पिथौरागढ़ : इंटर पास करने वाली वनराजि समाज की पहली बेटी बनी जानकी
उत्तराखंड के वनराजि समाज की जानकी 14 किलोमीटर दूर टूटी चप्पलों से स्कूल जाया करती थी। अब उसने इंटर की परीक्षा पास कर ली है। वह वनराजि समाज की पहली बेटी है जिसने इंटर पास किया है।
पिथौरागढ़, जेएनएन। टूटी चप्पलों से रोजाना जंगल और नाले पार कर 14 किमी दूर स्कूल पहुंचने वाली तहसील डीडीहाट के ग्राम कूटा चौरानी की जानकी आदिम वनराजि समाज की पहली बेटी है, जिसने इंटर पास की है। वनराजि समाज के तीन गांवों कूटा, चौरानी और मदनपुरी की इस एकमात्र बेटी को अब आगे की पढ़ाई के लिए संघर्ष करना है।
जानकी के माता-पिता देवकी देवी और हयात सिंह खेती से जैसे-तैसे परिवार की गुजर करते हैं। ऐसी विषम परिस्थितियों में भी जानकी ने मेहनत और लगन से इस वर्ष उत्तराखंड बोर्ड की इंटर परीक्षा द्वितीय श्रेणी में पास की। हाईस्कूल की पढ़ाई के लिए भी जानकी को घर से तीन किमी दूर जाना पड़ता था। जबकि, इंटर करने के लिए उसे दूनाकोट तक का 14 किमी लंबा रास्ता जंगल के बीच से नाले को पार कर नापना पड़ता था। उसके पास मात्र एक ही ड्रेस थी।
अब जानकी की आगे की पढ़ाई की राह भी मुश्किल नजर आ रही है। उसकी इच्छा उच्च शिक्षा ग्रहण कर नौकरी करने की है। लेकिन, चिंता यह है कि नजदीक में कोई महाविद्यालय नहीं है और परिवार शहर में कमरा किराए पर लेकर पढ़ा पाने में असमर्थ है।
हैरत देखिए कि जनजाति के लिए समाज कल्याण विभाग से मिलने वाली छात्रवृत्ति भी जानकी को नवीं कक्षा के बाद नहीं मिली। इस सबके बावजूद अच्छी बात यह है कि जानकी का छोटा भाई भी उसी की राह पर चलते हुए दसवीं कक्षा में पढ़ रहा है।
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