सपा की महिला सांसदों की तस्वीर की क्यों हो रही चर्चा? अखिलेश बोले-संसद में पीडीए का परचम
समाजवादी पार्टी की महिला सांसदों की एक तस्वीर सोशल मीडिया पर वायरल हो रही है। अखिलेश यादव ने इस तस्वीर को 'संसद में पीडीए का परचम' बताया है। तस्वीर मे ...और पढ़ें
-1764766172017.webp)
सपा के महिला सांसदों की तस्वीर क्यों हो रही वायरल?
डिजिटल डेस्क, नई दिल्ली। संसद के शीतकालीन सत्र का आज तीसरा दिन है। SIR को लेकर विपक्ष सरकार पर हमलावर है। हालांकि सत्तापक्ष और विपक्ष के बीच सहमति के बाद संसद में जारी गतिरोध टूट गया है और बुधवार से इसके सुचारू से चलने का रास्ता साफ हो गया है।
कार्य मंत्रणा समिति की बैठक में विपक्ष सीधे एसआईआर पर चर्चा के बजाय सरकार के चुनाव सुधारों के विस्तृत मुद्दे पर चर्चा के लिए तैयार हो गया।
सरकार ने क्यों मांगा विपक्ष का समर्थन?
सोमवार को सत्र की शुरूआत में इसका असर सदन के भीतर के भी दिखा और हंगामे के कारण बार-बार कार्यवाही स्थगित करनी पड़ी। वैसे सरकार ने सोमवार को ही संकेत दे दिया था कि वह चर्चा के लिए तैयार है।
मंगलवार को सदन की कार्यवाही स्थगित होने के बाद लोकसभा अध्यक्ष ओम बिरला ने सभी पार्टियों की बैठक बुलाई, जिसमें संसदीय कार्यमंत्री किरण रिजिजु ने चर्चा पर सहमति दी, लेकिन सीधे एसआईआर के बजाय चुनाव सुधारों के व्यापक मुद्दे पर चर्चा कराने की शर्त रखी। इसके साथ ही सरकार की ओर वंदे मातरम् पर चर्चा के लिए विपक्ष का समर्थन मांगा।
सपा के महिला सांसदों की तस्वीर क्यों हो रही वायरल?
इसी बीच, संसद की कार्यवाही में हिस्सा लेने पहुंचीं सपा के महिला सांसदों की तस्वीर वायरल हो रही हैं। सपा प्रमुख अखिलेश यादव ने भी सोशल मीडिया पर पोस्ट लिखा है।
पूर्व सीएम और सांसद यादव ने लिखा है कि संसद में पीडीए का परचम लहरातीं सपा की जिम्मेदार जन प्रतिनिधि। दरअसल, ये तस्वीर मंगलवार की है जब संसद की कार्यवाही में हिस्सा लेने के लिए डिंपल यादव के साथ कैराना सांसद इकरा हसन और मछलीशहर की सांसद प्रिया सरोज पहुंची थी।
इस तस्वीर को शेयर करते हुए अखिलेश यादव ने लिखा है कि नारी शक्ति का विकास कहने से नहीं, उन्हें सच्चा प्रतिनिधित्व देने से होगा। पीडीए में ‘आधी आबादी’ के रूप में शामिल हर स्त्री का सम्मान और समृद्धि हमारा संकल्प है।
संसद में पीडीए का परचम लहरातीं सपा की ज़िम्मेदार जन प्रतिनिधि।
— Akhilesh Yadav (@yadavakhilesh) December 3, 2025
नारी शक्ति का विकास कहने से नहीं, उन्हें सच्चा प्रतिनिधित्व देने से होगा। पीडीए में ‘आधी आबादी’ के रूप में शामिल हर स्त्री का सम्मान और समृद्धि हमारा संकल्प है।
PDA में शामिल ‘A’ मतलब ‘आधी आबादी’ मतलब हर बच्ची,… pic.twitter.com/asW3UnBjzx
सपा नेता ने आगे लिखा है कि PDA में शामिल ‘A’ मतलब ‘आधी आबादी’ मतलब हर बच्ची, युवती, नारी, महिला को सामाजिक-आर्थिक रूप से सम्मान देने और अपने पैरों पर खड़े होने के लिए हम ‘स्त्री सम्मान-समृद्धि योजना’ लाएंगे और ‘उप्र की उन्नति’ के अपने संकल्प को निभाएंगे।
संसद में वंदे मातरम पर चर्चा
इधर, संसद में वंदे मातरम पर चर्चा कराई जाएगी। मंगलवार को कार्य मंत्रणा समिति की बैठक में आठ और नौ दिसंबर को वंदे मातरम और चुनाव सुधारों पर चर्चा पर सहमति बनी। चुनाव सुधारों पर चर्चा के दौरान ही विपक्ष एसआइआर के मसले पर अपनी बात रखेगा।
आठ दिसंबर यानी सोमवार को लोकसभा में सबसे पहले वंदे मातरम् पर 10 घंटे की चर्चा होगी। उसके बाद मंगलवार को चुनावों पर चर्चा की शुरूआत होगी। चुनाव सुधारों पर चर्चा के लिए 10 घंटे का समय तय किया गया है। लेकिन यदि ज्यादा समय लगा तो यह अगले बुधवार को भी जारी रह सकता है।
लोकसभा में चर्चा के बाद दोनों मुद्दों पर राज्यसभा में भी इसी क्रम में चर्चा होगी। दोनों सदनों में चर्चा सामान्य नियमों के तहत होगी जिसमें मत विभाजन का प्रावधान नहीं है यानि दोनों पक्ष बहस के बाद सदन में शक्ति प्रदर्शन से परहेज करेंगे।

कमेंट्स
सभी कमेंट्स (0)
बातचीत में शामिल हों
कृपया धैर्य रखें।