'ऐसे तो गुरुद्वारा, चर्च की जमीनें भी...' वक्फ बिल पर जेपीसी की रिपोर्ट विपक्ष ने की खारिज, क्या लगाए आरोप?
Waqf Bill संसद के बजट सत्र में गुरुवार को वक्फ बिल पर जेपीसी रिपोर्ट को पेश किया गया। इस रिपोर्ट पर विपक्ष ने हंगामा खड़ा किया और इस रिपोर्ट को खारिज किया। साथ ही विपक्ष ने इस बात की आशंका जताई कि अब अन्य धार्मिक समूहों की जमीनें भी निशाना बनेंगी। वक्फ बिल पर विपक्ष एकजुट दिखा। कांग्रेस और आप भी एकसुर में नजर आई।

जागरण ब्यूरो, नई दिल्ली। विपक्ष ने संसद में वक्फ बिल में संशोधन संबंधी संयुक्त संसदीय समिति की रिपोर्ट को एकतरफा करार देते हुए आरोप लगाया है कि इसके जरिए अन्य धार्मिक समूहों की जमीनों को निशाना बनाया जाएगा, जिसमें गुरुद्वारे और चर्च भी शामिल होंगे।
वक्फ बिल पर जेपीसी रिपोर्ट में विपक्षी सांसदों की असहमति के नोट हटाए जाने को लेकर संसद में पक्ष-विपक्ष के बीच हुई तकरार के बाद सदन के बाहर भी विपक्षी पार्टियां इस मुद्दे पर साथ-साथ दिखीं। दिल्ली के चुनाव में एक दूसरे के खिलाफ तलवारें भांज रहे कांग्रेस और आम आदमी पार्टी अलग-अलग रहते हुए भी इस मुद्दे पर एक सुर में दिखे।
कांग्रेस सांसद नासिर हुसैन ने क्या लगाया आरोप?
- राज्यसभा में रिपोर्ट पेश होने के दौरान हुई तकरार के बाद जेपीसी के सदस्य कांग्रेस सांसद नासिर हुसैन ने आरोप लगाया कि वक्फ संशोधन विधेयक से जुड़े कई प्रमुख मसलों को उठाया गया मगर इनकी अनदेखी कर शामिल नहीं किया गया। विपक्षी सांसदों ने काफी कम समय दिए जाने के बावजूद बिल पर असहमति के नोट दिए मगर इस कांट-छांट दिया गया।
- हुसैन ने अल्पसंख्यक मामलों के मंत्री किरेन रिजीजू पर असहमति नोट को लेकर झूठ बोलने का आरोप लगाते हुए कहा कि विपक्षी सांसदों ने सभापति से मुलाकात कर इसकी शिकायत करते हुए ज्ञापन भी सौंपा है।
विपक्षी सांसदों ने किस बात की जताई आशंका?
इस ज्ञापन में विपक्षी दलों के सांसदों ने आशंका जताई है कि जिस तरह वक्फ संशोधन बिल पर सत्तापक्ष मनमानी कार्रवाई कर रहा है तो भविष्य में गुरुद्वारा, चर्च भूमि या फिर मंदिरों पर भी होगा और उनकी जमीन छीनकर वे अपने मित्रों को देना चाहते हैं।
जेपीसी रिपोर्ट लोकतंत्र के मूल्यों के विपरीत: प्रमोद तिवारी
राज्यसभा में कांग्रेस के उपनेता प्रमोद तिवारी ने भी हुसैन की बातों से सहमति जताते हुए वक्फ जेपीसी रिपोर्ट को लोकतंत्र व संसदीय परंपरा के प्रतिकूल करार दिया। तृणमूल कांग्रेस के राज्यसभा सांसद नदीमुल हक ने रिपोर्ट की निंदा करते हुए कहा कि अगर यह विधेयक कानून बन गया तो लाखों भारतीय प्रभावित होंगे और इसलिए उनकी पार्टी इसका विरोध करेगी।
आप नेता संजय सिंह ने बोला आक्रामक हमला
आप नेता जेपीसी के सदस्य संजय सिंह ने सरकार पर आक्रामक हमला करते हुए कहा कि इस समिति की बैठकों को मजाक बनाया गया और वास्तविक हितधारकों को तो बुलाया ही नहीं गया। उन्होंने आरोप लगाया कि यह मस्जिदों और दरगाहों की जमीन पर कब्जा करने की शुरुआत है और इतिहास हमें माफ नहीं करेगा। झामुमो की महुआ मांझी ने भी वक्फ पर जेपीसी की रिपोर्ट एकपक्षीय होने के अन्य विपक्षी दलों की राय से सहमति जताते हुए भाजपा सरकार के रवैये की आलोचना की।
कमेंट्स
सभी कमेंट्स (0)
बातचीत में शामिल हों
कृपया धैर्य रखें।