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    दुनिया के बड़े नेताओं को पीछे छोड़ पीएम मोदी रचेंगे इतिहास, पुतिन के बाद अब जेलेंस्की से मुलाकात पर टिकी निगाहें

    PM Modi Ukraine Visit पीएम मोदी पिछले 45 सालों में पोलैंड की यात्रा पर जाने वाले पहले भारतीय प्रधानमंत्री हैं। पोलैंड के बाद यूक्रेन पहुंचकर भी वह इतिहास रचने को तैयार हैं क्योंकि इससे पहले किसी भी भारतीय पीएम ने वहां की यात्रा नहीं की है। इसके अलावा पीएम मोदी ने वह कर दिखाया है जो आज तक विश्व के तमाम बड़े नेता भी नहीं कर सके।

    By Jagran News Edited By: Sachin Pandey Updated: Thu, 22 Aug 2024 06:30 AM (IST)
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    किसी भी भारतीय प्रधानमंत्री द्वारा यह पहली यूक्रेन यात्रा होगी। (File Photo)

    जागरण ब्यूरो, नई दिल्ली। पीएम नरेन्द्र मोदी का विशेष विमान भारतीय समयानुसार शाम छह बजे के करीब पोलैंड की राजधानी वारसा पहुंच गये। यह 45 वर्षों बाद किसी भारतीय प्रधानमंत्री की पोलैंड यात्रा है। पीएम मोदी तीन दिनों की विदेश यात्रा पर पोलैंड और यूक्रेन गये हैं।

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    21 और 22 अगस्त को पोलैंड में उनका प्रवास होगा और इसके बाद वह 23 सितंबर को कुछ घंटों के लिए यूक्रेन जाएंगे। पोलैंड से यूक्रेन की यात्रा पीएम मोदी 'रेल फोर्स वन' ट्रेन से करेंगे। इसमें दस घंटे का समय लगेगा।

    पोलैंड के पीएम और राष्ट्रपति से करेंगे मुलाकात

    गुरुवार को पीएम मोदी की पोलैंड के पीएम डोनाल्ड टस्क के साथ द्विपक्षीय वार्ता होगी। उसी दिन मोदी की पोलैंड के राष्ट्रपति अंद्रजेज डुडा, पोलैंड के उद्योगपतियों और इंफ्यूलेंसर्स से अलग-अलग मुलाकात होगी। इसके बाद देर शाम मोदी यूक्रेन के लिए रवाना हो जाएंगे।

    वर्ष 1991 में पूर्व सोवियत गणराज्य से अलग होकर बने देश यूक्रेन की यह किसी भारतीय पीएम की पहली यात्रा होगी। शुक्रवार को उनकी राजधानी कीव में राष्ट्रपति वोलोदिमीर जेलेंस्की के साथ बैठक होगी। पोलैंड रवाना होने से पहले एक बयान जारी कर पीएम मोदी ने उम्मीद जताई है कि यूक्रेन के राष्ट्रपति जेलेंस्की के साथ वह यूक्रेन-रूस तनाव को समाप्त करने को लेकर बातचीत करेंगे।

    पोलैंड भारत का अहम साझेदार: पीएम मोदी

    पीएम ने भारत को यूक्रेन का मित्र व साझेदार बताते हुए आशा व्यक्त किया कि इस क्षेत्र में शीघ्र अमन व शांति स्थापित होगी। उन्होंने कहा, 'पोलैंड के साथ कूटनीतिक संबंधों के 70 वर्ष पूरा होने के अवसर पर मैं वहां की यात्रा कर रहा हूं। मध्य यूरोप में पोलैंड हमारा सबसे बड़ा साझेदार देश है। हम दोनों देश लोकतंत्र व बहुवादी व्यवस्था में विश्वास करते हैं, जिससे हमारे रिश्ते और मजबूत होते हैं। हम आपसी साझेदारी को और मजबूत करने के लिए अपने मित्र पीएम डोनाल्ड टस्क और राष्ट्रपति आंद्रेजेज डुडा से मिलने को उत्सुक हूं।'

    भारतीय समुदाय के लोगों से मिलेंगे पीएम मोदी

    पीएम मोदी पौलेंड में रहने वाले भारतीय समुदाय के लोगों से भी अलग से मुलाकात करेंगे। वहां तकरीबन 25 हजार भारतीय अभी रहते हैं, जिनमें 5,000 छात्र हैं। मोदी ने आगे कहा, 'पोलैंड के बाद मैं यूक्रेन की यात्रा पर जाउंगा, जहां राष्ट्रपति जेलेंस्की से मुलाकात होगी।' यह किसी भारतीय पीएम की पहली यूक्रेन यात्रा होगी।

    पीएम ने कहा, 'द्विपक्षीय संबंधों को मजबूत बनाने और मौजूदा यूक्रेन विवाद के समाधान के लिए मेरी राष्ट्रपति जेलेंस्की से पहले जो बातचीत हुई है, हम उसे और आगे बढ़ाएंगे। मुझे भरोसा है कि इन दोनों देशों की यात्रा से भारत के साथ इनके रिश्तों को आगे और ज्यादा मजबूत बनाने में मदद मिलेगी।'

    पीएम मोदी खास ट्रेन से पहुंचेंगे यूक्रेन

    यूक्रेन और रूस के बीच फरवरी, 2022 से युद्ध चल रहा है। पिछले दो हफ्तों से यूक्रेन व रूस की सीमा पर इनकी सेनाओं के बीच फिर से नये मोर्चे खुलने की सूचना है। कीव के आस पास के इलाकों में भी रूस की वायु सेना की तरफ से हमले होने की खबरें आ रही हैं। सुरक्षा की वजहों से ही कीव के लिए अंतरराष्ट्रीय उड़ानें बंद कर हैं।

    पीएम मोदी जिस ट्रेन से कीव पहुंचेंगे उसी ट्रेन से पहले अमेरिकी राष्ट्रपति जो बाइडन, फ्रांस के राष्ट्रपति इमानुएल मैक्रा, जर्मनी के चांसलर ओलाफ शोल्ज यूक्रेन की यात्रा कर चुके हैं। भारतीय विदेश मंत्रालय ने मोदी की भावी यूक्रेन यात्रा को ऐतिहासिक करार दिया है।

    रूस का भी कर चुके हैं दौरा

    युद्ध की शुरूआत के बाद जिन वैश्विक नेताओं ने कीव की यात्रा की है, वह सारे ही यूक्रेन के साझेदार और रूस के विरोधी हैं। मोदी पहले वैश्विक नेता होंगे, जिनके रूस के राष्ट्रपति ब्लादिमीर पुतिन के साथ भी दोस्ताना संबंध है। 09-10 जुलाई, 2024 को मोदी मॉस्को गये थे, जहां उन्होंने पुतिन के निजी आवास में पांच घंटे बिताये थे। इस पर यूक्रेन के राष्ट्रपति जेलेंस्की और अमेरिकी विदेश मंत्रालय व एनएसए ने काफी नाराजगी भी जताई थी।