
उन्होंने कहा, 'आप भी जानते हैं कि कई मौके आए हैं जब दिल्ली के खादी शोरूम ने एक दिन में एक करोड़ रुपये से ज्यादा का कारोबार किया है। देश से अधिक खादी उत्पाद खरीदने का आग्रह करते हुए पीएम मोदी ने कहा, 'आइए हम खादी उत्पाद खरीदें और बापू की जयंती को बड़े उत्साह के साथ चिह्नित करें।'