'मुझे विश्वास नहीं हो रहा था कि...', पीएम मोदी ने तीजन बाई को किया फोन तो चौंक गया परिवार
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने छत्तीसगढ़ राज्य स्थापना दिवस पर तीजन बाई के स्वास्थ्य की जानकारी ली। उन्होंने तीजन बाई की बहू से बात कर हर संभव मदद का भरोसा दिया। वेणु देशमुख ने बताया कि पीएम मोदी व्यक्तिगत रूप से तीजन बाई से मिलना चाहते थे। डॉक्टरों की टीम ने तीजन बाई की जांच की। परिवार ने आर्थिक तंगी का हवाला देते हुए नौकरी की मांग की। पीएम मोदी ने लेखक विनोद कुमार शुक्ला का भी हालचाल जाना।

लगभग 1 मिनट 18 सेकंड तक बात की (फाइल फोटो)
डिजिटल डेस्क, नई दिल्ली। 1 नवंबर को छत्तीसगढ़ राज्य के 25वें स्थापना दिवस के मौके पर प्रधानमंत्री नरेद्र मोदी छत्तीसगढ़ पहुंचे थे। इस दौरान पीएम मोदी ने प्रसिद्ध लोक कलाकार तीजन बाई के स्वास्थ्य के बारे में जानकारी ली। पीएम मोदी ने तीजन बाई की बहू वेणु देशमुख से लगभग मिनट 18 सेकंड तक बात की और हर संभव मदद का भरोसा दिया।
तीजन बाई पद्म विभूषण से सम्मानित हैं। उन्होंने पंडवानी कला के माध्यम से भारत की लोक कथा परंपरा को वैश्विक मंच पर पहुंचाया है। वेणु देशमुख ने कहा कि पीएम मोदी तीजन बाई से व्यक्तिगत रूप से मिलना चाहते थे, लेकिन कुछ कारणों से वह नहीं आ सके। उन्होंने कहा कि पीएम ने जरूरत पड़ने पर मदद की पेशकश की है।
डॉक्टर की टीम ने की जांच
वेणु देशमुख ने पीएम को बताया कि तीजन बाई ठोस आहार नहीं ले पा रही हैं, इसलिए उन्हें सूप दिया जा रहा है। उन्होंने कहा कि तीजन बाई का पूरा परिवार पीएम मोदी का प्रशंसक है। वेणु देशमुख ने कहा, 'मुझे विश्वास नहीं हो रहा था कि पीएम मोदी खुद फोन कर रहे हैं।'
उन्होंने कहा कि फोन के बाद डॉक्टरों की एक टीम तीजन बाई की जांच के लिए उनके घर पहुंची। वहीं दुर्ग जिले के कलेक्टर अभिषेक सिंह और और एसडीएम ने भी गनियारी स्थित तीजन बाई के घर जाकर उनका हालचाल जाना। परिवार ने आर्थिक तंगी का हवाला देते हुए परिवार के एक सदस्य के लिए सरकारी नौकरी की मांग की।
वहीं पीएम मोदी ने लेखक विनोद कुमार शुक्ला का भी हालचाल जानने के लिए फोन किया। विनोद कुमार शुक्ला के बेटे शाश्वत शुक्ला ने कहा, 'यह देखकर अच्छा लगता है कि देश के प्रधानमंत्री व्यक्तिगत रूप से एक लेखक का हालचाल पूछ रहे हैं।'
(न्यूज एजेंसी आईएएनएस के इनपुट के साथ)

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