Parliament Monsoon Session LIVE: 'जब हम पानी रोक रहे हैं, व्यापार नहीं कर रहे, तो क्रिकेट मैच क्यों', ओवैसी ने सरकार से किए गंभीर सवाल
Parliament Monsoon Session 2025 LIVE Updates: लोकसभा में आज दोपहर 12 बजे पहलगाम हमला और ऑपरेशन सिंदूर पर चर्चा होनी थी। हालांकि, ये चर्चा अपने समय पर नहीं शुरू हो सकी। सदन की कार्यवाही शुरू होते ही विपक्षी सांसदों ने जमकर हंगामा किया, जिसके बाद लोकसभा की कार्यवाही को स्थगित करना पड़ा।

Parliament Monsoon Session LIVE NEWS: लोकसभा में आज दोपहर 12 बजे पहलगाम हमला और ऑपरेशन सिंदूर पर चर्चा होनी थी। हालांकि, ये चर्चा अपने समय पर नहीं शुरू हो सकी। सुबह 11 बजे लोकसभा की कार्यवाही शुरू होते ही विपक्षी सांसदों ने जमकर हंगामा किया। जिसके बाद लोकसभा की कार्यवाही को स्थगित करना पड़ा। ऑपरेशन सिंदूर और पहलगाम हमले पर लोकसभा में कुल 16 घंटे की चर्चा की जानी है। इस चर्चा में पीएम मोदी भी शामिल होंगे। चर्चा की शुरुआत रक्षामंत्री राजनाथ सिंह करेंगे। यहां जानिए पल-पल की अपडेट
सदन में ऑपरेशन सिंदूर पर चर्चा के दौरान AIMIM सांसद असदुद्दीन ओवैसी ने कहा, "क्या आपकी अंतरात्मा आपको बैसारन में मारे गए लोगों के परिवार वालों से भारत और पाकिस्तान का क्रिकेट मैच देखने के लिए कहने की इजाज़त देती है? हम पाकिस्तान का 80% पानी रोक रहे हैं, ये कहते हुए कि पानी और खून साथ-साथ नहीं बहेंगे। क्या आप क्रिकेट मैच खेलेंगे? मेरी अंतरात्मा मुझे वो मैच देखने की इजाज़त नहीं देती।"
उन्होंने कहा, "क्या इस सरकार में इतनी हिम्मत है कि वो 25 मृतकों को बुलाकर कहे कि हमने ऑपरेशन सिंदूर में बदला ले लिया है, अब आप पाकिस्तान के साथ मैच देखिए। ये बहुत अफ़सोस की बात है। पहलगाम किसने किया? हमारे पास 7.5 लाख सेना और केंद्रीय अर्धसैनिक बल हैं। ये चार चूहे कहाँ से घुस आए और हमारे भारतीय नागरिकों को मार डाला? जवाबदेही किस पर तय होगी?"
सदन में ऑपरेशन सिंदूर पर चर्चा के दौरान भाजपा सांसद अनुराग ठाकुर ने कहा, "आज सदन में ऑपरेशन सिंदूर पर चर्चा होनी थी, लेकिन कांग्रेस के नेताओं में होड़ मची रही कि पाकिस्तान का सबसे करीबी दोस्त और सबसे प्यारा कौन बनकर सामने आए। कल एक पूर्व गृह मंत्री ने जो इंटरव्यू दिया था, उसमें उन्होंने कहा था- अगर इसमें पाकिस्तान का हाथ नहीं है, तो आप कैसे कह सकते हैं कि आतंकवादी पाकिस्तान से आए थे?"
उन्होंने कहा कि कभी वे इसे हिंदू आतंकवाद कहते हैं, कभी वे पाकिस्तान का बचाव करने आ जाते हैं। आज कांग्रेस पार्टी में पाकिस्तान के इतने बड़े पैरोकार हैं कि बाद में पाकिस्तान अपना बचाव करता है, और कांग्रेस के नेता उनका बचाव करने आ जाते हैं। पाकिस्तानी सेना और पाकिस्तानी सरकार लश्कर-ए-राहुल के भाइयों को अपने पक्ष में इस्तेमाल कर रही है... हालाँकि यह कांग्रेस है, लेकिन उनके बयानों और कार्यों से ऐसा लगता है कि यह इस्लामाबाद नेशनल कांग्रेस बन गई है।
ऑपरेशन सिंदूर पर चर्चा के दौरान विदेश मंत्री डॉ. एस जयशंकर ने कहा, "मैं इस सदन को याद दिलाना चाहता हूँ कि डोकलाम संकट चल रहा था। विपक्ष के नेता ने सरकार से नहीं, विदेश मंत्रालय से नहीं, बल्कि चीनी राजदूत से जानकारी लेने का फैसला किया। उन्होंने चीनी राजदूत से उस समय जानकारी ली जब हमारी सेना डोकलाम में चीनी सेना से भिड़ रही थी।"
सदन में ऑपरेशन सिंदूर पर बोलते हुए विदेश मंत्री डॉ. एस जयशंकर ने कहा, "25 अप्रैल से लेकर ऑपरेशन सिंदूर शुरू होने तक, कई फोन कॉल और बातचीत हुईं। मेरे स्तर पर 27 कॉल आईं; प्रधानमंत्री मोदी के स्तर पर लगभग 20 कॉल आईं। समर्थन के लगभग 35-40 पत्र आए और हमने ऑपरेशन सिंदूर के शुभारंभ के लिए एक कहानी बनाने और कूटनीति तैयार करने का प्रयास किया। संयुक्त राष्ट्र में 193 देश हैं, पाकिस्तान के अलावा केवल 3 देशों ने ऑपरेशन सिंदूर का विरोध किया।"
सदन में ऑपरेशन सिंदूर पर चर्चा के दौरान केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह ने कहा, "मुझे इस बात पर आपत्ति है कि उन्हें (विपक्ष को) एक भारतीय विदेश मंत्री पर भरोसा नहीं है, बल्कि किसी और देश पर भरोसा है। मैं उनकी पार्टी में विदेशी का महत्व समझ सकता हूं। लेकिन इसका मतलब यह नहीं है कि उनकी पार्टी की सभी बातें यहां सदन में थोप दी जाएं। यही कारण है कि वे वहां (विपक्षी बेंचों पर) बैठे हैं और अगले 20 वर्षों तक वहीं बैठे रहेंगे।"
सदन में विदेश मंत्री एस जयशंकर ने सुरक्षा मामलों की कैबिनेट कमेटी की मीटिंग से लेकर पाकिस्तानी दूतावास के सदस्यों को पर्सन ऑफ नॉन ग्रेटा घोषित किए जाने तक, सरकार के कदम गिनाए। उन्होंने कहा कि दूतावासों को ब्रीफिंग देने के साथ ही मीडिया में भी यह जानकारी दी गई कि भारत को अपने नागरिकों की रक्षा का अधिकार है।
उन्होंने कहा, "पाकिस्तान सुरक्षा काउंसिल का सदस्य है, हम नहीं हैं। हमने अंतरराष्ट्रीय समुदाय को पाकिस्तान के बारे में बताया। हमारी रेड लाइन पार कर गई, तब हमें सख्त कदम उठाने पड़े। हमने दुनिया के सामने पाकिस्तान का असली चेहरा बेनकाब किया। सिक्योरिटी काउंसिल में पाकिस्तान समेत केवल तीन देशों ने ऑपरेशन सिंदूर का विरोध किया। यूएन के 193 में से तीन सदस्यों ने ही इस ऑपरेशन का विरोध किया।"
सदन में ऑपरेशन सिंदूर पर बोलते हुए, भाजपा सांसद बैजयंत पांडा ने कहा, "अगर हम उस नई सामान्य स्थिति को देखें जिसकी मैं बात कर रहा हूं, तो यह समझना ज़रूरी है कि अतीत क्या था। अतीत में, नियमित रूप से, लगभग रोज़ाना, पाकिस्तान प्रायोजित आतंकवादी भारत पर हमले करते थे और भारतीयों की हत्या करते थे।"
उन्होंने कहा, "2005 के दिल्ली सीरियल बम धमाकों के लिए पाकिस्तान को एक डोजियर भेजा गया था। 2006 के वाराणसी बम धमाकों के लिए, भारत ने भारत-पाक वार्ता में इस मुद्दे को उठाया था। 2008 के मुंबई हमलों में, जब इतने सारे लोग मारे गए थे, तब तत्कालीन सरकार ने जवाबी कार्रवाई न करने का फैसला किया था। जवाबी कार्रवाई की योजना हमारे सशस्त्र बलों ने बनाई थी, लेकिन तत्कालीन सरकार ने जवाबी कार्रवाई की अनुमति नहीं दी।"
भाजपा सांसद ने कहा, "यह रिकॉर्ड में दर्ज है कि सरकार के तत्कालीन वरिष्ठतम अधिकारियों, चाहे वह विदेश सचिव हों, या तत्कालीन राष्ट्रीय सुरक्षा सलाहकार, ने पाकिस्तान पर जवाबी कार्रवाई न करने का फैसला किया था। मुंबई हमलों के सात महीने बाद, तत्कालीन प्रधानमंत्री ने रूस में शंघाई सहयोग संगठन (SCO) शिखर सम्मेलन के दौरान पाकिस्तानी राष्ट्रपति से मुलाकात की और फैसला किया कि भारत और पाकिस्तान बातचीत जारी रखेंगे। हमारी तत्कालीन सरकारें दशकों तक तुष्टिकरण करती रहीं। उन पर आतंकवाद के लिए धन मुहैया कराने को रोकने के लिए कोई दबाव नहीं डाला जा रहा है।"
सदन में ऑपरेशन सिंदूर पर बोलते हुए केंद्रीय मंत्री राजीव रंजन (ललन) सिंह ने कहा, "24 अप्रैल को पंचायती राज दिवस था, जब पीएम मोदी मधुबनी में पंचायत प्रतिनिधियों को संबोधित करने गए थे। वहां, पीएम मोदी ने पहली बार पहलगाम की घटना पर बात की और उन्होंने कहा कि पाकिस्तान को उनकी कल्पना से परे जवाब मिलेगा। पीएम मोदी ने अपना भाषण अंग्रेजी में दिया क्योंकि वह चाहते थे कि दुनिया को पता चले कि हम आतंकवादियों के सामने झुकने वाले नहीं हैं और हम जवाबी कार्रवाई करेंगे।"
सदन में ऑपरेशन सिंदूर पर बोलते हुए टीएमसी सांसद कल्याण बनर्जी ने कहा, "पीएम मोदी, आप एक बार अपने एक्स हैंडल पर यह क्यों नहीं पोस्ट कर सकते थे कि अमेरिकी राष्ट्रपति ने जो कुछ भी कहा वह गलत है। जैसे ही आप अमेरिकी राष्ट्रपति के सामने खड़े होते हैं, आपकी ऊंचाई 5 फीट कम हो जाती है और आपकी छाती 56 इंच से घटकर 36 इंच हो जाती है। आप अमेरिकी राष्ट्रपति से इतना डरते क्यों हैं?"
ऑपरेशन सिंदूर पर बहस में बोलते हुए कांग्रेस सांसद गौरव गोगोई ने कहा, "राजनाथ सिंह जी ने बहुत सारी जानकारी दी, लेकिन रक्षा मंत्री के रूप में उन्होंने कभी उल्लेख नहीं किया कि कैसे पाकिस्तान से आतंकवादी पहलगाम पहुंचे और 26 लोगों को मार डाला... राष्ट्र के हित में सवाल पूछना हमारा कर्तव्य है।
ऑपरेशन सिंदूर क्यों शुरू किया गया, इसकी जानकारी पहले भी दी गई है और आज भी मैंने सदन को दी है। अध्यक्ष महोदय, विपक्ष के कुछ लोग पूछते रहे हैं कि हमारे कितने विमान गिरे? मुझे लगता है उनका यह प्रश्न, हमारी राष्ट्रीय जनभावनाओं का सही से प्रतिनिधित्व नहीं कर पा रहा है। उन्होंने एक बार भी हमसे यह नही पूछा कि हमारी सेनाओं ने दुश्मन के कितने विमान मार गिराए? यदि उन्हें प्रश्न पूछना ही है,तो उनका प्रश्न यह होना चाहिए कि क्या भारत ने आतंकवादी ठिकानों को तबाह किया, तो उसका उत्तर है, हां।
लोकसभा में ऑपरेशन सिंदूर पर चर्चा के दौरान राजनाथ सिंह ने कहा कि सीमा पार करना या वहां की Territory capture करना इस Operation का उद्देश्य नहीं था। Operation Sindoor शुरू करने का मकसद था, उन terror nurseries को खत्म करना, जिन्हें पाकिस्तान ने बरसों से पाला पोसा हुआ था
ऑपरेशन सिंदूर पर लोकसभा में बहस के दौरान रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह ने कहा, "पहलगाम हमले के तुरंत बाद, हमारे सशस्त्र बलों ने कार्रवाई की और नौ आतंकवादी ठिकानों पर सटीक निशाना साधा, जिसमें 100 से अधिक आतंकवादी, उनके प्रशिक्षक और संचालक मारे गए।"
दो बार लोकसभा की कार्यवाही के स्थगित होने के बाद लोकसभा में ऑपरेशन सिंदूर पर चर्चा शुरू हो गई है। राजनाथ सिंह इस समय लोकसभा में बोल रहे हैं।
केंद्रीय मंत्री राजीव रंजन सिंह ने संसद में चल रहे हंगामे पर कहा कि सरकार सदन में सभी चर्चाओं के लिए तैयार है, लेकिन विपक्ष अनावश्यक नाटक करके चर्चा में बाधा डाल रहा है। लोकतंत्र विचार-विमर्श से चलता है, नाटक से नहीं।
लोकसभा की कार्यवाही को दोपहर दो बजे तक के लिए स्थगित कर दिया गया है। विपक्ष के भारी हंगामे के बीच सदन की कार्यवाही को स्थगित करना पड़ा।
ऑपरेशन सिंदूर पर चर्चा शुरू होने से पहले ही लोकसभा स्थगित होने पर केंद्रीय मंत्री किरेन रिजिजू ने कहा कि कांग्रेस और विपक्ष अब ऑपरेशन सिंदूर पर चर्चा से क्यों भाग रहे हैं? हम सब चर्चा के लिए तैयार थे। चर्चा शुरू होने से 10 मिनट पहले, विपक्ष ने अपना एजेंडा पेश किया कि सरकार एक निश्चित समय सीमा तय करे कि इसके बाद SIR के मुद्दे पर चर्चा होगी। चर्चा शुरू होने से ठीक 10 मिनट पहले ऐसी शर्त लाना ठीक नहीं है।
#WATCH | On Lok Sabha adjourned before commencement of discussion on Operation Sindoor, Union Minister Kiren Rijiju says, "Why are the Congress and Opposition now running away from discussion on Operation Sindoor?..."
— ANI (@ANI) July 28, 2025
"We were all ready for the discussion. 10 minutes before the… pic.twitter.com/tY25JphVBA
विपक्ष के भारी हंगामे के बाद लोकसभा की कार्यवाही को दोपहर एक बजे तक के लिए स्थगित कर दिया गया है। बता दें कि दोपहर 12 बजे लोकसभा में ऑपरेशन सिंदूर और पहलगाम हमले पर चर्चा होनी थी।
लोकसभा अध्यक्ष ओम बिरला ने कहा कि कांग्रेस नेता गौरव गोगोई और अन्य नेता आए और कहा कि ऑपरेशन सिंदूर पर चर्चा होनी चाहिए, लेकिन आप सदन को चलने क्यों नहीं दे रहे हैं? आप हंगामा क्यों कर रहे हैं? शून्यकाल एक महत्वपूर्ण सत्र है... सदन की कार्यवाही दोपहर 12 बजे तक के लिए स्थगित की जाती है।
लोकसभा की कार्यवाही शुरू हो गई है। सदन शुरू होते ही हंगामा भी शुरू हो गया है।
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी संसद पहुंचे हैं। बता दें कि लोकसभा में आज ऑपरेशन सिंदूर पर 16 घंटे की विशेष चर्चा होगी।
लोकसभा में ऑपरेशन सिंदूर पर चर्चा से पहले कांग्रेस नेता पी चिदंबरम के बयान पर सियासी भूचाल आ गया है। पी. चिदंबरम के इस बयान पर कि पहलगाम के आतंकवादियों के पाकिस्तान से आने का कोई सबूत नहीं है, भाजपा सांसद दामोदर अग्रवाल ने कहा, "ये वही लोग हैं जो सर्जिकल स्ट्राइक का सबूत मांग रहे थे। लेकिन जब ऑपरेशन सिंदूर चलाया गया और उनके आकाओं का सफाया कर दिया गया। कांग्रेस और भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) गठबंधन ऐसी बातें करना चाहते हैं जो भारत के खिलाफ और पाकिस्तान के पक्ष में हों।"
लोकसभा में ऑपरेशन सिंदूर पर चर्चा से पहले केंद्रीय संसदीय कार्य मंत्री किरेन रिजिजू ने कहा कि यह भारत के लोगों की इच्छा थी कि प्रधानमंत्री ने भारतीय सेना के माध्यम से ऑपरेशन सिंदूर शुरू करने का फैसला किया। आज, लोकसभा पहलगाम आतंकी हमले के जवाब में ऑपरेशन सिंदूर पर चर्चा करेगी, मैं विपक्ष, विशेषकर कांग्रेस से अनुरोध करता हूं कि वे भारत के हितों को नुकसान पहुंचाने वाला कुछ भी न करें और पाकिस्तान की भाषा न बोलें। हमें सावधान रहना होगा, हमें भारतीय सशस्त्र बलों की गरिमा बनाए रखनी होगी। कांग्रेस और विपक्ष को ऐसा कुछ भी नहीं बोलना चाहिए जिससे राष्ट्रीय हितों को नुकसान पहुंचे, वे भारत के खिलाफ जो कुछ भी बोलते हैं, उसका इस्तेमाल पाकिस्तानियों और भारत के बाहरी दुश्मनों द्वारा किया जाता है।
सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म एक्स पर केंद्रीय मंत्री किरेन रिजिजू ने लिखा कि जब रावण ने लक्ष्मण रेखा पार की, तो लंका जल गई। जब पाकिस्तान ने भारत द्वारा खींची गई लाल रेखा पार की, तो पाकिस्तान को आग का सामना करना पड़ा।
इस चर्चा में शामिल होने के लिए कांग्रेस ने अपने सांसदों को व्हिप जारी किया है। पार्टी ने अपने सभी लोकसभा सांसदों को अगले तीन दिनों तक सदन में उपस्थित रहने का निर्देश दिया है।
लोकसभा में होने वाली इस चर्चा में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के भी उपस्थित रहने की संभावना है। चर्चा के दौरान ऑपरेशन सिंदूर पर विस्तार से जानकारी सामने आएगी।
आज दोपहर 12 बजे लोकसभा में पहलगाम हमला एवं ऑपरेशन सिंदूर पर चर्चा शुरू होगी।
