पीएम मोदी ने बिहार में NTPC नबीनगर STPP स्टेज-II की रखी आधारशिला, 48520 करोड़ की परियोजनाओं का लोकार्पण और शिलान्यास
प्रधानमंत्री मोदी ने बिहार में 48520 करोड़ रुपये की विकास परियोजनाओं का लोकार्पण और शिलान्यास किया जिसमें NTPC नबीनगर एसटीपीपी स्टेज-II भी शामिल है। 29948 करोड़ रुपये की लागत से बनने वाली यह परियोजना अत्याधुनिक अल्ट्रा-सुपरक्रिटिकल टेक्नोलॉजी पर आधारित है। इससे बिहार के साथ-साथ अन्य राज्यों को भी किफायती बिजली मिलेगी और ऊर्जा सुरक्षा सुनिश्चित होगी। यह परियोजना स्थानीय समुदायों के आर्थिक विकास में भी सहायक होगी।

डिजिटल डेस्क, नई दिल्ली। पूर्वी भारत में ऊर्जा आत्म-निर्भरता को और मजबूत करते हुए, प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने 30 मई को बिहार के औरंगाबाद जिले में 29,948 करोड़ रुपये से अधिक की लागत से बनने वाले एनटीपीसी नबीनगर एसटीपीपी, स्टेज-II (3x800 मेगावॉट) का शिलान्यास किया। कुल 48,520 करोड़ रुपये से अधिक की अनेक विकास परियोजनाओं का प्रधानमंत्री ने शिलान्यास, उद्घाटन और लोकर्पण किया।
कार्यक्रम के दौरान, बिहार के राज्यपाल आरिफ मोहम्मद खान, मुख्यमंत्री नीतीश कुमार, केंद्रीय सूक्ष्म, लघु और मध्यम उद्योग मंत्री जीतन राम मांझी, केंद्रीय पंचायती राज, मत्स्य पालन, पशुपालन और डेयरी मंत्री राजीव रंजन सिंह उर्फ ललन सिंह, केंद्रीय वस्त्र मंत्री गिरिराज सिंह, केंद्रीय खाद्य प्रसंस्करण उद्योग मंत्री चिराग पासवान, केंद्रीय कोयला और खदान राज्य मंत्री सतीश चंद्र दुबे, उपमुख्यमंत्री सम्राट चौधरी, उपमुख्यमंत्री विजय कुमार सिन्हा और केंद्र एवं बिहार सरकार के अन्य वरिष्ठ गणमान्य भी उपस्थित रहे।
एनटीपीसी नबीनगर एसटीपीपी, स्टेज-II (3x800 मेगावॉट) परियोजना अत्याधुनिक अल्ट्रा-सुपरक्रिटिकल टेक्नोलॉजी पर आधारित है, जो विद्युत उत्पादन की सर्वाधिक एफिशिएंसी प्रदान करती है। एनटीपीसी द्वारा पानी बचाने की अपनी प्रतिबद्धता के अंतर्गत नबीनगर स्टेज-II संयंत्रों में ड्राई बॉटम ऐश हैंडलिंग सिस्टम और एयर कूल्ड कंडेंसर स्थापित किया गया है, जिससे विद्युत उत्पादन के लिए ताजे पानी की खपत में काफी कमी आएगी।
इसके अलावा इस परियोजना द्वारा बिहार एवं अन्य राज्यों, जैसे राजस्थान, उत्तर प्रदेश, ओडिशा, पश्चिम बंगाल और पंजाब आदि को किफायती बिजली प्रदान की जाएगी। इस परियोजना से स्थानीय समुदायों, व्यवसायों और उद्योगों में ऊर्जा की बढ़ती जरूरतें पूरी होंगी और क्षेत्र के आर्थिक विकास में मदद मिलेगी। साथ ही, इस परियोजना से देश को ऊर्जा सुरक्षा और किफायती ऊर्जा का दोहरा उद्देश्य पूरा करने में भी मदद मिलेगी।
एनटीपीसी लिमिटेड भारत की सबसे बड़ी एकीकृत विद्युत् उपयोगिता कंपनी है, जो भारत में विद्युत् आवश्यकताओं की पूर्ति में एक-चौथाई का योगदान देती है। इसकी स्थापित क्षमता 80 GW से अधिक है, तथा 32 GW की अतिरिक्त क्षमता निर्माणाधीन है, जिसमें 13 GW की ऊर्जा क्षमता नवीकरणीय है। कंपनी 2032 तक 60 GW नवीकरणीय ऊर्जा क्षमता हासिल करने के लिए प्रतिबद्ध है।
एनटीपीसी अपने ताप, जल, सौर और पवन ऊर्जा संयंत्रों द्वारा राष्ट्र में विश्वसनीय, किफायती और सतत बिजली आपूर्ति करते रहने के लिए समर्पित है। कंपनी हरित भविष्य के लिए सर्वोत्तम अभ्यासों का पालन करने, अभिनवता का विकास करने और स्वच्छ ऊर्जा प्रौद्योगिकियों को अपनाने के लिए प्रतिबद्ध है।
कमेंट्स
सभी कमेंट्स (0)
बातचीत में शामिल हों
कृपया धैर्य रखें।