Women Reservation Bill Latest Updates: लोकसभा में महिला आरक्षण बिल पारित, पक्ष में पड़े 454 वोट
Parliament Special Session 2023: संसद के विशेष सत्र के तीसरे दिन लोकसभा में महिला आरक्षण बिल पारित हो गया। महिला आरक्षण बिल को लोकसभा में मंगलवार को पेश किया गया था। इस बिल के पक्ष में 454 मत पड़े। वहीं, इसके विरोध में दो मत पड़े।

Women Reservation Bill: लोकसभा में लाए गए महिला आरक्षण विधेयक बुधवार को पारित हो गया। इस पर पर्ची से मतदान हुआ, जिसमें बिल को पारित कर दिया गया।
गृहमंत्री अमित शाह ने कहा कि कांग्रेस ने इस देश में 5 दशक से ज्यादा शासन किया, लेकिन 11 करोड़ परिवार ऐसे थे, जहां घरों में शौचालय नहीं था। गरीबी हटाओ के नारे दिए, लेकिन गरीबों को कोई सुविधा नहीं दे पाए। शौचालय न होने का पीड़ा वही जान सकते हैं, जिनके घरों में बहन-बेटियां हैं।जब बैंक अकाउंट खोलने का काम शुरू किया तो 52 करोड़ बैंक अकाउंट खोले गए और 52 करोड़ अकाउंट में से 70 प्रतिशत अकाउंट माताओं के नाम से खोले गए। आज महिला सशक्तिकरण हुआ है। जिस दिन मोदी जी ने प्रधानमंत्री पद की शपथ ली, जिस दिन से भारतीय जनता पार्टी की सरकार बनी, उसी दिन से महिलाओं की सुरक्षा, सम्मान और सहभागिता... इस सरकार के सांस और प्राण में बसा हुआ है। मोदी जी जब गुजरात के मुख्यमंत्री थे, तब बेटी बचाओ, बेटी पढ़ाओ का नारा देशभर में दिया। गुजरात में उनके प्रयासों से जनजागृति के माध्यम से बिना किसी कानून के लिंग अनुपात में बहुत बड़ा परिवर्तन हुआ। गुजरात में भारतीय जनता पार्टी की बड़ोदरा कार्यकारिणी हुई थी, उस ऐतिहासिक कार्यकारिणी में मोदी जी के नेतृत्व में भारतीय जनता पार्टी के संगठात्मक पदों पर माताओं के लिए एक तिहाई रिजर्वेशन किया गया था। मैं गर्व से कह सकता हूं कि ऐसा करने वाली मेरी पार्टी, सबसे पहली और अंतिम पार्टी है।
महिला बिल जल्दी लागू करने के सवाल पर अमित शाह ने कहा कि इसके लिए नियम हैं। उन्होंने कहा कि अगर वायनाड सीट महिलाओं के लिए रिजर्व कर दिया तो कहोगे कि राजनीतिक रूप से ये फैसला लिया गया है।
गृहमंत्री अमित शाह ने कहा कि महिलाओं की एक लंबी लड़ाई का अंत हो जाएगा। जिसकी कल्पना G20 की बैठक में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने समग्र विश्व के सामने रखी। women led development के नए युग का श्री गणेश इसी बिल से होने जा रहा है।
गृह मंत्री अमित शाह ने कहा कि नया अनुच्छेद 303, 30ए लोकसभा में मातृशक्ति को एक तिहाई आरक्षण देगा और 332ए विधानसभाओं में मातृशक्ति को एक तिहाई आरक्षण प्रदान करेगा। इसके साथ-साथ एससी/एसटी वर्ग के लिए जितनी भी सीटें रिजर्व हैं, उसमें भी एक तिहाई सीटें मातृशक्ति के लिए आरक्षित होंगी।
गृह मंत्री अमित शाह ने कहा कि कुछ पार्टियों के लिए, महिला सशक्तिकरण एक राजनीतिक एजेंडा और चुनाव जीतने का एक राजनीतिक हथियार हो सकता है, लेकिन बीजेपी और नरेंद्र मोदी के लिए यह कोई राजनीतिक मुद्दा नहीं है।
गृहमंत्री अमित शाह ने कहा कि कल का दिन भारतीय संसद के इतिहास में स्वर्ण अक्षरों में लिखा जाएगा। कल गणेश चतुर्थी थी, कल नए सदन के कार्य का श्री गणेश हुआ और कल ही के दिन वर्षों से लंबित महिलाओं को आरक्षण देने का बिल इस सदन में पेश हुआ।
महिला आरक्षण बिल पर चर्चा में हिस्सा लेते हुए गृह मंत्री अमित शाह ने कहा कि मेरी पार्टी और मेरे नेता नरेंद्र मोदी के लिए महिला सशक्तिकरण राजनीतिक मुद्दा नहीं मान्यता का सवाल है।
महिला आरक्षण बिल पर लोकसभा में कांग्रेस सांसद राहुल गांधी ने कहा कि भारत की महिलाओं को सत्ता हस्तांतरित करने की दिशा में सबसे बड़ा कदम था पंचायती राज, जहां उन्हें आरक्षण दिया गया और बड़े पैमाने पर राजनीतिक व्यवस्था में प्रवेश करने की अनुमति दी गई। हर कोई इस बात का समर्थन करेगा कि यह हमारे देश की महिलाओं के लिए बहुत बड़ा कदम है। महिलाओं ने आज़ादी के आंदोलन में भी भाग लिया... लेकिन मेरे हिसाब से यह बिल अधुरा है क्योंकि इसमें OBC आरक्षण की बात नहीं है। कांग्रेस सांसद ने कहा कि इसमें दो बात नहीं है, पहली बात तो यह कि आपको इस बिल के लिए एक नई जनगणना और नया परिसीमन करना होगा। मेरी नजर में इस बिल को अभी से महिलाओं को लोकसभा और राज्यसभा में 33% आरक्षण देकर लागू कर देना चाहिए।
महिला आरक्षण बिल पर कांग्रेस सांसद राहुल गांधी ने कहा कि मैं इस बिल के समर्थन में हूं। लेकिन इसमें ओबीसी आरक्षण का प्रावधान होना चाहिए। राहुल गांधी ने कहा कि ये बिल आज ही से लागू होना चाहिए। उन्होंने कहा कि इसे लंबे समय तक टाला जाए। राहुल गांधी ने नए संसद भवन की तारीफ की।
महिला आरक्षण बिल पर सांसद कपिल सिब्बल ने कहा कि परिसीमन के बिना क्या ये(BJP) बिल पारित कर देंगे? हम तैयार हैं। जनगणना और परिसीमन की बात तो आपने की है। हम तो पहले से ही तैयार हैं। सिब्बल ने कहा कि हम हमेशा से ही इसके लिए तैयार थे, चाहे हम सत्ता पक्ष में हो या विपक्ष में... ये इसे इसलिए लागू नहीं कर रहे क्योंकि इन्हें मालूम है कि इन्हें यह 2029 में भी नहीं करना। यह तो 2024 के लिए है।
महिला आरक्षण बिल पर चर्चा में हिस्सा लेते हिए एआईएमआईएम अध्यक्ष असदुद्दीन ओवैसी ने कहा कि मोदी सरकार मुस्लिम या ओबीसी महिलाओं का नहीं बल्कि सवर्ण महिलाओं का प्रतिनिधित्व बढ़ाना चाहती है।
ऑल इंडिया मजलिस-ए-इत्तेहादुल मुस्लिमीन (एआईएमआईएम) के अध्यक्ष असदुद्दीन औवेसी ने कहा, आप मुस्लिम महिलाओं को इस आरक्षण में कोटा न देकर उन्हें धोखा दे रहे हैं। उन्होंने अपनी पार्टी की ओर से इस विधेयक कि खिलाफत की है।
महिला आरक्षण विधेयक पर कांग्रेस सांसद कार्ति चिदंबरम ने कहा,"सैद्धांतिक रूप से हम इस विधेयक का स्वागत करते हैं। लेकिन अधिक से अधिक, यह केवल एक प्रतीकात्मक विधेयक है।
उन्होंने आगे कहा कि इस विधेयक को लागू करने के लिए दो चीजें करने की जरूरत है। एक है जनगणना, जो एक लंबी प्रक्रिया है। जनगणना के बाद, परिसीमन होगा। यह बहुत समस्याग्रस्त होगा क्योंकि यदि जनसंख्या के आधार पर सीटें आवंटित की जाएंगी, तो दक्षिणी प्रतिनिधित्व और कम हो जाएगा।
स्मृति ईरान ने सदन में चर्चा करते हुए कहा,"यह बिल जब सदन में आया तो कुछ लोगों ने कहा कि ये हमारा बिल है। सोनिया गांधी का जिक्र करते हुए स्मृति ईरानी ने कहा कि आज एक सम्मानित नेता ने अपनी बात रखी। स्मृति ईरानी ने कहा कि उन्होंने आज जो सदन में कहा उसका मैं आभार वंदन करती हूं। उन्होंने यह स्पष्ट किया कि संविधान का अनुच्छेद 73 और 74 को नरसिम्हा राव सरकार ने संसोधित करवाया। उन्होंने आगे कहा कि संविधान को छिन्न-भिन्न करना कांग्रेस की पुरानी आदत है। संविधान में धर्म के आधार पर प्रवधान नहीं है।
महिला आरक्षण बिल पर चर्चा करते हुए केंद्रीय मंत्री स्मृति ईरानी ने कहा कि नारी शक्ति वंदन अधिनियम को प्रणाम करती हूं। मैं भाजपा की साधारण कार्यकर्ता हूं, जिसको मेरे संघठन ने असाधारण मौके दिए ताकि मैं संगठन के माध्यम से संविधान के मर्यादा में राष्ट्र की सेवा कर सकूं। महिलाओं को आरक्षण देने वाली पहली पार्टी भारतीय जनता पार्टी बनी है।
बीएसपी की सांसद संगीता आजाद ने महिला आरक्षण बिल पर चर्चा में हिस्सा लेते हुए कहा,"यह बिल आने से देश की महिलाओं को नई ऊर्जा मिलेगी। इस विधेयक का हम समर्थन करते हैं लेकिन हमारी कुछ मांगे हैं। हम चाहते हैं कि लोकसभा, राज्यसभा और राज्य के विधानसभाओं में आरक्षण 33 प्रतिशत से बढ़ाकर 50 प्रतिशत कर देना चाहिए और ये आरक्षण विधान परिषदों में लागू कर देना चाहिए।
उन्होंने आगे कहा कि जातिगत जनगणना जल्द से जल्द हो इसके साथ ही परिसीमन भी जल्द हो। ये सरकार का सिर्फ चुनावी मुद्दा न बन जाए और साल 2024 चुनाव में इस आरक्षण को लागू किया जाए।
महिला आरक्षण बिल को लेकर राज्यसभा सासंद कपिल सिब्बल ने कहा कि आरक्षण क्रीमी लेयर के लिए है, इसलिए मांग है कि यह (महिला) आरक्षण पिछड़े और सबसे पिछड़े वर्गों तक बढ़ाया जाना चाहिए। यह देखना होगा कि सरकार क्या करती है।"
केंद्रीय राज्य मंत्री अनुप्रिया पटेल ने कहा,"महिला आरक्षण समय की जरूरत है। सरकार महिलाओं के नेतृत्व की बात करती है।" हमारे पिछड़े वंचित समाज से आने वाली महिलाओं के अधिकारों को संरक्षित करने के लिए पीएम मोदी जरूर कोई काम करेंगे।
कांग्रेस पर निशाना साधते हुए कहा कि 2010 में आपने बिल को राज्यसभा में पारित कराया था तो उस समय क्या आपने तब क्या पिछड़े समाज की महिलाओं को कोटा दिया जाए ये विषय आपके संज्ञान में थी या नहीं और अगर ये बात आपके लिए महत्वपूर्ण नहीं थी तो क्या कांग्रेस को यह ख्याल नया नया आया है।
लोकसभा में महिला आरक्षण बिल पर समाजवादी पार्टी की सांसद डिंपल यादव ने कहा कि क्रांति के बिना विकास संभव नहीं है। हमारे देश में विकास हो, इसके लिए यह बहुत जरूरी है कि ओबीसी, एससी और अल्पसंख्यक वर्ग की महिलाओं को आरक्षण मिले। "
उन्होंने कहा कि सवाल ये है कि परिसीमन कब होगा और जातिगत जनगणना कब होगी।
एनसीपी सांसद सुप्रिया सुले ने कहा,"निशिकांत दुबे ने कहा कि आई.एन.डी.आई.ए. उन लोगों के पक्ष में है जो महिलाओं को नीचा दिखाते थे और अपमानजनक बातें करते थे। महाराष्ट्र में बीजेपी के एक प्रमुख थे।
उन्होंने मुझे व्यक्तिगत रूप से टेलीविजन पर रिकॉर्ड पर कहा कि सुप्रिया सुले घर जाओ, खाना बनाओ, देश कोई और चला लेगा। हम लोग चलेंगे। यही बीजेपी की मानसिकता है।"
लोकसभा में शिवसेना सांसद भावना गवली ने महिला आरक्षण बिल पर मोदी सरकार की जमकर तारीफ की। उन्होंने कहा कि मोदी जी ने महिलाओं की किस्मत का ताला खोल दिया। यह बिल लाने की हिम्मत पीएम मोदी के अलावा किसी में नहीं थी।
हरियाणा के सिरसा से बीजेपी सांसद सुनीता दुग्गल ने लोकसभा में महिला आरक्षण बिल पर चर्चा में हिस्सा लिया। बीजेपी सांसद ने कहा कि यह विधेयक लाने का साहस प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ही कर सकते थे।
दुग्गल ने आगे कहा कि मेरी माताजी भी अस्पताल में भर्ती हैं, वह मुझे महिलाओं के हक की आवाज उठाते देख रही होंगी।
लोक जनशक्ति पार्टी के नेता और लोकसभा सांसद चिराग पासवान ने कहा कि हमें दृढ़ विश्वास है कि यह सरकार जल्द ही एससी, एसटी और ओबीसी समुदायों की महिलाओं के लिए आरक्षण की मांग को पूरा करेगी।
महिला आरक्षण बिल पर नेशनल कॉन्फ्रेंस के अध्यक्ष फारूक अब्दुल्ला ने कहा,"मुझे लगता है कि यह एक अद्भुत बिल है। हम लंबे समय से महिलाओं को उनके अधिकार मिलने का इंतजार कर रहे हैं।"
उन्होंने आगे कहा,"मैं केवल इतना ही कहना चाहता हूं कि उसमें ओबीसी को भी शामिल किया जाना चाहिए। सभी महिलाओं को सत्ता मिलनी चाहिए, यह महत्वपूर्ण है। भारत उनके लिए भी है और पुरुषों के लिए भी।
जेडीयू ने महिला आरक्षण बिल का समर्थन किया है। इस बिल का समर्थन करते हुए जेडीयू नेता और लोकसभा सांसद ललन सिंह ने कहा कि हम जातिगत जनगणा की मांग कर रहे हैं।
उन्होंने कहा कि बिहार पहला राज्य है जहां 2006 में महिलाओं को 50 प्रतिशत आरक्षण दिया गया। 2015 में महागठबंधन सरकार बनी और 2016 में राज्य सरकार की सभी सेवाओं में महिलाओं को 35 प्रतिशत आरक्षण दिया गया।
महिला आरक्षण बिल को लेकर डीएमके सांसद कनिमोझी ने कहा,"मैंने खुद आरक्षण बिल लाने का मुद्दा संसद में कई बार उठाया है। मेरे कई तारांकित और अतारांकित (starred and unstarred question) सवालों पर सरकार का जवाब बहुत सुसंगत था।
उन्होंने कहा कि उन्हें सभी हितधारकों, राजनीतिक दलों को शामिल करना होगा और फिर विधेयक लाने से पहले आम सहमति बनाएं। मैं जानना चाहूंगी कि किस तरह की आम सहमति बनी। क्या चर्चाएं हुईं। यह विधेयक गोपनीयता में छिपाकर लाया गया। हमें नहीं पता कि यह सत्र किस लिए बुलाया गया था।
सोनिया गांधी ने महिला आरक्षण बिल को लेकर कहा,"मेरे जीवन साथी (राजीव गांधी) महिला आरक्षण बिल लेकर आए थे। राजीव गांधी का सपना अभी तक आधा ही पूरा हुआ है। इस बिल के पास होने से उनका सपना पूरा होगा।"
उन्होंने आगे कहा," मुझे चिंता भी है। मैं एक सवाल पूछना चाहतीं हू, इस कानून के लिए महिलाओं को और कितना साल इंतजार करना होगा। यह बिल फौरन अमल में लाया जाए लेकिन इसके साथ ही सरकार को कास्ट सेंसस (जातिगत जनगणना) कराते हुए SC,ST, OBC की आरक्षण की व्यवस्था करनी चाहिए।
लोकसभा में महिला आरक्षण बिल के चर्चा में हिस्सा लेते हुए कांग्रेस सांसद सोनिया गांधी ने कहा,"लोकसभा में महिला आरक्षण बिल पर चर्चा शुरू, सोनिया गांधी बोलीं-मैं इस बिल के पक्ष में खड़ी हूं।"
संविधान के साथ हुए छेड़छाड़ के कांग्रेस के दावे पर बीजेपी सांसद सुशील मोदी ने कहा,"ऐसा नहीं कहा गया था कि यह संशोधित प्रति है। यह संविधान की मूल प्रति है, जिसे सबसे पहली बार स्वीकार किया गया था। इसमें समाजवादी धर्मनिरपेक्ष शब्द नहीं था...क्या क्या समाजवादी शब्द की अब कोई प्रासंगिकता है?
महिला आरक्षण बिल पर कांग्रेस संसदीय दल की अध्यक्ष सोनिया गांधी ने कहा,यह राजीव जी (गांधी) का बिल है। सोनिया गांधी के मुताबिक, राजीव गांधी ने इस बिल का सपना देखा था।
राज्यसभा में आज चंद्रयान-3 की सफलता पर भी चर्चा होने वाली है। बता दें कि इसरो के वैज्ञानिक चांद के दक्षिणी ध्रुव पर लैंडर विक्रम की सॉफ्ट लैंडिंग कराने में सफल रहे। ये एक ऐतिहासिक घटना है क्योंकि आज तक कोई भी देश चांद के दक्षिणी ध्रुव तक नहीं पहुंच सका है। नासा से लेकर दुनियाभर के स्पेस एजेंसियों ने इसरो की जमकर तारीफ की है।
महिला आरक्षण बिल को लेकर आम आदमी पार्टी के राज्यसभा सांसद संजय सिंह ने मोदी सरकार पर निशाना साधा।
उन्होंने कहा कि यह निश्चित रूप से महिला आरक्षण विधेयक नहीं है, यह महिला बेवकूफ बनाओ विधेयक है। हम ऐसा इसलिए कह रहे हैं क्योंकि पीएम मोदी के सत्ता में आने के बाद से उनके द्वारा किए गए कोई भी वादे पूरे नहीं हुए हैं। यह क्या उनके द्वारा लाया गया एक और जुमला है।
उन्होंने आगे कहा,"यदि आप विधेयक लागू करना चाहते हैं, तो AAP पूरी तरह से आपके साथ खड़ी है, लेकिन इसे 2024 में लागू करें।"
लोकसभा में नेता प्रतिपक्ष अधीर रंजन चौधरी ने कहा,"सोनिया गांधी महिला आरक्षण बिल पर होने वाले बहस में हिस्सा लेंगी। हमारी पार्टी की ओर से निर्णय लिया गया है वो इस मुद्दे पर लोकसभा में चर्चा शुरू करेंगी।
विपक्षी दलों की बैठक में कांग्रेस नेता मल्लिकार्जुन खरगे ने कहा,"महिला आरक्षण बिल को नया बिल नहीं है। 2010 में किसी कारण से पास नहीं हो पाया था। सिर्फ चुनाव के लिए ये बिल लाया गया है। ये बिल अगली जनगणना के अनुसार लागू होगा। 2010 वाले बिल को दोहराते तो जल्दी काम हो जाता।"
राज्यसभा में विपक्ष के नेता मल्लिकार्जुन खड़गे ने आज सुबह 10 बजे भारत गठबंधन (आई.एन.डी.आई.ए.) की बैठक बुलाई है। कांग्रेस नेता ने बैठक की जानकारी देते हुए कहा इस बैठक में हम महिला आरक्षण विधेयक, 2023 पर विस्तृत चर्चा करेंगे।
नए संसद भवन में नेता विपक्ष के चैंबर में होगी विपक्षी नेताओं की बैठक आज सुबह 10:30 बजे से कांग्रेसी सांसदों की बैठक होने वाली है।
संसद भवन में आज महिला आरक्षण बिल पर बहस होने वाली है। लोकसभा में कांग्रेस संसदीय दल की अध्यक्ष सोनिया गांधी आज महिला आरक्षण विधेयक पर कांग्रेस की ओर से मुख्य वक्ता होंगी। वहीं, सरकार की तरफ से केंद्रीय मंत्री निर्मला सीतारमण, स्मृति ईरानी, भारती पवार और अपराजिता सारंगी अपना पक्ष रखेंगी।
सपा सांसद रामगोपाल यादव ने महिला आरक्षण बिल पर कहा कि संसद में पहले भी बिल पेश किया गया था, राज्यसभा में पास भी हो गया था, अब उसे वापस लिया जाएगा। ये अब लाया गया है, ये 2029 से पहले लागू नहीं होगा। हम तो इसका समर्थन कर रहे हैं...मैं जानता हूं सदन में जो बहुमत प्राप्त लोग हैं वे एंटी-OBC हैं। वे OBC महिलाओं को आरक्षण नहीं देंगे।
राज्यसभा नेता प्रतिपक्ष मल्लिकार्जुन खरगे के बयान पर जबरदस्त हंगामा हुआ। खरगे ने कहा कि अनुसूचित जाति की महिलाओं की साक्षरता दर कम है और यही कारण है कि राजनीतिक दलों को कमजोर महिलाओं को चुनने की आदत है और वे उन लोगों को नहीं चुनते जो शिक्षित हैं और लड़ सकती हैं। मल्लिकार्जुन खरगे के बयान पर केंद्रीय वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण ने आपत्ति जताई और कहा कि हम विपक्ष के नेता का सम्मान करते हैं लेकिन यह व्यापक बयान देना कि सभी पार्टियां उन महिलाओं को चुनती हैं जो प्रभावी नहीं हैं, बिल्कुल अस्वीकार्य है। वित्त मंत्री ने कहा कि प्रधानमंत्री जी, हम सभी को हमारी पार्टी ने सशक्त बनाया है। राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू एक सशक्त महिला हैं। जिस पर खरगे ने कहा कि पिछड़े, एससी-एसटी की महिलाओं को ऐसे मौके नहीं मिलते जो उन्हें मिल रहे हैं, हम ये कह रहे हैं।
महिला आरक्षण विधेयक पर शिवसेना (यूबीटी) सांसद प्रियंका चतुर्वेदी ने कहा कि हमारे संविधान ने समानता का वादा किया है। यह बिल जरूरी था। कई पार्टियों ने बीजेपी को 9.5 साल पहले जारी अपने घोषणापत्र के मुताबिक उनका वादा याद दिलाया। यह देर से आया, लेकिन मुझे आशा है कि यह जल्द ही कार्यान्वित होगा। विधेयक में लिखा था कि यह तुरंत अधिनियमित नहीं होगा, क्योंकि परिसीमन होने के बाद ही यह लागू होगा। यानी 2029 तक ये आरक्षण लागू नहीं होगा। उन्होंने दरवाजे खोल दिए हैं, लेकिन अभी भी महिलाओं के लिए कोई प्रवेश नहीं है।
महिलाओं के आरक्षण से संबंधित बिल नारी शक्ति वंदन विधेयक 2023 के लोकसभा में पेश होने पर बिहार में जश्न का माहौल है। भाजपा महिला कार्यकर्ताओं ने होली खेलकर जश्न मनाया।
महिला आरक्षण विधेयक पर नेशनल कॉन्फ्रेंस के नेता उमर अब्दुल्ला ने कहा कि हमने इसे यहां उन स्तरों पर लागू किया है, जो पंचायतों और स्थानीय निकायों में हमारे लिए उपयुक्त थे। हमने इसे भारत सरकार से बहुत पहले पांच अगस्त, 2019 से बहुत पहले किया। हमने कभी आरक्षण की प्रक्रिया का विरोध नहीं किया ताकि महिलाओं को इस देश के निर्णय लेने में उनका उचित स्थान मिल सके।
राज्यसभा की कार्यवाही को नेता प्रतिपक्ष के बयान के बााद कल (20 सितंबर की) सुबह 11 बजे तक के लिए स्थगित कर दिया गया है। इससे पहले, लोकसभा की कार्यवाही को महिला आरक्षण बिल पेश होने के बाद स्थगित कर दिया गया था।
राज्यसभा में नेता प्रतिपक्ष मल्लिकार्जुन खरगे के भाषण पर जमकर हंगामा हुआ है। हालांकि, एक वक्त ऐसा आया है, जब पीएम मोदी और सभापति जगदीप धनखड़ समेत पूरा सदन हंसने लगा। दरअसल, सभापति ने खरगे से कहा कि प्रल्हाद जोशी तो आपके राज्य के हैं। कम से कम आपको उनकी बात सुननी चाहिए। इस पर खरगे ने कहा कि मुझे अच्छी तरह पता है कि वे दिल्ली में क्या करते हैं और कर्नाटक की गलियों में क्या करते हैं। नेता प्रतिपक्षा का इतना कहना था कि पूरा सदन हंसने लगा।
महिला आरक्षण विधेयक पर, राज्यसभा में विपक्ष के नेता मल्लिकार्जुन खरगे ने कहा कि वे हमें श्रेय नहीं देते हैं, लेकिन मैं उनके ध्यान में लाना चाहता हूं कि महिला आरक्षण विधेयक 2010 में पहले ही पारित हो चुका है, लेकिन यह रुक गया था। उनके इसी बयान के बाद सदन में जमकर हंगामा देखने को मिला, जिसके बाद सभापति जगदीप धनखड़ को हस्तक्षेप करना पड़ा।
राज्यसभा में नेता प्रतिपक्ष मल्लिकार्जुन खऱगे ने कहा कि पीएम मोदी का आज ज्यादा भाषण हो गया है। पहले पुराने संसद भवन के सेंट्रल हाल में, फिर लोकसभा में और अब राज्यसभा में उन्होंने अपना भाषण दिया। खरगे ने इसके बाद महिला आरक्षण बिल पर अपने विचार रखे।
पीएम मोदी ने कहा कि मेक इन इंडिया का हम लोगों ने भरपूर फायदा उठाया है। आज नया संसद भवन देश के लिए एक एतिहासिक फैसले का साक्षी बना है। आज लोकसभा में नारी सशक्तिकरण की दिशा में एक बिल पेश किया गया है। हमारा प्रयास रहा है कि महिलाओं को हर क्षेत्र में उचित भागीदारी मिले। उन्होंने कहा कि पहले टेक्नोलॉजी में बदलाव आने में 50-50 साल लग जाते थे वो आज कुछ हफ्तों में आ जाते हैं। आधुनिकता अनिवार्यता बन गई है।
पीएम मोदी ने कहा कि पुराने संसद भवन में हम विश्व की पांचवीं सबसे बड़ी अर्थव्यवस्था बने थे। उम्मीद है कि नए भवन में अब विश्व की टॉप-3 अर्थव्यवस्था वाले देशों में शामिल होंगे।
पीएम मोदी ने कहा कि हमारे संविधान में राज्यसभा की परिकल्पना उच्च सदन के रूप में की गई है। संविधान निर्माताओं का ये आशय रहा है कि ये सदन राजनीतिक आपाधापी से ऊपर उठकर गंभीर बौद्धिक विचार-विमर्श का केंद्र बने।
पीएम मोदी ने कहा कि नया संसद भवन केवल एक नई बिल्डिंग बस नहीं है, बल्कि यह एक नई शुरुआत का प्रतीक भी है। यह सदन देश के 140 करोड़ नागरिकों में एक नई ऊर्जा, आशा और विश्वास पैदा करना वाला है।
पीएम मोदी ने कहा कि लाल बहादुर शास्त्री हों, गोविंद वल्लभ पंत हो लालकृष्ण आडवाणी हो, श्यामा प्रसाद मुखर्जी हों या अरुण जेटली हो, ऐसे कई लोग इस सदन को सुशोभित किया है औॅर देश का मार्गदर्शन किया है। सर्वपल्ली राधाकृष्णन जी ने राज्यसभा के महत्व पर कहा था- राज्यसभा से देश की जनता की अनेक ऊंची अपेक्षाएं हैं, सर्वोत्तम अपेक्षाएं हैं। इसलिए माननीय सदस्यों के बीच गंभीर विषयों की चर्चा करना और उन्हें सुनना एक बड़ा सुखद अवसर होता है।
राज्यसभा की कार्यवाही शुरू हो गई है। पीएम मोदी सदन को संबोधित कर रहे हैं।
कांग्रेस सांसद जयराम रमेश ने नारी शक्ति वंदन विधेयक 2023 को लेकर केंद्र सरकार पर निशाना साधा है। उन्होंने कहा कि चुनावी जुमलों के इस मौसम में यह उन सभी जुमलों में सबसे बड़ा है। करोड़ों भारतीय महिलाओं और लड़कियों की उम्मीदों के साथ बहुत बड़ा धोखा है। जैसा कि हमने पहले बताया था, मोदी सरकार ने अभी तक 2021 की दशकीय जनगणना नहीं की है, जिससे भारत G20 में एकमात्र देश बन गया है जो जनगणना करने में विफल रहा है। अब विधेयक में कहा गया है कि महिला आरक्षण विधेयक के अधिनियम बनने के बाद की जाने वाली पहली दशकीय जनगणना के बाद ही महिलाओं के लिए आरक्षण लागू होगा। सवाल यह है कि यह जनगणना कब होगी?
जयराम रमेश ने कहा कि विधेयक में यह भी कहा गया है कि आरक्षण अगली जनगणना के प्रकाशन और उसके बाद परिसीमन प्रक्रिया के बाद ही प्रभावी होगा। क्या 2024 चुनाव से पहले जनगणना और परिसीमन होगी?
मूल रूप से यह विधेयक अपने कार्यान्वयन की तारीख के बहुत अस्पष्ट वादे के साथ आज सुर्खियों में है।
यह कुछ और नहीं बल्कि ईवीएम-इवेंट मैनेजमेंट है।
संसद के विशेष सत्र का आज दूसरा दिन है। नए संसद भवन में संसदीय कार्यवाही के पहले केंद्रीय कानून मंत्री अर्जुन राम मेघवाल ने लोकसभा में 128वां संविधान संशोधन विधेयक पेश किया। यह लोकसभा और राज्य विधानसभाओं में महिलाओं को एक तिहाई आरक्षण प्रदान करता है।
लोकसभा की कार्यवाही 20 सितंबर की सुबह 11 बजे तक के लिए स्थगित कर दी है। इससे पहले, महिला आरक्षण से संबंधित बिल नारी शक्ति वंदन अधिनियम को केंद्रीय मंत्री अर्जुन राम मेघवाल ने पेश किया। अब इस बिल पर बुधवार को चर्चा की जाएगी।
केंद्रीय मंत्री अर्जुन राम मेघवाल ने नारी शक्ति वंदन अधिनियम बिल पेश करते हुए कहा कि लोकसभा में महिलाओं के लिए 181 सीटें रिजर्व होगी। महिला आरक्षण की अवधि 15 साल तक होगी। अवधि बढ़ाने का अधिकार सदन के पास होगा।
राज्यसभा की कार्यवाही दोपहर दो बजकर 47 मिनट तक के लिए स्थगित कर दी गई है। सभापति जगदीप धनखड़ ने यह घोषणा की।
नए संसद भवन में संसदीय कार्यवाही के पहले दिन महिला आरक्षण से संबंधित नारी शक्ति वंदन अधिनियम विधेयक को पेश किया गया है। इस बिल को केंद्रीय मंत्री अर्जुन राम मेघवाल ने सदन के पटल पर रखा। हालांकि, इस दौरान कांग्रेस सांसदों ने जमकर हंगामा किया।
लोकसभा में नेता प्रतिपक्ष अधीर रंजन चौधरी के बयान पर हंगामा मच गया है। उनके भाषण पर एनडीए सांसदों ने आपत्ति जताई है। दरअसल, अधीर रंजन चौधरी ने कहा कि महिला आरक्षण बिल अभी भी अस्तित्व में हैं। इसे राजीव गांधी, नरसिम्हाराव और मनमोहन सिंह की सरकार में भी पेश किया गया था। हालांकि, केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह ने कहा कि बिल अब अस्तित्व में नहीं है। नेता प्रतिपक्ष के बयान को रिकार्ड से हटाया जाए।
अधीर रंजन चौधरी ने कहा कि भारत और इंडिया में कोई फर्क नहीं है। हमारे संविधान में लिखा है- वी द पीपुल ऑफ इंडिया। इसमें हिंदू, मुस्लिम, जैन नहीं लिखा है।
पीएम मोदी ने कहा कि मैं चाहूंगा कि हम सब हमारे श्रमिकों का, हमारे कामगारों का, हमारे इंजीनियर्स का हृदय से धन्यवाद करें। उनके द्वारा निर्मित ये भवन उनको प्रेरणा देने वाला है। इसके लिए 30 हजार से ज्यादा श्रमिकों ने परिश्रम किया है, पसीना बहाया है।
पीएम मोदी ने नए संसद भवन में अपने पहले भाषण में कहा कि कहा जाता है- यत भावो तत् भवति। यानी हमारा भाव जैसा होता है, वैसे ही कुछ घटित होता है।
पीएम मोदी ने कहा कि सिर्फ महिलाओं के विकास की बात पर्याप्त नहीं है, हमें मानव जाति की विकास यात्रा में नए पड़ाव को अगर प्राप्त करना है, राष्ट्र की विकास यात्रा में नई मंजिलों को अगर पाना है, तो ये आवश्यक है कि Women Led Development को हम बल दें। महिला सशक्तिकरण की हमारी हर योजना ने महिला नेतृत्व करने की दिशा में बहुत सार्थक कदम उठाए हैं।
पीएम मोदी ने महिला आरक्षण बिल को नारी शक्ति वंदन अधिनियम नाम दिया है। उन्होंने कहा कि नारी शक्ति वंदन अधिनियमन के माध्यम से हमारा लोकतंत्र और मजबूत होगा। मैं देश की माताओं-बहनों औऱ बेटियों को नारी शक्ति वंदन अधिनियम के लिए बहुत-बहुत बधाई देता हूं।
पीएम मोदी ने कहा कि लोकतंत्र में राजनीति, नीति और शक्ति का इस्तेमाल समाज में प्रभावी बदलाव का एक बहुत बड़ा माध्यम होता है। इसलिए अंतरिक्ष हो या खेल हो, स्टार्टअप्स हो या SHG हो, हर क्षेत्र में दुनिया भारतीय महिलाओं की ताकत देख रही है।
पीएम मोदी ने कहा कि महिला आरक्षण विधेयक पहले भी पेश हुआ था, लेकिन इसके लिए जरूरी आंकड़े नहीं जुटा पाए। अब यह काम करने के लिए मुझे चुना गया है। एक बार फिर मेरी सरकार ने इस दिशा में कदम बढ़ाया है। महिला आरक्षण विधेयक को कैबिनेट ने मंजूरी दे दी है। आज 19 सितंबर की यह तारीख इतिहास में अमरत्व को प्राप्त करने जा रही है।
पीएम मोदी ने नए संसद भवन में अपने पहले संबोधन ने कहा कि संसदीय लोकतंत्र का जब ये नया गृह प्रवेश हो रहा है, यहां आजादी की पहली किरण का साक्षी, पवित्र सेंगोल भी रखा हुआ है। ये वो सेंगोल है, जिसको भारत के प्रथम प्रधानमंत्री पंडित नेहरू का स्पर्श हुआ था। ये सेंगोल हमें महत्वपूर्ण अतीत से जोड़ता है।
पीएम मोदी ने नए संसद भवन में अपने पहले संबोधन में कहा कि भवन बदला है। भाव और भावना भी बदलनी चाहिए।
पीएम मोदी ने कहा कि आज आधुनिक भारत और हमारे लोकतंत्र के प्रतीक नए संसद भवन का शुभारंभ हुआ है। सुखद संयोग है कि आज गणेश चतुर्थी का शुभ दिन है।
पीएम मोदी ने कहा कि ये अवसर कई मायनों में अभूतपूर्व है। आजादी के अमृतकाल का ये ऊषाकाल है और भारत अनेक सिद्धियों के साथ नए संकल्प लेकर, नए भवन में अपना भविष्य तय करने के लिए आगे बढ़ रहा है।
पीएम मोदी ने नए संसद भवन में लोकसभा को संबोधित किया। इस दौरान उन्होंने कहा- माननीय सदस्यगण, आज हमारे देश के लोकतांत्रिक इतिहास का एक अत्यंत महत्वपूर्ण दिन है, जब हम संसद के नए भवन में लोक सभा की पहली बैठक आरंभ कर रहे हैं।
नए संसद भवन में राष्ट्रगान के साथ लोकसभा की कार्यवाही शुरू हो गई है। इससे पहले, कल पुराने भवन में सत्र आयोजित किया गया था।
लोकसभा स्पीकर ओम बिरला नए संसद भवन में पहुंच गए हैं। आज सेस संसद में संसदीय कार्यवाही शुरू होगी।
पीएम मोदी पुराने संसद भवन से नए संसद भवन पहुंच गए हैं। उनके साथ केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह और रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह भी शामिल हैं।
उपराष्ट्रपति और राज्यसभा सभापति जगदीप धनखड़ ने कहा कि इस महत्वपूर्ण अवसर पर, जब हम अपने संसदीय लोकतंत्र में एक नया अध्याय जोड़ने की दहलीज पर खड़े हैं। मैं आप सभी को बधाई देता हूं। हम सभी इस इतिहास को देखने का सौभाग्य प्राप्त कर रहे हैं, क्योंकि हम इस पुराने संसद भवन को अलविदा कह रहे हैं और नए भवन में जा रहे हैं। प्रभावशाली ढंग से आयोजित G20 के परिणामस्वरूप भारत की वैश्विक शक्ति का प्रदर्शन हुआ। संसद की नई इमारत, भारत मंडपम और यशोभूमि दुनिया में सर्वश्रेष्ठ के साथ प्रतिस्पर्धा करने वाली नवीनतम बुनियादी ढांचा उत्कृष्ट कृतियां हैं।
पीएम मोदी और अन्य लोग पुराने संसद भवन के सेंट्रल हॉल से निकल चुके हैं। अपने संबोधन नें प्रधानमंत्री ने सुझाव दिया कि पुराने भवन को अब संविधान सदन के नाम से जाना जाए।
सेंट्रल हॉल में सांसदों को संबोधित करते हुए पीएम मोदी ने कहा,मेरा एक सुझाव है। अब जब हम नई संसद में जा रहे हैं तो इसकी (पुरानी संसद भवन) गरिमा कभी कम नहीं होनी चाहिए। इसे सिर्फ पुरानी संसद भवन बनकर नहीं छोड़ देना चाहिए. इसलिए मेरा आग्रह है कि यदि आप सहमत हैं तो इसे संविधान सदन के नाम से जाना जाना चाहिए।"
पीएम मोदी ने कहा कि हमें आत्मनिर्भर भारत बनाने के लक्ष्य को सबसे पहले परिपूर्ण करना होगा। उन्होंने कहा कि आज दुनिया भारत के आत्मनिर्भर मॉडल की चर्चा करती है।
महिला आरक्षण बिल पर महाराष्ट्र के सीएम एकनाथ शिंदे ने कहा कि पीएम मोदी जो भी फैसला लेंगे, वह देश के हित में होगा। हम उनके फैसले का स्वागत करते हैं।
पुराने संसद भवन के सेंट्रल हॉल में आयोजित कार्यक्रम में पीएम मोदी ने कहा- मैंने लाल किले से कहा था - यही समय है, सही समय है। अगर हम एक के बाद एक घटनाओं को देखें, तो उनमें से हर एक इस बात की गवाही देती है कि आज भारत एक नई चेतना के साथ जागृत हुआ है। भारत एक नई ऊर्जा से भर गया है। यही चेतना और ऊर्जा करोड़ों लोगों के सपनों को संकल्प में बदल सकती है और उन संकल्पों को हकीकत में बदल सकती है।
पीएम मोदी ने कहा कि छोटे कैनवास से कभी बड़ा चित्र नहीं बनाया जा सकता है। उसी तरह हमें अपनी सोच का कैनवास बढ़ाना होगा, तभी भारत तरक्की के पथ पर आगे बढ़ेगा।
पीएम मोदी ने कहा कि मेरा विश्वास है कि देश जिस दिशा में चल चुका है, इच्छित परिणाम जल्द मिलेंगे। हम गति जितनी तेज करेंगे, परिणाम उतनी जल्दी मिलेगा। उन्होंने कहा कि आज भारत तीसरी सबसे बड़ी अर्थव्यवस्था बनने की दिशा में बढ़ रहा है। इसे लेकर पूरी दुनिया आश्वस्त है।
पीएम मोदी ने पुराने संसद भवन के सेंट्रल हॉल में आयोजित कार्यक्रम में कहा कि अभी तक लोकसभा और राज्यसभा ने मिलकर करीब-करीब 4 हजार से अधिक कानून पास किए हैं। उन्होंने कहा कि हम सबका सौभाग्य है कि हमें सदन में आर्टिकल 370 से मुक्ति पाने का मौका मिला। ऐसी कई महत्वपूर्ण कामों में संसद की भूमिका अहम रही है।
पीएम मोदी ने कहा पुराने संसद भवन के सेंट्रल हॉल में ही 1947 में अंग्रेजी हुकुमत ने सत्ता का हस्तांतरण किया। वो ऐतिहासिक लम्हें का गवाह भी ये केंद्रीय कक्ष रहा। इसी हॉल में हमारे राष्ट्रीय गान और तिरंगे को अपनाया गया। प्रधानमंत्री ने कहा कि 1952 के बाद दुनिया के करीब 41 राष्ट्राध्यक्षों ने केंद्रीय कक्ष में आकर हमारे माननीय सांसदों को संबोधित किया है। हमारे राष्ट्रपति महोदयों के द्वारा 86 बार संबोधित किया गया है।
पीएम मोदी ने पुराने संसद भवन के सेंट्रल हॉल में आयोजित कार्यक्रम में कहा- देश के 140 करोड़ देशवासियों को गणेश चतुर्थी की अनेक-अनेक शुभकामनाएं। आज नए संसद भवन में हम सब मिलकर श्री गणेश करने जा रहे हैं। संसद भवन का ये केंद्रीय कक्ष कई भावनाओं से भरा है। ये हमें भावुक भी करता हैं और आगे बढ़ने के लिए प्रेरित भी करता है।
लोकसभा स्पीकर ओम बिरला ने कहा कि 75 वर्षों की इस यात्रा में हमने कई क्रांतिकारी बदलाव किए हैं। ऐसे में हमारी जिम्मेदारी और बढ़ जाती है कि हम अपनी जिम्मेदारी अच्छे से निभाए और देशवासियों के जीवन में सुधार लाने का प्रयास करें।
राज्यसभा में नेता प्रतिपक्ष मल्लिकार्जुन खरगे ने कहा कि ये केंद्रीय कक्ष पूर्व प्रधानमंत्री पंडित जवाहर लाल नेहरू के आजादी के बाद का ऐतिहासिक भाषण का गवाह रहा है। उन्होंने कहा कि हम सब पार्टी लाइन से हटकर देशहित में काम करेंगे तभी राष्ट्र का सही मायने में विकास होगा। हम नए भवन में भी अपनी जिम्मेदारी को पूरी ईमानदारी से निभाते रहेंगे।
राज्यसभा में सदन के नेता पीयूष गोयल ने कहा कि आज नए संसद भवन में प्रवेश करना ऐतिहासिक पल है, जो हम सबके लिए यादगार रहेगा। मैं सबको इसके लिए धन्यवाद देता हूं। उन्होंने कहा- कई सारी चुनौतियां अभी बाकी है। पिछले 10 वर्षों में हम इस तरफ काफी आगे बढ़ चुके हैं। हम सब मिलकर काम करेंगे। लक्ष्य बढ़ा है और कठिन है, लेकिन मुश्किल नहीं है। नई संसद अपनी विशाल और उत्कृष्ट भव्यता के साथ आत्मनिर्भर भारत की भावना का प्रतीक होगी।
कांग्रेस सांसद अधीर रंजन चौधरी ने कहा कि आजादी के बाद केंद्रीय कक्ष में 389 दिग्गजों ने 2 वर्ष 11 माह तक संविधान की रूपरेखा तैयार करने के लिए विभिन्न पहलुओं पर चर्चा की। देश में कई क्षेत्रों में चुनौतियां हैं, अगर हम सब मिलकर कोशिश करेंगे तो 2047 से पहले भी देश को विकसित राष्ट्र बना सकते हैं।
भाजपा सांसद मेनका गांधी ने कहा कि दुनिया में सहानुभूति और दया से बड़ी कोई शक्ति नहीं है, क्योंकि वे किसी कम भाग्यशाली व्यक्ति के जीवन को बदल सकते हैं। दयालुता अपने स्वयं के प्रतिफल के रूप में कार्य करती है
लोकसभा में कांग्रेस के नेता अधीर रंजन चौधरी ने कहा कि भारत की युवा आबादी को देश की आर्थिक वृद्धि और विकास में महत्वपूर्ण योगदान देने में सक्षम बनाना आवश्यक है। हमारी प्रति व्यक्ति जीडीपी विकसित देशों की तुलना में बहुत पीछे है। इस आर्थिक विकास की चुनौती से निपटने के लिए विकास समर्थक सरकारी नीतियों, कम मुद्रास्फीति को बढ़ावा देने, ब्याज दरों को कम करने, बेरोजगारी को कम करने, कुशल कार्यबल को बढ़ावा देने, क्रय शक्ति को बढ़ाने, मांग को प्रोत्साहित करने और स्वास्थ्य सेवा और शिक्षा क्षेत्र को बढ़ाने की आवश्यकता है।
लोकसभा में कांग्रेस के नेता अधीर रंजन चौधरी ने पुराने संसद भवन के सेंट्रल हॉल में आयोजित कार्यक्र में कहा कि मैं इस मंच पर खड़े होकर ऊंचा और उत्साहित महसूस कर रहा हूं, जिसने ऐतिहासिक घटनाओं और कई महत्वपूर्ण घटनाओं का कारवां देखा है।
संसदीय कार्य मंत्री प्रल्हाद जोशी ने कहा कि मैं नई इमारत से संसद के दोनों सदनों के कामकाज को लेकर बहुत खुश और उत्साहित हूं, जो नए और उभरते भारत का प्रतीक है, जो 2047 तक पीएम की कल्पना के अनुसार एक विकसित राष्ट्र का मार्ग प्रशस्त कर रहा है।
पुराने संसद भवन के सेंट्रल हॉल में आयोजित एक कार्यक्रम को संबोधित करते हुए भाजपा सांसद मेनका गांधी ने कहा कि बतौर सांसद मैंने अपने प्रयास से बदलाव लाने की कोशिश की है, चाहे फिर वो पर्यावरण मंत्री के तौर पर हो या फिर बीजेपी सांसद के तौर पर।
प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने पुराने संसद भवन के सेंट्रल हॉल में सांसदों से मुलाकात की। आज से नए संसद भवन में संसदीय कार्यवाही शुरू होगी।
महिला आरक्षण बिल (Womens Reservation Bill) को लेकर बड़ी खबर सामने आ रही है। इस बिल को आज लोकसभा में कानून मंत्री अर्जुन राम मेघवाल पेश करेंगे। विधेयक को सदन में पारित कराने के लिए कल 20 सितंबर को चर्चा होगी। इसे राज्यसभा में 21 सितंबर को पेश किया जाएगा। एएनआई ने सूत्रों का हवाला देते हुए यह जानकारी दी।
महिला आरक्षण बिल पर कांग्रेस सांसद रंजीत रंजन ने कहा कि यह कांग्रेस का बिल है। यह कांग्रेस लेकर आई थी। मार्च 2010 में ये राज्यसभा से पास हो गया। रंजन ने कहा कि बीजेपी को सत्ता में आए 9.5 साल हो गए। उन्होंने चुनाव से ठीक पहले महिला आरक्षण विधेयक के बारे में क्यों सोचा? वे सत्ता पाना चाहते हैं, लेकिन अगर विधेयक सदन के सामने आता है तो हम उसका स्वागत करेंगे।
आज से नए संसद में संसदीय कार्यवाही शुरू होगी। उससे पहले, संसद के पुराने केंद्रीय कक्ष में अंतिम बार सभी सांसद एकत्रित हुए।
नए संसद भवन में आज से संसदीय कार्यवाही शुरू होगी। उससे पहले, सेंट्र्ल हॉल में एक विशेष कार्यक्रम होगा। इस कार्यक्रम में पीएम मोदी, राज्यसभा सभापति जगदीप धनखड़ और लोकसभा स्पीकर ओम बिरला भी शामिल होंगे।
महिला आरक्षण बिल पर टीएमसी सांसद डोला सेन ने कहा कि यह चुनाव की मजबूरी है और कुछ नहीं। उन्होंने पिछले 9.5 साल में कुछ नहीं किया...क्या वे महिला आरक्षण बिल लाएंगे। हम इसका समर्थन करेंगे... देर आये दुरुस्त आये।
महिला आरक्षण बिल पर राजद सांसद मनोज झा ने कहा कि पहली बार कैबिनेट बैठक में कोई ब्रीफिंग नहीं हुई...हम महिला आरक्षण विधेयक पर सरकार की मंशा पर अधिक स्पष्टता चाहते हैं। उन्होंने कहा कि लालू यादव के समय से हमारी पार्टी का मानना है कि अगर आपका विचार प्रतिनिधित्व बढ़ाने का है तो यह तब तक संभव नहीं है, जब तक आप एससी, एसटी और ओबीसी को कोटा नहीं देंगे। कोटे के भीतर एक कोटा होना जरूरी है। अगर आप ऐसा नहीं करेंगे तो हमें सामाजिक न्याय पर लंबी लड़ाई लड़नी पड़ेगी।
आज संसद के पांच दिवसीय विशेष सत्र का दूसरा दिन है। उससे पहले प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी, राज्यसभा के सभापति और उपराष्ट्रपति जगदीप धनखड़, लोकसभा अध्यक्ष ओम बिरला और अन्य सांसद ग्रुप फोटो सेशन के लिए एकत्र हुए।
महिला आरक्षण बिल पर शिवसेना (यूबीटी) सांसद प्रियंका चतुर्वेदी ने कहा कि यह विधेयक बहुत पहले लाया जाना चाहिए था। यह 2014 में भाजपा के घोषणापत्र में था, लेकिन मोदी सरकार के 9.5 साल बाद यह हो रहा है। मुझे उम्मीद है कि इससे महिलाएं सही तरीके से सशक्त होंगी। मुझे उम्मीद है कि विधेयक यथाशीघ्र पारित हो जाएगा। मुझे उम्मीद है कि यह विधेयक 2024 के लोकसभा चुनाव में लागू होगा और 33% महिलाएं निर्वाचित होंगी और देश के विकास में भाग लेंगी।
पुराने संसद भवन के सेंट्रल हॉल में सांसदों के ग्रुप फोटो सेशन के दौरान बीजेपी सांसद नरहरि अमीन बेहोश हो गए। हालांकि, वह अब ठीक हो गए हैं और फोटो सेशन का हिस्सा हैं।
महिला आरक्षण विधेयक पर आम आदमी पार्टी के सांसद सुशील गुप्ता ने कहा कि एक दशक से यह विधेयक राज्यसभा से पारित होने के बाद लंबित था। इसे लगभग दस साल पहले पारित हो जाना चाहिए था, जब मोदी सरकार सत्ता में आई थी। इसके लिए विशेष सत्र बुलाना पड़ा, लेकिन देर आये दुरुस्त आये, ऐसा होना ही चाहिए। महिलाओं को उनका अधिकार मिलना चाहिए। AAP हमेशा महिलाओं के बेहतर प्रतिनिधित्व के समर्थन में है...इसमें कोई संदेह नहीं है कि यह बिल कांग्रेस सरकार के दौरान राज्यसभा में पारित हुआ था, लेकिन लोकसभा में यह पारित नहीं हो सका। इसके लिए भाजपा और कांग्रेस दोनों दोषी हैं।
लोकसभा बुलेटिन के मुताबिक, सबसे पहले राज्यसभा और 17वीं लोकसभा के सदस्यों की एक संयुक्त तस्वीर ली जाएगी। इसके बाद राज्यसभा सांसदों की एक ग्रुप फोटो खींची जाएगी और बाद में लोकसभा सदस्यों की एक ग्रुप फोटो खींची जाएगी।
आज से नए संसद भवन में संसदीय कार्यवाही होगी। उससे पहले, राज्यसभा और लोकसभा के सदस्यों की ग्रुप फोटो ली जाएगी।
आज संसद के विशेष सत्र का दूसरा दिन है। माना जा रहा है कि सरकार इस सत्र में महिला आरक्षण से संबंधित बिल ला सकती है। वहीं, जब इस बारे में कांग्रेस संसदीय दल की अध्यक्ष सोनिया गांधी से पूछा गया तो उन्होंने कहा- यह हमारा है, अपना है।
लोकसभा स्पीकर ने नए संसद भवन को आधिकारिक दर्जा दे दिया है। लोकसभा सचिवालय ने इसे लेकर अधिसूचना जारी कर दी है।
संसद के विशेष सत्र का आज दूसरा दिन है। इस दौरान नए संसद भवन में सुरक्षाकर्मी नई यूनिफार्म में दिखाई दिए।
संसद भवन के सेंट्रल हॉल में कार्यक्रम के लिए तैयारियां चल रही हैं। भारत की संसद की समृद्ध विरासत को मनाने और 2047 तक भारत को एक विकसित राष्ट्र बनाने के संकल्प के लिए एक समारोह आज सुबह 11 बजे राज्यसभा और लोकसभा दोनों के सांसदों की उपस्थिति में आयोजित किया जाएगा।
Special Parliament Session आज नए संसद भवन में राज्यसभा की कार्यवाही 2.15 बजे और लोकसभा की 1.15 बजे शुरू होगी। सेंट्रल हॉल में आयोजित विशेष कार्यक्रम को प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी संबोधित करेंगे।
लोकसभा की बैठक कल दोपहर 1.15 बजे तक नए संसद भवन में होने के लिए स्थगित कर दी गई है। वहीं, राज्यसभा की बैठक कल दोपहर 2.15 बजे नए संसद भवन में होने के लिए स्थगित कर दी गई है।
महिला आरक्षण बिल पर टीएमसी सांसद शत्रुघ्न सिन्हा ने कहा कि उनकी पार्टी ने हमेशा इसकी वकालत की है। सिन्हा ने कहा कि अगर महिला आरक्षण बिल आता है तो हम सब इसके समर्थन में हैं, लेकिन ये आएगा या नहीं इसका कुछ पता नहीं।
संसद के विशेष सत्र का आगाज आज पुराने संसद भवन में हुआ। कल से दोनों सदनों की कार्यवाही नए संसद भवन से शुरू होगी। इस बीच राज्यसभा और लोकसभा के सदस्यों को राज्यसभा के महासचिव पीसी मोदी ने पत्र लिखते हुए अनुरोध किया है कि वे ग्रुप फोटो के लिए संसद के सेंट्रल ह़ॉल में कल सुबह 11 बजे इकट्ठा होंगे।
विशेष सत्र के बीच पीएम मोदी ने कैबिनेट की बैठक बुलाई है। बैठक 6 बजकर 30 मिनट पर होगा, जिसमें कई बड़े फैसले लिए जा सकते हैं।
कांग्रेस नेता अधीर रंजन चौधरी ने आज संसद में कांग्रेस शासन के दौरान के कार्यों को गिनवाया। उन्होंने कहा कि नेहरू से लेकर राजीव और मनमोहन सिंह तक के शासनकाल में कई बड़े काम हुए हैं। इसके बाद अधीर के भाषण से प्रभावित होकर सोनिया को वेरी गुड कहते हुए सुना गया।
कांग्रेस अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खरगे ने आज राज्यसभा में बोलते हुए भाजपा की वाशिंग मशीन का जिक्र किया। खरगे ने कहा कि नेहरू जी कहते थे कि जब एक मजबूत विपक्ष न हो तो मान लो की सिस्टम में कोई बड़ी खामी है। कांग्रेस नेता ने कहा कि आज सरकार पहले ईडी और सीबीआई के जरिए विपक्ष को कमजोर करने का काम करती है और फिर पता नहीं किस वाशिंग मशीन में डालकर आरोपी को साफ करती है और अपनी पार्टी में शामिल कर लेती है।
कांग्रेस सांसद अधीर रंजन चौधरी ने कहा कि आज पुराने संसद भवन से बाहर निकलना हम सभी के लिए वास्तव में एक भावनात्मक क्षण है। उन्होंने इसी के साथ सरकार पर भी हमला बोला। उन्होंने कहा कि पंडित नेहरू को संसद में भारी बहुमत प्राप्त था, लेकिन वह विपक्ष की आवाज सुनने में पीछे नहीं रहते थे और कभी भी उनका मजाक नहीं उड़ाते थे।
अधीर रंजन ने ये भी कहा कि इतिहास में क्या हुआ, ये हमें नहीं भूलना चाहिए। कांग्रेस नेता ने कहा कि कांग्रेस ने इस देश के लिए कई महत्वपूर्ण कार्य किए, जिनमें राइट टू फूड, राइट टू एजुकेशन, राइट टू इन्फॉर्मेशन शामिल हैं।

कांग्रेस नेता अधीर रंजन चौधरी ने कहा कि देश के विकास में राजीव गांधी ने अहम योगदान दिया। राजीव ने पंचायती राज जैसी प्रणाली लाकर देश को नई दिशा दी।
कांग्रेस नेता अधीर रंजन ने पीएम के संबोधन के बाद सरकार पर हमला बोला। उन्होंने कहा कि पीएम नेहरू जी की बात करते हैं, लेकिन उन्हें याद करना होगा कि देश की तरक्की के लिए इसरो की स्थापना भी नेहरू जी ने ही की थी।
Parliament Special Session 2023 LIVE पीएम मोदी ने सदन के विभिन्न फैसलों का आज जिक्र किया। पीएम ने कहा कि इस सदन ने कई चीजों को देखा है, सदन ने इमरजेंसी से लेकर संसद पर हमले को देखा है।
पीएम मोदी ने भारत को आगे बढ़ाने की बात कहते हुए अटल बिहारी वाजपेयी को याद किया। पीएम ने कहा कि मैंने हमेशा कहा है कि ये देश कैसे आगे बढ़े इसको लेकर हम सबको साथ काम करना चाहिए। पीएम ने कहा कि आज इस संसद में अटल बिहारी वाजपेयी की बात मुझे याद आ रही है, जब उन्होंने कहा था कि सरकारें आएंगी जाएंगी, पार्टियां बनेंगी, बिगड़ेंगी, लेकिन देश हमेशा आगे बढ़ता रहना चाहिए।
Parliament Special Session 2023 LIVE पीएम मोदी ने कहा कि इस संसद की दीवारों की ताकत की तरह पत्रकारों की कलम ने हमेशा अपनी ताकत दिखाई है। पीएम ने कहा कि इस पुराने संसद भवन ने जाना उन पत्रकारों के लिए भी भावुक क्षण होगा, जिन्होंने कई सालों तक इसको कवर किया।
पीएम मोदी ने संसद में महिला सांसदों द्वारा नई बातों को लाने और पुरानी परंपराओं को तोड़कर आगे आने के लिए उनका अभिवादन किया। पीएम ने इसी के साथ संसद के कर्मचारियों की भूमिका का भी जिक्र किया। पीएम ने कहा कि इन लोगों ने किसी भी सांसद को कभी भूखा-प्यासा नहीं रहने दिया।
Parliament Special Session LIVE पीएम मोदी ने कहा कि इस सदन में पंडित नेहरू, शास्त्री जी, मनमोहन सिंह ने अपने कार्यकाल के दौरान देश को गति देने का काम किया है। उन्होंने कहा कि आज का दिन उन सभी नेताओं का गुणगान करने का है।
विशेष सत्र को संबोधित करते हुए पीएम मोदी ने कहा कि देश के सामने कई बार मुश्किलें आई हैं, लेकिन हम न कभी पीछे हटे हैं और न ही हटेंगे।
Parliament Special Session 2023 LIVE पीएम मोदी ने कहा कि कि मैंने कभी ये सोचा नहीं था कि एक रेलवे प्लेटफॉर्म पर चाय बेचने वाला व्यक्ति संसद तक पहुंच जाएगा। पीएम ने कहा कि देश के लोगों ने मुझे जितना सम्मान दिया उसकी कीमत मैं कभी नहीं चुका सकता।
संसद के विशेष सत्र को संबोधित करते हुए पीएम मोदी ने कहा कि अब भारत तरक्की के रास्ते पर है। भारत में अब पूरा विश्व अपना मित्र खोज रहा है।
पीएम मोदी ने संसद के विशेष सत्र को संबोधित करते हुए कहा कि नए संसद भवन में हम प्रवेश कर रहे हैं, लेकिन पुराना भवन भी प्रेरणा देता रहेगा।
लोकसभा अध्यक्ष ओम बिरला ने कहा कि आज के बाद संसद के नए भवन में नई उम्मीदों के साथ हम प्रवेश करेंगे। बता दें कि कल से नए संसद भवन में सदन की कार्यवाही चलेगी।
लोकसभा अध्यक्ष ओम बिरला ने कहा कि इस बार का जी20 समिट पहली बार आर्थिक विषयों पर केंद्रित नहीं, बल्कि मानव केंद्रित रहा। उन्होंने कहा कि शिखर सम्मेलन के जरिए देश के विकास गाथा की नई नींव रखी गई है।

जी20 समिट का जिक्र करते हुए लोकसभा अध्यक्ष ओम बिरला ने कहा कि भारत ने इस बड़े प्लैटफॉर्म पर ग्लोबल साउथ की आवाज उठाई और इस क्षेत्र के विकास की बात सबके सामने रखी।
लोकसभा अध्यक्ष ओम बिरला ने जी20 के सफल आयोजन के लिए पीएम मोदी की सराहना की है। बिरला ने कहा कि पीएम का ही ये विजन था कि आयोजन इतना सफल रहा।
कांग्रेस संसदीय दल की अध्यक्ष सोनिया गांधी संसद के विशेष सत्र में भाग लेने पहुंच गई हैं।
संसद के विशेष सत्र की शुरुआत हो गई है। दोनों सदनों की कार्यवाही भी शुरू हो गई है।
पीएम मोदी ने विशेष सत्र से पहले विपक्ष पर वार किया है। पीएम ने कहा कि ये भारत को विकसित बनाने की का समय है, ये रोने धोने का समय नहीं है। पीएम ने कहा कि अब हम भारत को विकसित बनाकर ही रहेंगे।
पीएम मोदी ने आगे कहा कि इस विशेष सत्र में कई ऐतिहासिक फैसले होने वाले है, जिससे भारत तरक्की के नए आयाम तय करेगा।
विशेष सत्र से पहले पीएम मोदी ने पत्रकार वार्ता को संबोधित किया। पीएम ने इस दौरान जी20 और चंद्रयान-3 का जिक्र किया। पीएम ने कहा कि जी20 को लेकर भारत इस बात पर हमेशा गर्व करेगा कि वो ग्लोबल यूनिटी को लेकर चला।
केंद्रीय संसदीय कार्य मंत्री प्रह्लाद जोशी ने कहा कि सर्वदलीय बैठक में विशेष सत्र के एजेंडे को फिर से साफ कर दिया गया है। उन्होंने कहा कि हमने पहले ही अपने एजेंडे की घोषणा कर दी थी और आज 75 वर्षों की यात्रा पर चर्चा होगी क्योंकि पीएम मोदी ने 2047 से पहले भारत को एक विकसित देश बनाने की शपथ ली है।
संसदीय कार्य राज्य मंत्री अर्जुन राम मेघवाल ने बताया कि आज संसद की 75 साल की यात्रा पर चर्चा होगी। उन्होंने कहा कि आज पूरे दिन इस पर चर्चा होगी और ये चर्चा पुराने संसद में आखिरी चर्चा भी होगी।
प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी आज संसद के विशेष सत्र को सुबह 11 बजे संबोधित करेंगे। इस सत्र में सरकार 4 बिल पेश करने वाली है।

संसद के विशेष सत्र के पहले दिन ही विपक्ष द्वारा हंगामा किए जाने की संभावना है। आज इंडिया नाम को लेकर विवाद हो सकता है। जी20 में इंडिया की जगह भारत के नाम के इस्तेमाल पर भी संसद में हंगामा हो सकता है।
कई ऐसे मुद्दे हैं जिसे केंद्र की मोदी सरकार संसद के इस विशेष सत्र में उठा सकती है। ऐसा ही मुद्दा महिला आरक्षण है, जिसपर सरकार बड़ा कदम उठा सकती है। विपक्ष भी इसको लेकर बिल लाने की मांग कर सकता है।
विपक्षी गठबंधन I.N.D.I.A महंगाई, किसान एमएसपी, हरियाणा हिंसा, अदाणी, मणिपुर हिंसा, जातीय जनगणना, केंद्र और राज्यों में टकराव, चीन सीमा और बाढ़ से राज्यों को हुए नुकसान जैसे मुद्दों पर सरकार को घेरने की तैयारी में है।

पीएम मोदी आज संसद के विशेष सत्र को संबोधित करने वाले हैं। माना जा रहा है कि पीएम कुछ बड़ा एलान भी कर सकते हैं।
आज से पांच दिनों तक संसद का विशेष सत्र चलेगा। सरकार इस सत्र में कई बिल पेश करने की तैयारी में है। हालांकि, विपक्ष भी सरकार को घेरने की रणनीति बनाए बैठा है।