VIDEO: 'जूतों की आवाज से पता चल जाता था समय', पीएम मोदी ने लेक्स फ्रिडमैन पॉडकास्ट में सुनाया दिलचस्प किस्सा
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने मशहूर पॉडकास्टर लेक्स फ्रिडमैन के साथ एक विशेष बातचीत में अपने जीवन विचारधारा और वैश्विक मुद्दों पर चर्चा की। इस पॉडकास्ट में उन्होंने बचपन हिमालय यात्रा हिंदू राष्ट्रवाद गांधीजी भारत-पाक संबंध AI शिक्षा और लोकतंत्र पर अपने विचार रखे। पीएम मोदी ने कहा मेरी ताकत 140 करोड़ भारतीय हैं। चर्चा में चीन रूस-यूक्रेन और 2002 गुजरात दंगों का भी जिक्र हुआ।
डिजिटल डेस्क, नई दिल्ली। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी हाल ही में मशहूर पॉडकास्टर और रिसर्चर लेक्स फ्रिडमैन के साथ एक खास बातचीत में शामिल हुए। इस दौरान प्रधानमंत्री मोदी के जीवन, विचारधारा और वैश्विक मुद्दों पर उनके दृष्टिकोण की झलक भी मिली। यह चर्चा भारत की संस्कृति, राजनीति, आध्यात्मिकता और तकनीकी विकास जैसे कई अहम विषयों को समेटे हुए है।
Here's my conversation with @narendramodi, Prime Minister of India.
— Lex Fridman (@lexfridman) March 16, 2025
It was one of the most moving & powerful conversations and experiences of my life.
This episode is fully dubbed into multiple languages including English and Hindi. It's also available in the original (mix of… pic.twitter.com/85yUykwae4
इस पॉडकास्ट में प्रधानमंत्री मोदी ने अपने बचपन, हिमालय की यात्रा, संन्यास के विचार, राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ (RSS) और हिंदू राष्ट्रवाद पर अपने विचार साझा किए। इसके साथ ही, उन्होंने महात्मा गांधी, भारत-पाकिस्तान संबंधों, यूक्रेन में शांति प्रयासों, चीन और शी जिनपिंग से संबंधों, 2002 के गुजरात दंगों, लोकतंत्र, कृत्रिम बुद्धिमत्ता (AI), शिक्षा और ध्यान जैसी अहम विषयों पर भी अपनी राय भी जाहिर की है। तीन घंटे के इस पॉडकास्ट में पीएम नरेंद्र मोदी ने कहा है कि मेरी ताकत 140 करोड़ भारतीय हैं।
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने पॉडकास्ट में RSS से अपने जुड़ाव के बारे में बात करते हुए कहा, "मैं खुद को सौभाग्यशाली मानता हूं कि मैंने RSS जैसे प्रतिष्ठित संगठन से जीवन का सार और मूल्य सीखा। मुझे उद्देश्यपूर्ण जीवन मिला।"
उन्होंने आगे कहा, "बचपन में RSS की सभाओं में जाना हमेशा अच्छा लगता था। मेरे मन में हमेशा एक ही लक्ष्य रहता था, देश के काम आना। यही 'संघ' (RSS) ने मुझे सिखाया। RSS इस साल 100 साल पूरे कर रहा है। RSS से बड़ा कोई 'स्वयंसेवी संघ' दुनिया में नहीं है।"
"RSS को समझना आसान काम नहीं है, इसके कामकाज को समझना होगा। यह अपने सदस्यों को जीवन का उद्देश्य देता है। यह सिखाता है कि राष्ट्र ही सब कुछ है और समाज सेवा ही ईश्वर की सेवा है। हमारे वैदिक संतों और स्वामी विवेकानंद ने जो सिखाया है, संघ भी यही सिखाता है... RSS के कुछ सदस्यों ने शिक्षा में क्रांति लाने के लिए 'विद्या भारती' नामक संगठन की शुरुआत की। उनके देश भर में करीब 25 हजार स्कूल चलते हैं, एक समय में 30 लाख छात्र इन स्कूलों में पढ़ते हैं... वामपंथियों द्वारा प्रचारित श्रमिक आंदोलन 'दुनिया के मजदूरों, एक हो जाओ!' का नारा लगाते हैं, जबकि RSS का श्रमिक संगठन 'मजदूरों, दुनिया को एक करो!' का नारा लगाता है।" पीएम नरेंद्र मोदी, प्रधानमंत्री
पीएम ने सुनाया मजेदार किस्सा
पीएम मोदी ने अपने माता-पिता की मेहनत और अनुशासन को याद करते हुए कहा, "हमारी मां ने बहुत मेहनत की। मेरे पिता भी बहुत अनुशासित थे. वह हर सुबह 4:00 या 4:30 बजे घर से निकलते थे, मंदिरों में जाते थे और फिर अपनी दुकान पर काम करने पहुंचते थे।"
प्रधानमंत्री ने यह भी याद किया कि जब उनके पिता गांव से गुजरते थे, तो उनके पारंपरिक चमड़े के जूते पारंपरिक चमड़े के जूते पहने थे, जो गांव में हाथ से बने थे। जब वह चलते थे, तो उनके जूतों की 'टक, टक, टक' की आवाज़ आती थी. गांव के लोग सिर्फ उनकी कदमों की आवाज सुनकर ही समय का अंदाजा लगा सकते थे और कहते थे,"अरे हां, दामोदर आ रहे हैं।"
कौन हैं लेक्स फ्रिडमैन?
बता दें कि लेक्स फ्रिडमैन 2015 से मैसाचुसेट्स इंस्टीट्यूट ऑफ टेक्नोलॉजी (MIT) में शोध वैज्ञानिक है। वह YouTube पर द लेक्स फ्रिडमैन पॉडकास्ट को होस्ट करते हैं। फ्रिडमैन के चैनल के 4.5 मिलियन से ज़्यादा सब्सक्राइबर हैं और करीब 820 मिलियन व्यूज हैं।
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