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    'सबका साथ, सबका विकास का मंत्र हमारी नीति भी और निष्ठा भी', एमपी के आनंदपुर धाम में बोले पीएम मोदी

    प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने शुक्रवार को मध्य प्रदेश के अशोकनगर जिले में स्थित आनंदपुर धाम पहुंचे और धार्मिक स्थल के अंदर स्थित मंदिर में पूजा-अर्चना की। प्रधानमंत्री मोदी ने सभा को संबोधित करते हुए कहा हमारा भारत ऋषियों मनीषियों और संतों की धरती है। जब-जब हमारा भारत हमारा समाज किसी मुश्किल दौर से गुजरता है कोई न कोई ऋषि मनीषी इस धरती पर अवतरित होकर समाज को नई दिशा देताहै।

    By Digital Desk Edited By: Chandan Kumar Updated: Fri, 11 Apr 2025 05:26 PM (IST)
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    पीएम मोदी आनंदपुर धाम पहुंचे और धार्मिक स्थल के अंदर स्थित मंदिर में पूजा-अर्चना की। (फोटो सोर्स- BJP4India/X)

    डिजिटल डेस्क, नई दिल्ली। प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने शुक्रवार को मध्य प्रदेश के अशोकनगर जिले में स्थित आनंदपुर धाम पहुंचे और धार्मिक स्थल के अंदर स्थित मंदिर में पूजा-अर्चना की। आनंदपुर धाम ईसागढ़ तहसील के आनंदपुर गांव में स्थित है, जो अशोकनगर जिला मुख्यालय से लगभग 30 किमी और भोपाल से 215 किमी दूर है।

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    प्रधानमंत्री मोदी ने सभा को संबोधित करते हुए कहा, "जिस भूमि का कण-कण संतों की तपस्या से सींचा गया हो, जहां परमार्थ एक परंपरा बन चुका हो, जहां सेवा के संकल्प मानवता के कल्याण का पथ प्रशस्त करते हों, वो धरती साधारण नहीं है। इसलिए हमारे संतों ने अशोक नगर के बारे में कहा था कि यहां शोक आने से डरता है। मुझे खुशी है कि आज यहां बैसाखी और श्री गुरु महाराज जी के अवतरण उत्सव में मुझे शामिल होने का अवसर मिला है।"

    "हम पूज्य स्वामी अद्वैतानंद महाराज जी महाराज के जीवन में भी इसकी झलक देख सकते हैं। एक समय था, जब आदि शंकराचार्य जैसे आचार्यों ने अद्वैत दर्शन के गहरे ज्ञान की व्यख्या की थी।" नरेंद्र मोदी, प्रधानमंत्री

    मुश्किल के दौर में हमारे समाज को कोई न कोई दिशा दे देता है: पीएम मोदी

    पीएम मोदी ने कहा, "हमारा भारत ऋषियों, मनीषियों और संतों की धरती है। जब-जब हमारा भारत, हमारा समाज किसी मुश्किल दौर से गुजरता है, कोई न कोई ऋषि, मनीषी इस धरती पर अवतरित होकर समाज को नई दिशा देता है।"

    उन्होंने कहा, "इसी परंपरा में पूज्य अद्वैतानंद जी महाराज ने भारत के जन सामान्य तक इसे पहुंचाने का बीड़ा उठाया। महाराज जी ने अद्वैत के ज्ञान को हम सभी के लिए और सरल बनाया, उसे सामान्य मानवी के लिए और सुलभ कर दिया।"

    प्रधानमंत्री ने कहा, "गरीब और वंचित के उत्थान का संकल्प...‘सबका साथ, सबका विकास’ का मंत्र... सेवा की ये भावना...आज सरकार की नीति भी है और निष्ठा भी है।"

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