पीएम मोदी ने की कांग्रेस नेता कामराज की तारीफ; बोले, 'वो हम सभी के लिए प्रेरणा हैं'
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने तमिलनाडु के पूर्व मुख्यमंत्री के. कामराज की जन्म जयंती पर उन्हें श्रद्धांजलि दी। उन्होंने कामराज के स्वतंत्रता आंदोलन में योगदान और समाज के प्रति समर्पण को याद किया। पीएम मोदी ने कहा कि कामराज ने स्वतंत्रता के बाद अनमोल नेतृत्व दिया। उनके उच्च आदर्श और सामाजिक न्याय के प्रति समर्पण प्रेरणादायक हैं।

डिजिटल डेस्क, नई दिल्ली। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने आज स्वतंत्रता संग्राम के महान नायक और तमिलनाडु के पूर्व मुख्यमंत्री के. कामराज की जन्म जयंती पर उन्हें श्रद्धांजलि अर्पित की।
अपने आधिकारिक एक्स हैंडल पर एक भावुक संदेश साझा करते हुए, पीएम मोदी ने कामराज के स्वतंत्रता आंदोलन में योगदान और समाज के लिए उनके समर्पण को याद किया।
उन्होंने लिखा, "मैं के. कामराज को उनकी जन्म जयंती पर श्रद्धांजलि अर्पित करता हूं। स्वतंत्रता संग्राम के अग्रणी योद्धा रहे कामराज ने आजादी के बाद के शुरुआती वर्षों में अनमोल नेतृत्व प्रदान किया। उनके उच्च आदर्श और सामाजिक न्याय के प्रति समर्पण हम सभी के लिए प्रेरणा का स्रोत हैं।"
திரு கே. காமராஜ் அவர்களின் பிறந்த நாளில் அவருக்கு மரியாதை செலுத்துகிறேன். இந்தியாவின் சுதந்திரப் போராட்டத்தில் முன்னணியில் இருந்த அவர், சுதந்திரத்திற்குப் பிந்தைய நமது பயணத்தின் வளர்ச்சிக்குரிய ஆண்டுகளில் விலைமதிப்பற்ற தலைமைத்துவத்தை வழங்கினார். அவரது உயரிய சிந்தனைகளும், சமூக…
— Narendra Modi (@narendramodi) July 15, 2025
कामराज को 'किंगमेकर' कहा जाता था। उन्होंने न केवल तमिलनाडु बल्कि पूरे देश की राजनीति में अपनी अमिट छाप छोड़ी। उनकी सादगी, ईमानदारी और जनता के प्रति निष्ठा आज भी नेताओं के लिए एक मिसाल है।
कौन थे के. कामराज?
- के. कामराज का पूरा नाम कुमारस्वामी कामराज (Kumarswami Kamaraj) है। उनका जन्म 15 जुलाई 1903 को विरुधुनगर में हुआ था। वे 1952 से लेकर 1954 और 1969 से लेकर 1975 तक लोकसभा के सदस्य रहे। इसके अलावा, वे 1954 से लेकर 1967 तक मद्रास विधानसभा के सदस्य भी रहे।
- कामराज 1954 में मद्रास स्टेट के मुख्यमंत्री बने। इस पद पर वे 1963 तक आसीन रहे। बाद में, पार्टी हित में उन्होंने सीएम पद से इस्तीफा दे दिया और संगठन को मजबूत करने में लग गए।
- कामराज को दो बार प्रधानमंत्री बनने का मौका भी मिला, लेकिन उन्होंने पीएम बनने से इनकार कर दिया। वे पार्टी को मजबूत करना चाहते थे। वे 1964 से लेकर 1967 तक कांग्रेस के अध्यक्ष रहे।
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