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    अमेरिका तक पहुंचने वाली परमाणु बैलिस्टिक मिसाइल पर काम कर रहा पाकिस्तान, क्या ट्रंप लेंगे कड़ा फैसला

    Updated: Thu, 26 Jun 2025 05:36 AM (IST)

    पाकिस्तानी सेना गुप्त रूप से परमाणु हथियार ले जाने में सक्षम आइसीबीएम विकसित कर रही है, जो अमेरिका तक पहुंच सकती है। 'फॉरेन अफेयर्स' की यह रिपोर्ट ऐसी खबरों के बीच आई है जिनमें कहा गया है कि भारत के ऑपरेशन सिंदूर के बाद पाकिस्तान, चीन के सहयोग से अपने परमाणु शस्त्रागार को उन्नत करने की कोशिश कर रहा है।

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    अमेरिका तक पहुंचने वाली परमाणु बैलिस्टिक मिसाइल पर काम कर रहा पाकिस्तान (फोटो- रॉयटर)

    जागरण न्यूज नेटवर्क, नई दिल्ली। पाकिस्तानी सेना गुप्त रूप से परमाणु हथियार ले जाने में सक्षम अंतरमहाद्वीपीय बैलिस्टिक मिसाइल (आइसीबीएम) विकसित कर रही है, जो अमेरिका तक पहुंच सकती है। 'फॉरेन अफेयर्स' की यह रिपोर्ट ऐसी खबरों के बीच आई है जिनमें कहा गया है कि भारत के ऑपरेशन सिंदूर के बाद पाकिस्तान, चीन के सहयोग से अपने परमाणु शस्त्रागार को उन्नत करने की कोशिश कर रहा है।

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    अमेरिका के लिए संभावित खतरा

    अमेरिकी अधिकारियों के हवाले से रिपोर्ट में कहा गया है कि अगर पाकिस्तान ऐसी मिसाइल हासिल करता है तो वाशिंगटन उसे अपना 'परमाणु विरोधी' घोषित कर देगा। परमाणु हथियार रखने वाला कोई भी देश जिसे अमेरिका के लिए संभावित खतरा या विरोधी माना जाता है, उसे परमाणु विरोधी माना जाता है।

    रूस, चीन और उत्तर कोरिया अमेरिका विरोधी

    वर्तमान में, रूस, चीन और उत्तर कोरिया को अमेरिका का विरोधी माना जाता है। रिपोर्ट में अमेरिकी अधिकारियों के हवाले से कहा गया है, ''अगर पाकिस्तान आइसीबीएम हासिल कर लेता है, तो वाशिंगटन के पास उसे परमाणु विरोधी मानने के अलावा कोई विकल्प नहीं होगा।

    आइसीबीएम रखने वाला कोई भी ऐसा देश जो अमेरिका को निशाना बना सकता है, उसे मित्र नहीं माना जाता है।'' हालांकि, पाकिस्तान ने हमेशा दावा किया है कि उसका परमाणु कार्यक्रम पूरी तरह से भारत को रोकने पर केंद्रित है। इसकी नीति छोटी और मध्यम दूरी की मिसाइलों को विकसित करने पर केंद्रित रही है।

    वर्तमान में, पाकिस्तान के पास कोई आइसीबीएम नहीं

    अंतरमहाद्वीपीय बैलिस्टिक मिसाइलें (आइसीबीएम) परमाणु और पारंपरिक दोनों तरह के वारहेड से लैस हो सकती हैं। ये 5,500 किलोमीटर से अधिक दूरी तक लक्ष्य को भेदने में सक्षम हैं। वर्तमान में, पाकिस्तान के पास कोई आइसीबीएम नहीं है।

    पाकिस्तान ने सतह से सतह पर मार करने मिसाइल का परीक्षण किया था

    वर्ष 2022 में पाकिस्तान ने सतह से सतह पर मार करने वाली मध्यम दूरी की बैलिस्टिक मिसाइल शाहीन-तीन का परीक्षण किया, जो 2,700 किलोमीटर से अधिक दूरी तक लक्ष्य को भेद सकती है। इससे कई भारतीय शहर इसकी जद में आ सकते हैं।

    अंतरमहाद्वीपीय बैलिस्टिक मिसाइल विकसित करने में पाकिस्तान का मकसद यह हो सकता है कि निवारक हमले (प्रीवेंटिव अटैक) की स्थिति में अपने परमाणु शस्त्रागार को खत्म करने की कोशिश से अमेरिका को रोका जा सके।

    वाशिंगटन ने पाकिस्तान पर लगाए थे प्रतिबंध

    साथ ही, अगर दोनों पड़ोसी देश - भारत और पाकिस्तान फिर से भिड़ते हैं तो ऐसी स्थिति में भारत की ओर से हस्तक्षेप करने से भी अमेरिका को रोका जा सके। बहरहाल, इस मुद्दे को अमेरिका चिंता की दृष्टि से देख रहा है। पिछले साल, वाशिंगटन ने पाकिस्तान के लंबी दूरी के बैलिस्टिक मिसाइल कार्यक्रम से संबंधित प्रतिबंध लगाए थे।