रक्षा ही नहीं कारोबार संबंधों पर भी होगा मोदी-मैक्रां बैठक का फोकस, पीएम के भव्य स्वागत के लिए तैयार फ्रांस
फ्रांस भारत के सबसे पुराने रणनीतिक साझेदार देशों में शामिल है लेकिन इस हफ्ते की पीएम नरेन्द्र मोदी की पेरिस यात्रा दोनो देशों के रिश्तों की डोर को और मजबूत करने जा रही है। दोनों नेताओं के सामने कुछ अहम रक्षा सौदों पर हस्ताक्षर होंगे और ऊर्जा पर्यावरण व प्रशिक्षित कामगारों के आने-जाने को लेकर घोषणाएं भी होने वाली हैं। पीएम मोदी 13 जुलाई को फ्रांस के लिए रवाना होंगे।
जयप्रकाश रंजन, नई दिल्ली। फ्रांस भारत के सबसे पुराने रणनीतिक साझेदार देशों में शामिल है, लेकिन इस हफ्ते की पीएम नरेन्द्र मोदी की पेरिस यात्रा दोनो देशों के रिश्तों की डोर को और मजबूत करने जा रही है।
फ्रांस के बास्तिल दिवस में भारतीय प्रधानमंत्री का राजकीय मेहमान के तौर पर उपस्थित होना और वहां होने वाले सैन्य परेड में भारतीय सेना के सैनिकों और भारतीय वायु सेना का शामिल होना अपने आप में में अनूठी घटना तो है ही लेकिन पीएम मोदी और राष्ट्रपति इमानुएल मैक्रा की द्विपक्षीय वार्ता की अहमियत भी कम नहीं है।
कुछ अहम रक्षा सौदों पर होंगे हस्ताक्षर
दोनों नेताओं के सामने कुछ अहम रक्षा सौदों पर हस्ताक्षर होंगे और ऊर्जा, पर्यावरण व प्रशिक्षित कामगारों के आने-जाने को लेकर घोषणाएं भी होने वाली हैं। पीएम मोदी 13 जुलाई को फ्रांस के लिए रवाना होंगे। बास्तिल दिवस भारत के गणतंत्र दिवस जैसा समारोह होता है। सूत्रों के मुताबिक, बहुत ही कम अवसरों पर फ्रांस सरकार इसमें किसी विदेशी मेहमान को बतौर मुख्य अतिथि आमंत्रित करती है। इसके पहले वर्ष 2017 में अमेरिकी राष्ट्रपति को आमंत्रित किया गया था। दोबारा राष्ट्रपति बनने के बाद मैक्रा ने इस समारोह में पहली बार पीएम मोदी को आमंत्रित किया है।
दोनों नेताओं के बीच व्यक्तिगत दोस्ती है काफी मशहूर
दोनों नेताओं के बीच की व्यक्तिगत दोस्ती काफी मशहूर है। राजकीय मेहमान के तौर पर अगर कभी-कभार विदेशी नेताओं को आमंत्रित करता भी रहा है तो सैन्य परेड में किसी दूसरे देश की सेना को शामिल होने का सम्मान बहुत ही कम बार दिया दिया गया है। इस बार भारतीय सेना के तीनों अंगों को आमंत्रित किया गया है। इसके लिए भारतीय सैन्य टुकडि़यां वहां पहुंच चुकी है। युद्धक विमान राफेल का एक बेड़ा भी वहां परेड में शामिल होने के लिए पहुंचा है।
भारत और फ्रांस मना रहा 25वीं वर्षगांठ
सूत्रों ने बताया है कि भारतीय दल को आमंत्रित करने के पीछे मैक्रा प्रशासन की यह सोच हो सकती है कि इस वर्ष भारत और फ्रांस रणनीतिक साझेदारी की 25वीं वर्षगांठ मना रही है। फ्रांस की सरकार ने जिस तरह से पीएम मोदी की स्वागत की तैयारी की है वह भी अपने आप में अनूठी है। पूरा कार्यक्रम इस तरह का है कि दो दिनों में कई बार मोदी और मैक्रा की मुलाकात होगी।
फ्रांस के पीएम बोर्न से मिलेंगे पीएम मोदी
पीएम मोदी की मुलाकात फ्रांस के सभी वरिष्ठ राजनेताओं से होगी। इसमें राष्ट्रपति मैक्रा के अलावा पीएम बोर्न, सीनेट (उच्च सदन) और नेशनल एंसेबली (निचले सदन) के अध्यक्ष से अलग अलग मुलाकात होगी। पीएम फ्रांस के उद्योगपतियों के साथ अलग से मुलाकात करेंगे। इसमें पीएम के साथ भारतीय उद्यमियों का भी एक दल शामिल होगा। बास्तिला दिवस पर पीएम मोदी की आगवानी में एक राजकीय भोज का आयोजन किया गया है।
फ्रांस की प्रसिद्ध हस्तियों से मुलाकात करेंगे पीएम मोदी
पीएम फ्रांस के कुछ प्रसिद्ध हस्तियों से भी अलग से मुलाकात करेंगे, जबकि भारतीय समुदाय के साथ उनकी मुलाकात बेहद प्रतिष्ठित ला सीन म्यूजिकल में होगी। पीएम मोदी की मैक्रा के साथ मुख्य तौर पर दो द्विपक्षीय वार्ताएं होंगी। पहले दोनो नेता अकेले में वार्ता करेंगे और उसके बाद प्रतिनिधिमंडल के साथ बातचीत होगी। इस दौरान भारतीय नौ सेना की तरफ से युद्धक विमान राफेल खरीदने के समझौते पर हस्ताक्षर होगा। इसके साथ ही भारत फ्रांस के इन युद्धक विमानों का दुनिया का सबसे बड़ा खरीदादार बना जाएगा। अंतरिक्ष, ऊर्जा, पर्यावरण, छात्रों को शिक्षा देने जैसे क्षेत्र में भी घोषणाएं हो सकती हैं।
2022 में फ्रांस गए थे पीएम मोदी
पीएम मोदी ने मई, 2022 में फ्रांस गये थे तब वहां की रक्षा क्षेत्र की कंपनियों ने भारत के रक्षा उत्पादन में निवेश करने और मेड इन इंडिया कार्यक्रम में शामिल होने का प्रस्ताव किया था। इस बारे में बातचीत आगे बढ़ेगी। दोनो देश किस तरह से तीसरे देश में सहयोग करें, इसको लेकर भी मैक्रा व मोदी के बीच वार्ता होगी। हाल ही में भारत व फ्रांस ने इंडोनेशिया, यूएई व आस्ट्रेलिया के साथ अलग-अलग त्रिपक्षीय मंच बनाने का ऐलान किया है।
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