पालघर में बेमौसम बारिश ने धान की फसल को बुरी तरह प्रभावित, किसान ने 2.30 रुपये मुआवजा मिलने का किया दावा
पालघर में बेमौसम बारिश ने धान की फसल को बुरी तरह से तबाह कर दिया है। एक किसान ने फसल के नुकसान के लिए सरकार से केवल 2.30 रुपये का मुआवजा मिलने का दावा किया है। इस मामूली मुआवजे से किसानों में निराशा है, और वे सरकार से उचित मुआवजे की मांग कर रहे हैं ताकि उन्हें आर्थिक सहायता मिल सके।
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बारिश से धान की फसल को नुकसान।
डिजिटल डेस्क, नई दिल्ली। महाराष्ट्र के पालघर जिले में एक किसान ने सोमवार को दावा किया कि बेमौसम बारिश से फसलों के नुकसान के लिए उसे राज्य सरकार से सिर्फ 2.30 रुपये का मुआवजा मिला है। वाडा तालुका के शिलोत्तर गांव के मधुकर बाबूराव पाटिल ने अपने धान के खेतों को हुए भारी नुकसान के लिए मुआवजे की मांग करते हुए एक आवेदन जमा किया था।
पाटिल ने कहा कि इस मौसम में लगातार बारिश ने धान की फसल को बुरी तरह प्रभावित किया, जिससे फसल पानी में डूब गई और सड़ गई। यहां तक कि पुआल भी काला पड़ गया, जिससे पशुओं के लिए चारे की कमी का संकट और गहरा गया। इतने बड़े नुकसान के बावजूद, मुझे यह देखकर हैरानी हुई कि मेरे बैंक खाते में सिर्फ 2.30 रुपये ही जमा हुए।
पाटिल के नाम और उनकी पत्नी व बेटियों के नाम 11 एकड़ जमीन है। शिवसेना (यूबीटी) प्रमुख उद्धव ठाकरे की मुंबई में आज हुई प्रेस वार्ता में भी पाटिल का मुद्दा उठा। ठाकरे ने कहा कि यह मजाक है कि पालघर के किसानों को फसल बीमा मुआवजे के तौर पर सिर्फ दो रुपये और कुछ पैसे मिले हैं।
पालघर में आर्थिक संकट से जूझ रहे किसान
गौरतलब है कि पालघर जिले के कुछ किसान आर्थिक संकट से जूझ रहे हैं। छोटी जोतें, बारानी खेती पर निर्भरता, फसल नुकसान और कर्ज के बोझ ने उनकी स्थिति को बदतर बना दिया है। जिले में आदिवासी बहुल आबादी होने से कुछ संख्या में किसान गरीब हैं।
हालिया बेमौसम बारिश से फसलों के बर्बाद होने पर मुआवजे की राशि नाममात्र की मिलने से किसानों में आक्रोश का माहौल है।
(समाचार एजेंसी पीटीआई के इनपुट के साथ)

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