चीन-यूक्रेन के भारतीय मेडिकल छात्रों के लिए एनएमसी के कदमों को संसदीय समिति ने सराहा
समिति ने भारतीय समुदाय का कल्याण नीतियां विषय पर समिति की 15वीं रिपोर्ट में शामिल अपनी सिफारिशों पर सरकार द्वारा की गई कार्रवाई पर विदेश मामलों पर स्थ ...और पढ़ें

नई दिल्ली, एएनआइ। एक संसदीय समिति ने ऐसे भारतीय मेडिकल छात्रों के लिए योजना तैयार करने के लिए राष्ट्रीय चिकित्सा आयोग (एनएमसी) के प्रयासों की सराहना की है, जिन्होंने यूक्रेन संकट और कोविड-19 के कारण उत्पन्न हालात की वजह से विदेश में अपने कालेजों में नैदानिक प्रशिक्षण नहीं लिया था।
लाभान्वित हुए हैं छात्रों के आंकड़े कराए उपलब्ध
समिति ने कहा कि उसे उन छात्रों की अपडेट स्थिति से अवगत कराया जाना चाहिए जो योजना से लाभान्वित हुए हैं, साथ ही संबंधित देशों विशेष रूप से चीन लौटने वाले छात्रों के आंकड़े भी उपलब्ध कराए जाएं।
भाजपा सदस्य पीपी चौधरी की अध्यक्षता वाली समिति ने 'भारतीय समुदाय का कल्याण: नीतियां' विषय पर समिति की 15वीं रिपोर्ट में शामिल अपनी सिफारिशों पर सरकार द्वारा की गई कार्रवाई पर विदेश मामलों पर स्थायी समिति की 21वीं रिपोर्ट प्रस्तुत की।
समिति ने कार्रवाई रिपोर्ट में कहा, ''यूक्रेन और चीन में चिकित्सा और अन्य पाठ्यक्रमों का अध्ययन कर रहे हजारों भारतीय छात्रों की दुर्दशा के बारे में उनकी चिंता के कारण समिति ने विदेश मंत्रालय से यूक्रेन और चीन से लौटने वाले मेडिकल छात्रों को अपने पाठ्यक्रम पूरा करने के लिए एक बार की छूट के आधार पर भारतीय निजी चिकित्सा संस्थानों में दाखिला लेने के लिए अनुमति देने के प्रस्ताव को स्वास्थ्य और परिवार कल्याण मंत्रालय के साथ उठाने की इच्छा जताई थी। इस संबंध में स्वास्थ्य एवं कल्याण मंत्रालय और एनएमसी ने कदम उठाए थे।

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