सुर्खियों में पीएम मोदी की 'कार डिप्लोमेसी', पहले पुतिन फिर इथियोपिया और अब जॉर्डन से आई तस्वीर
तीन देशों की यात्रा पर गए पीएम नरेन्द्र मोदी का जॉर्डन और इथियोपिया में जिस तरह से व्यक्तिगत स्वागत किया गया है वैसी मिसाल अंतरराष्ट्रीय डिप्लोमेसी मे ...और पढ़ें

सुर्खियों में पीएम मोदी की 'कार डिप्लोमेसी' (फोटो- एक्स)
जागरण ब्यूरो, नई दिल्ली। तीन देशों की यात्रा पर गए पीएम नरेन्द्र मोदी का जॉर्डन और इथियोपिया में जिस तरह से व्यक्तिगत स्वागत किया गया है वैसी मिसाल अंतरराष्ट्रीय डिप्लोमेसी में बहुत ही कम देखने को मिलती है। इससे पहले पीएम मोदी का पुतिन के साथ नई दिल्ली में कार का फोटो खूब वायरल हुआ था।
जॉर्डन के क्राउन प्रिंस के साथ कार में
जॉर्डन में क्राउन प्रिंस अल हुसैन बिन अब्दुल्लाह द्वितीय खुद गाड़ी चलाकर पीएम मोदी को जार्डन म्यूजियम ले गए और उसके बाद वहां जब कार्यक्रम समाप्त हो गया तो फिर एयरपोर्ट तक गाड़ी चला कर ले गये व पीएम मोदी को विदाई दी। यह दुर्लभ इशारा भारत-जॉर्डन मित्रता की गर्मजोशी का प्रतीक बना।
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने 15-16 दिसंबर 2025 को जॉर्डन की द्विपक्षीय यात्रा पूरी की, जो दोनों देशों के बीच राजनयिक संबंधों के 75 वर्ष पूरे होने के अवसर पर हुई। यह 37 वर्षों में किसी भारतीय प्रधानमंत्रीकी पहली द्विपक्षीय जॉर्डन यात्रा थी।
इथियोपिया के प्रधानमंत्री के साथ कार में पीएम मोदी
वहीं, जॉर्डन से इथियोपिया पहुंचते ही वहां एयरपोर्ट पर प्रधानमंत्री अबीय अहमद अली खुद मौजूद थे। नोबल पुरस्कार विजेता पीएम अली ने यहां खुद ही पीएम मोदी की गाड़ी को ड्राइव किया और उन्हें होटल छोड़ा। रास्ते में उन्होंने अनौपचारिक रूप से साइंस म्यूजियम और फ्रेंडशिप पार्क भी घुमाया।
पीएम मोदी की उभरती 'कार कूटनीति'
पीएम मोदी की यह 'कार डिप्लोमेसी' विश्व नेताओं के साथ व्यक्तिगत विश्वास और अनौपचारिक निकटता दर्शाती है। हाल ही में रूसी राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन के भारत दौरे के दौरान दोनों नेता टोयोटा फॉर्च्यूनर में साथ यात्रा कर अपने आवास पहुंचे। यह भारतीय निर्मित गैर-पश्चिमी वाहन का उपयोग 'मेक इन इंडिया' और स्वतंत्र विदेश नीति का प्रतीक माना गया। इससे पहले 2025 में SCO शिखर सम्मेलन के दौरान पुतिन की ऑरस लिमोसिन में साथ यात्रा हुई थी।

कमेंट्स
सभी कमेंट्स (0)
बातचीत में शामिल हों
कृपया धैर्य रखें।