पूजा स्थल अधिनियम पूरी तरह से अतार्किक और असंवैधानिक... सरकार तुरंत करे रद्द, राज्यसभा में बोले भाजपा सांसद हरनाथ सिंह यादव
भाजपा सांसद हरनाथ सिंह यादव ने कहा कि पूजा स्थल अधिनियम पूरी तरह से अतार्किक और असंवैधानिक है। यह संविधान के तहत हिंदुओं सिखों बौद्धों और जैनियों के धार्मिक अधिकारों को छीन रहा है। यह देश में सांप्रदायिक सद्भाव को भी नुकसान पहुंचा रहा है। मैं सरकार से राष्ट्रहित में इस कानून को तुरंत रद्द करने का आग्रह करता हूं।

पीटीआई, नई दिल्ली। भाजपा सांसद हरनाथ सिंह यादव ने सोमवार को राज्यसभा में बोलते हुए आरोप लगाया कि पूजा स्थल अधिनियम (Places of Worship Act) संविधान के तहत मिले हिंदुओं, सिखों, जैनियों और बौद्धों के धार्मिक अधिकारों का उल्लंघन करता है। उन्होंने तुरंत इसको तत्काल रद्द करने की भी मांग की। राज्यसभा में शून्यकाल के दौरान उन्होंने यह भी दावा किया कि यह कानून देश में सांप्रदायिक सद्भाव को नुकसान पहुंचा रहा है।
पूजा स्थल अधिनियम पूरी तरह से अतार्किक और असंवैधानिक है। यह संविधान के तहत हिंदुओं, सिखों, बौद्धों और जैनियों के धार्मिक अधिकारों को छीन रहा है। यह देश में सांप्रदायिक सद्भाव को भी नुकसान पहुंचा रहा है। मैं सरकार से राष्ट्रहित में इस कानून को तुरंत रद्द करने का आग्रह करता हूं- हरनाथ सिंह यादव, भाजपा सांसद
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आज राज्य सभा में शून्यकाल में मेरे द्वारा #पूजा_स्थल_कानून_1991 निरस्त करने का मुद्दा उठाया गया।
— हरनाथ सिंह यादव (Harnath Singh Yadav) (@harnathsinghmp) February 5, 2024
"यह कानून भगवान राम और भगवान श्रीकृष्ण के बीच भेद करता है जबकि दोनों भगवान विष्णु के अवतार हैं।"
"यह कानून हिंदू, जैन, सिक्ख, बौद्धों के धार्मिक अधिकारों का हनन करता है।"
-- सुने… pic.twitter.com/dEKwrdYMu4
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