Independence Day 2025: 'बाबा आदम जमाने के थे कानून...', पीएम मोदी ने लॉ रिफार्म को लेकर क्या-क्या कहा?
स्वतंत्रता दिवस पर लाल किले से प्रधानमंत्री मोदी ने राष्ट्र को संबोधित करते हुए देश की प्रगति और सुधारों पर प्रकाश डाला। उन्होंने आयकर कानूनों में किए गए बड़े बदलावों का उल्लेख किया जिसमें 280 से अधिक धाराओं को हटाकर 12 लाख रुपये तक की आय को कर-मुक्त किया गया। इसके अतिरिक्त उन्होंने औपनिवेशिक दंड संहिता को समाप्त करके नई न्याय संहिता को लागू करने की बात कही।

डिजिटल डेस्क, नई दिल्ली। 79वें स्वतंत्रता दिवस के अवसर पर लाल किले की प्राचीर से राष्ट्र को संबोधित करते हुए प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने देश की प्रगति और सुधारों पर जोर दिया। उन्होंने आयकर कानूनों में बड़े बदलावों का जिक्र किया, जिसमें 280 से अधिक धाराओं को समाप्त कर 12 लाख रुपये तक की आय को कर-मुक्त किया गया।
इसके साथ ही औपनिवेशिक दंड संहिता को हटाकर नई न्याय संहिता लागू करने की बात कही, जो नागरिकों के जीवन को आसान बनाने और सुधारों को गति देने की दिशा में एक महत्वपूर्ण कदम है।
देश को संबोधित करते हुए प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने कहा कि सरकार ने आयकर कानूनों में बड़े सुधार किए हैं, लेकिन संसद में हुए हंगामे के बीच कई लोग इस बदलाव को देख ही नहीं पाए। उन्होंने इसे देश की अर्थव्यवस्था और करदाताओं के लिए अहम कदम बताया।
80 से ज्यादा धाराएं खत्म की: पीएम मोदी
लाल किले से स्वतंत्रता दिवस पर देश को संबोधित करते हुए प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने कहा कि सरकार ने दर्जनों पुराने कानूनों को सरल बनाने के लिए बड़े बदलाव किए हैं।
उन्होंने बताया, "इस बार इनकम टैक्स में भी बड़ा सुधार किया गया है। हमने 280 से ज्यादा धाराएं खत्म की हैं। 12 लाख रुपये तक की आय पर इनकम टैक्स को शून्य कर दिया गया है, जिससे नागरिकों का जीवन आसान हुआ है।" पीएम ने यह भी कहा कि सरकार ने अंग्रेजों की दंड संहिता को खत्म कर नई न्याय संहिता लागू की है।
'बाबा आदम के जमाने के थे कानून'
पीएम ने कहा, "1,500 से ज्यादा पुराने कानून, जो बाबा आदम के जमाने के थे, उन सबको हमने खत्म किया है। दर्जनों कानूनों को सरल करने के लिए हमने बदलाव किए हैं। इस बार भी हो-हल्ला के बीच लोगों तक बात पहुंची नहीं होगी लेकिन बहुत बड़ा रिफॉर्म इनकम टैक्स ऐक्ट में हुआ है। करीब 280 से ज्यादा धाराएं हमने खत्म करने का निर्णय किया है। साथियो सिर्फ आर्थिक मोर्चे पर रिफॉर्म ही नहीं, हमने नागरिक जीवन को भी आसान बनाने के लिए रिफॉर्म किए हैं।"
पीएम ने कहा, "अंग्रेजों के जमाने से दंड संहिता में हम दबे पड़े थे। दंड का भय दिखाकर जीवन चल रहा था। 75 साल से यही होता आ रहा था। हमने दंड संहिता को खत्म कर दिया और न्याय संहिता को ले आए हैं। इसमें भारत के नागरिकों के प्रति विश्वास का भाव किया। हमने रिफॉर्म की यात्रा को तेज करने का बीड़ा उठाया और हम बहुत तेजी से आगे बढ़ना चाहते हैं। देशवासियो मैं देश के लिए कर रहा हूं, मेरे लिए नहीं कर रहा हूं।"
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