पाकिस्तान में 50 प्रतिशत मस्जिदें आतंकवादियों का अड्डा, कैंप में अब भी चल रही हमले की ट्रैनिंग; सज्जाद रजा ने Pak की खोली पोल
नेशनल इक्वलिटी पार्टी के अध्यक्ष सज्जाद रजा ने कहा कि पाकिस्तान में लगभग 50% मस्जिदें आतंकवाद का अड्डाऔर PoJK में आतंकी शिविर चल रहे हैं। उन्होंने कहा कि सेना नीति अर्थव्यवस्था और समाज पर हावी है और आंतरिक विश्वसनीयता कम होने पर भारत के साथ संघर्ष करती है। विदेश मंत्रालय के अनुसार दुनिया भर में 23 हजार से अधिक पाकिस्तानी नागरिक दुष्कर्म और हत्या जैसे अपराधों में जेल में हैं।
एएनआई, नई दिल्ली। नेशनल इक्वलिटी पार्टी फॉर जम्मू कश्मीर गिलगित बाल्टिस्तान एंड लद्दाख (एनईपी जेकेजीबीएल) के अध्यक्ष प्रोफेसर सज्जाद रजा ने कहा कि पाकिस्तान में लगभग 50 प्रतिशत मस्जिदें आतंकवाद का अड्डा हैं। उनसे पाकिस्तान में आतंकी शिविरों के अस्तित्व को लेकर सवाल किए गए थे।
उन्होंने कहा कि गुलाम जम्मू कश्मीर (पीओजेके) और पूरे पाकिस्तान में अब भी कई आतंकी शिविर चल रहे हैं। इस बात पर भी प्रकाश डाला कि कैसे ये शिविर पहचान से बचने के लिए विकसित हुए हैं और अब भी लोगों को हमलों के लिए प्रशिक्षित कर रहे हैं।
पाकिस्तान आतंकवाद का समर्थन करता रहा है
ऑपरेशन सिंदूर पर बात करते हुए रजा ने स्वीकार किया कि इस कार्रवाई ने वैश्विक स्तर पर एक मजबूत संकेत दिया। उन्होंने कहा कि पाकिस्तान आतंकवाद को निरंतर समर्थन करता आ रहा है। इसने आतंकी समूहों और पाकिस्तानी सेना को अधिक सतर्क कर दिया है, लेकिन इससे डर पैदा नहीं हुआ, क्योंकि सेना खुद नहीं मरती। यह मरने के लिए कठपुतलियों को भेजती है। लेकिन अब जब पर्दाफाश हो गया है, तो वे निश्चित रूप से अधिक सतर्क होंगे।
उन्होंने कहा कि पाकिस्तान में सेना नीति, अर्थव्यवस्था और समाज पर हावी है। सेना 54 वाणिज्यिक कंपनियां चलाती है। उसकी जब भी आंतरिक विश्वसनीयता कम होती है, तो वह भारत के साथ संघर्ष करती है। उन्होंने पाकिस्तान को चीन के समर्थन पर भी सवाल उठाया। साथ ही कहा कि यह एक महत्वपूर्ण बाधा है और अंतरराष्ट्रीय समुदाय को राज्य प्रायोजित आतंकवाद के खिलाफ एकजुट होना चाहिए।
दुनिया भर में 23 हजार से अधिक पाकिस्तानी दुष्कर्म और हत्या जैसे अपराधों में जेल में बंद
दुनिया भर के कई देशों में पाकिस्तान के 23 हजार से अधिक नागरिक दुष्कर्म और हत्या जैसे अपराधों में जेल में बंद हैं। पाकिस्तान के विदेश मंत्रालय ने नेशनल असेंबली में सोमवार को यह जानकारी दी। वर्तमान में 23,456 पाकिस्तानी नागरिक विदेशों में सलाखों के पीछे हैं, जिनमें से सबसे अधिक 12,156 कैदी सऊदी अरब में बंद हैं।
कमेंट्स
सभी कमेंट्स (0)
बातचीत में शामिल हों
कृपया धैर्य रखें।