Trending

    Move to Jagran APP
    pixelcheck

    पन्ना: पुलिस टीम पर हमले के बाद इलाके में भारी पुलिसबल तैनात, आरोपियों की धरपकड़ जारी

    Updated: Thu, 23 Oct 2025 07:48 PM (IST)

    पन्ना जिले के बृजपुर में पुलिस टीम पर हमले के बाद पुलिस ने गांव में दबिश देकर साक्ष्य जुटाए और मुख्य आरोपी को गिरफ्तार किया। ग्रामीणों ने पुलिस पर गालियां देने और महिलाओं से मारपीट करने का आरोप लगाया है। पुलिस का कहना है कि अन्य आरोपियों की गिरफ्तारी के लिए टीमें गठित की गई हैं और क्षेत्र में शांति व्यवस्था बनाए रखने का प्रयास किया जा रहा है।

    Hero Image

    गांव में भारी पुलिसबल तैनात।

    डिजिटल डेस्क, नई दिल्ली। पन्ना जिले के बृजपुर थाना क्षेत्र अंतर्गत रात्रि में हुए बृजपुर पुलिस टीम पर हमले के मामले में पन्ना पुलिस के द्वारा गांव में दल बल के साथ पहुंच कर दो थाना प्रभारियों के नेतृत्व में साक्ष्य एकत्रित किए गए। गांव में जिस स्थान पर घटना क्रम हुआ स्थानों का बारीकी से जमनी मूल्यांकन किया गया।

    विज्ञापन हटाएं सिर्फ खबर पढ़ें

    क्षेत्र में शांति व्यवस्था बनी रहे इसको लेकर सौ से अधिक पुलिसकर्मियों की तैनाती कर स्थिति को सामान्य करने का प्रयास किया जा रहा है । वही इस घटना क्रम के मुख्य आरोपी पंचम यादव जिसको पुलिस पकड़ने गई थी उसको तो गिरफ्तार कर लिया गया लेकिन जिन लोगों के द्वारा पुलिस टीम पर हमाल किया गया उन सभी अन्य लोगो को चिन्हित करने का भी कार्य पुलिस के द्वारा किया जा रहा है।

    ग्रामीणों ने पुलिसकर्मियों पर किया हमला

    अतरिक्त पुलिस अधीक्षक वंदना चौहान ने बताया कि बृजपुर पुलिस को एक पुराने मामले में बीएनएस की धारा 103 के आरोपी की सूचना प्राप्त हुई जिसके बाद थाना प्रभारी 10 पुलिसकर्मियों के साथ आरोपी को पकड़ने को लेकर गांव गए हुए थे । जहां पर ग्रामीणों ने पुलिस कर्मियों पर हमला कर दिया जिसमें हमारे सभी पुलिसकर्मी घायल हुए लेकिन थाना प्रभारी महेंद्र भदौरिया और आरक्षक गंभीर घायल हो गए।

    इस पूरे घटनाक्रम में जो पुलिस कर्मियों के दो हथियार और दोपहिया वाहन था वह पुलिस टीम ने गांव से वारामद कर लिए हैं। पूरे क्षेत्र में वर्तमान समय पर शांति व्यवस्था का माहौल है ओर अन्य आरोपियों की भी धरपकड़ जल्द होगी।

    घटना के बाद गांव में पसरा सन्नाटा

    जिस प्रकार सिक्के के दो पहलू होते है उसी प्रकार हर बड़ी घटना की एक कोई बड़ी वजह होती है। जब नई दुनिया की टीम धरमपुर गांव पहुंची तो चारों ओर सन्नाटा फैला हुआ था। गांव में भाई दोज के बड़े पर्व के वावजूद भी सभी गालियां सूनी थीं, जैसे मानो पूरा गांव पलायन कर गया हो । 8 घंटे समय बिताने के बाद धीरे - धीरे गांव वालों और आरोपित के स्वजनों से जब बात की गई तो सिक्के का एक ओर पहलू सामने आया, जिसमे सरपंच प्रतिनिधि शान सिंह ने बताया कि पुलिस की आरोपियों को पकड़ने की इस तरह की कार्यवाही कभी नही देखी, जहां पर आरोपी को दो दिन पहले पकड़ा और छोड़ दिया।ॉ

    ग्रामीणों ने पुलिस पर लगाया गालियां देने का आरोप

    गांव में आकर घर के बाहर कर गंदी-गंदी गालियां देना फिर गांव में आना दल बल के साथ आरोपित को घर से पकड़ना और ले जाना लेकिन फिर मां बहनों की गलियां देना। वहीं परिवार की महिलाओं ने जब गलियां ना देने की बात की और इसका विरोध किया तो जातिवादक अब्शब्द कहना और 18 वर्ष की बिटिया को थापड़ मार कर बाल पकड़ कर जमनी में पटक देना। जिसके बाद ग्रामीण एकत्रित हुए और पुलिस की बर्बरता का विरोध किया और इसी झूमा झपटी में दो पुलिस कर्मी घायल हो गए।

    इस पूरे घटना क्रम में अगर पुलिस शांति से अपने आरोपी को लेकर चली जाती और जो दो दिनों से भयवक्तता का माहौल गांव में बनाने का कार्य किया गया जिस कारण से गांव की भीड़ तंत्र बेकाबू हो गई और यह पूरी घटना घटित हो गई। पुलिस के द्वारा सूझबूझ के साथ कार्य नहीं किया गया, जिस कारण से इस घटना ने बड़ा स्वरूप ले लिया।

    मेरे बाल पकड़े ओर एक थप्पड़ मार दिया- नीतू यादव

    नीतू यादव का कहना है कि हम घर मे अंदर थे लेकिन बाहर से कुछ आवाज सुनी तो बाहर आये तो बाहर पुलिस बाले मौजूद थे और हमारे बब्बा जी को ले जा रहे थे। तो हमने कहा क्यों ले जा रहे हो तो हमें गाली देने लगे और उनको ले गए। लेकिन फिर भी गालियां देते रहे जब हमने मना किया तो मेरे बाल पकड़े ओर एक थप्पड़ मार दिया और जमीन पर गिरा दिया ।

    साधना यादव का कहना है कि हमारे चाचा जब आरोपी थे तो पुलिस उनको बार बार छोड़ती क्यों थी। और फिर छोड़ने के बाद यहां पर आकर पूरे परिवार और गालियां देना और जातिसूचक शब्दों का प्रयोग कर गालियां देना और फिर बिटिया के साथ मारपीट करना, जिसके बाद विरोध हुआ है। अगर मंशा पकड़ने की थी तो छोड़ते क्यों थे और घर में पकड़ने आए लेकिन कोई महिला पुलिस लेकर नहीं आए ।

    जल्द सभी आरोपियों की गिरफ्तारी होगी- राजीव भदौरिया

    राजीव भदौरिया, एसडीओपी अजयगढ़ का कहना है कि घटना क्रम के बाद क्षेत्र में सुरक्षा व्यवस्था को दुरुस्त किया गया है । ताकि कोई अवस्था या कोई भ्रांतियां ना पहले जो भी अन्य आरोपी है उनको पकड़ने के लिए टीमों को लगाया गया है । जल्द ही उनकी भी गिरफ्तारी होगी। अगर परिजनों का कोई आरोप है तो वह लिखित में अपनी शिकायत सक्षम अधिकारियों को दे सकते हैं उस पर भी जांच की जाएगी।